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Sonbhadra: बिजली गिरने से फूंका 40 एमवीए का ट्रांसफार्मर, 250 गांवों की आपूर्ति प्रभावित, लाखों का नुकसान
Sonbhadra News: रिहंद जल विद्युत गृह परिसर स्थित 132/22 केवी के पावर हाउस को शनिवार की रात बारिश के दौरान गिरी बिजली से लाखों का नुकसान पहुंचा है।
Sonbhadra News: रिहंद जल विद्युत गृह परिसर स्थित 132/22 केवी के पावर हाउस को शनिवार की रात बारिश के दौरान गिरी बिजली से लाखों का नुकसान पहुंचा है। 40 एमवीए का पावर परिवर्तक यानी ट्रांसफार्मर फूंकने से रेणुकूट, बीजपुर, म्योरपुर, दुद्धी, बभनी, विंढमगंज के लगभग 250 गांवों में विद्युत आपूर्ति प्रभावित हो गई है। औद्योगिक बहुल तथा तहसील मुख्यालय से जुड़ा इलाका होने के कारण, प्रभावित एरिया में वैकल्पिक व्यवस्था के जरिए बिजली आपूर्ति उपलब्ध कराने की प्रक्रिया अपनाई जा रही है। हालांकि पिपरी स्थित विद्युत उपकेंद्र के क्षतिग्रस्त परावर्तक को बदलने तक, प्रभावित इलाकों को चार से छह घंटे ही बिजली उपलब्ध हो पाएगी। इसके चलते जहां रविवार को बिजली से जुड़े कामकाज और जनजीवन प्रभावित रहा। वहीं, जल्द व्यवस्था सुचारू हो, इसके लिए जनप्रतिनिधियों पर दबाव बनाकर फोन घनघनवाए जाते रहे।
अधीक्षण अभियंता आशुतोष श्रीवास्तव के मुताबिक इसके चलते पिपरी विद्युत वितरण खंड की एरिया में आने वाले विद्युत उपकेंद्र कुंडाडीह, नधिरा, बभनी, बीजुपर, 33केवी न्यू दुद्धी, खाड़पाथर, 33केवी न्यू पिपरी से दी जाने वाली बिजली आपूर्ति प्रभावित हुई है। फिलहाल 33केवी पिपरी से जुड़े कुंडाडीह, नधिरा, बभनी, बीजपुर उपकेंद्र के उपभोक्ताओं को सुबह दस से शाम चार बजे तक, 33केवी कनहर से जुड़े डूमरडीहा, अमवार, घिवही उपकेंद्र के उपभोक्ताओं को शाम चार बजे से रात दस बजे तक, न्यू पिपरी उपकेंद्र से जुड़े उपभोक्ताओं को रात दस बजे से सुबह छह बजे तक, 33केवी न्यू दुद्धी उपेंद्र से जुड़े न्यू दुद्धी, खांड़पाथर उपकेंद्र के उपभोक्ताओं को सुबह छह बजे से दस बजे तक बिजली आपूर्ति दी जाएगी।
अधीक्षण अभियंता के मुताबिक 40 एमवीए क्षमता वाला पावर परिवर्तक बदले जाने तक वैकल्पिक रोस्टरिंग व्यवस्था प्रभावी रहेगीं। जैसी ही नया 40 एमवीए परावर्तक यानी ट्रांसफार्मर लग जाएगा, आपूर्ति पूर्ववत बहाल हो जाएगी। उधर, अचानक विद्युत आपूर्ति प्रभावित होने से दुद्धी तहसील क्षेत्र के लोग पूरे दिन परेशान रहे। जहां एक तरफ रात अंधेरे में गुजारनी पड़ी। वहीं तमाम लोगों को भारी उमस के बीच तड़पते हुए दिन गुजारना पड़ा। बिजली से जुड़े उद्योग-धंधों और बड़े प्रतिष्ठानों को परेशानी तो हुई ही, लोगों को घरेलू कामकाज, खासकर पेयजल जैसी जरूरतों को लेकर परेशान होना पड़ा। वहींं, जल्द से जल्द हालात सामान्य हो, इसके लिए अभियंता पसीना बहाते रहे।