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ताजमहल vs तेजोमहालय:केंद्रीय पुरातत्व विभाग की रिपोर्ट से देवबंद उलेमा संतुष्ट

दुनिया के सात अजूबों में से एक मोहब्बत की निशानी कहे जाने वाले आगरा के ताजमहल को तेजोमहालय बताने के बाद शुरू हुए विवाद मेें केंद्रीय पुरातत्व विभाग द्वारा कोर्ट में दाखिल किये गए जवाब पर देवबंदी उलेमा ने संतुष्टि व्यक्त की है। पुरातत्व विभाग ने को

Anoop Ojha
Published on: 20 Feb 2018 8:41 PM IST
ताजमहल vs तेजोमहालय:केंद्रीय पुरातत्व विभाग की रिपोर्ट से देवबंद उलेमा संतुष्ट
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ताजमहल vs तेजोमहालय:केंद्रीय पुरातत्व विभाग की रिपोर्ट से देवबंद उलेमा संतुष्ट

सहारनपुर: दुनिया के सात अजूबों में से एक मोहब्बत की निशानी कहे जाने वाले आगरा के ताजमहल को तेजोमहालय बताने के बाद शुरू हुए विवाद मेें केंद्रीय पुरातत्व विभाग द्वारा कोर्ट में दाखिल किये गए जवाब पर देवबंदी उलेमा ने संतुष्टि व्यक्त की है। पुरातत्व विभाग ने कोर्ट में दाखिल की अपनी रिपोर्ट में स्पष्ट किया है कि ताजमहल मंदिर नहीं बल्कि मुगल बादशाह शाहजहां द्वारा अपनी बेगम मुमताज महल की याद में बनवाया गया मकबरा है।

केंद्रीय पुरातत्व विभाग की रिपोर्ट आने के बाद उलेमा-ए-कराम ने कहा कि कुछ राजनेता अपनी सियासी रोटियां चमकाने के लिए मोहब्ब्त की निशानी ताजमहल को भी विवादास्पद बनाना चाहते थे। लेकिन पुरातत्व विभाग की रिपोर्ट ने उन्हें आईना दिखा दिया है।

ताजमहल vs तेजोमहालय:केंद्रीय पुरातत्व विभाग की रिपोर्ट से देवबंद उलेमा संतुष्ट ताजमहल vs तेजोमहालय:केंद्रीय पुरातत्व विभाग की रिपोर्ट से देवबंद उलेमा संतुष्ट

तंजीम अब्नाए दारुल उलूम के अध्यक्ष मुफ्ती यादे इलाही कासमी ने कहा कि ताजमहल दुनियां के सात अजूबों में शामिल ऐसी इमारत है जो हिंदुस्तान की पहचान के रूप में करीब पांच सौ सालों से शान से सिर उठाए खड़ी है। कहा कि जो लोग ताजमहल को विवादित स्थल बनाना चाहते थे क्या वह अब केंद्रीय पुरातत्व विभाग की रिपोर्ट के बाद देश की जनता से माफी मांगने का काम करेंगे। उन्होंने आह्वान किया कि देश को बांटने का प्रयास कर रहे लोगों को मीडिया स्थान न दे ताकि यहां की गंगा जमुनी तहजीब बाकी रह सके।

ताजमहल vs तेजोमहालय:केंद्रीय पुरातत्व विभाग की रिपोर्ट से देवबंद उलेमा संतुष्ट ताजमहल vs तेजोमहालय:केंद्रीय पुरातत्व विभाग की रिपोर्ट से देवबंद उलेमा संतुष्ट

मदरसा जामिया हुसैनिया के वरिष्ठ उस्ताद मुफ्ती तारिक कासमी ने कहा कि ताजमहल देश और दुनियां में मोहब्बत की निशानी के लिए पहचान रखता है। लेकिन गंदी हो चुकी देश की राजनीति ने इसे भी नहीं छोड़ा। कहा कि केंद्रीय पुरातत्व विभाग की रिपोर्ट के बाद इस मामले में याचिका दाखिल कर देश को धर्म के नाम पर बांटने वालों के खिलाफ कोर्ट को स्वयं कार्यवाही करनी चाहिए। मुफ्ती तारिक ने कहा कि ताजमहल मुसलमानों की आस्था का विषय नहीं है, लेकिन इस नायाब इमारत को मुस्लिम बादशाह द्वारा बनाए जाने से कुछ लोग परेशान है। जिन्हें केंद्रीय पुरातत्व विभाग ने जवाब दे दिया है।

अधिवक्ता हरिशंकर ने तेजोमहालय बताते हुए कोर्ट में दाखिल की थी याचिका

प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ और भाजपा के फायर ब्रांड नेता विनय कटियार सहित अन्य नेताओं द्वारा ताजमहल को तेजोमहालय बताने के बाद छिड़ा विवाद देश ही नहीं दुनियाभर के समाचार पत्रों की सुर्खी बना था।आठ अप्रैल 2015 को लखनऊ के गोमती नगर निवासी अधिवक्ता हरिशंकर जैन और उनके साथियों ने कोर्ट में याचिका दायर कर ताजमहल को शिव मंदिर बताया था। इस मामले में केंद्र सरकार और केंद्रीय पुरातत्व विभाग को पक्षकार बनाया गया है।



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Anoop Ojha

Anoop Ojha

Excellent communication and writing skills on various topics. Presently working as Sub-editor at newstrack.com. Ability to work in team and as well as individual.

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