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Raebareli News: प्रयागराज शूट आऊट के शहीद सिपाही के परिजनों तक पहुंची सहायता राशि, शहीद के नाम से बनेगी रोड और एक स्मृति द्वार

Raebareli News: प्रयागराज शूट आऊट के शहीद सिपाही राघवेंद्र सिंह के परिजनों को पचास लाख रुपये की सहायता राशि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज भिजवा दी है।

Narendra Singh
Published on: 4 March 2023 10:52 PM IST
A road and a memorial door will be built in the name of the martyred soldier of Prayagraj shootout.
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रायबरेली: प्रयागराज शूट आऊट के शहीद सिपाही के परिजनों तक पहुंची सहायता राशि, शहीद के नाम से बनेगी रोड और एक स्मृति द्वार

Raebareli News: प्रयागराज शूट आऊट के शहीद सिपाही राघवेंद्र सिंह के परिजनों को पचास लाख रुपये की सहायता राशि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज भिजवा दी है। सहायता राशि का चेक लेकर राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार दिनेश प्रताप सिंह और एसपी आलोक प्रियदर्शी आज देर शाम उनके घर पहुंचे। यहां राज्य मंत्री दिनेश सिंह ने सीएम योगी आदित्यनाथ को संवेदनशील मुख्यमंत्री बताते हुए कहा कि उन्होंने स्वयं मुझे फोन करके निर्देशित किया था कि उनके परिजनों को सहायता राशि देकर आएं।

इस दौरान उन्होंने यह भी बताया कि सीएम योगी ने होली के बाद पूरे परिवार को मिलने के लिए भी बुलाया है जिन्हें मैं स्वयं अपने साथ लेकर जाऊंगा। मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने इस दौरान परिजनों की इच्छा के अनुसार शहीद सिपाही राघवेंद्र सिंह की याद में एक स्मृति द्वार और उनके नाम से सड़क बनवाये जाने का भी ऐलान किया है।

उमेश पाल हत्याकांड

हम बता दें कि प्रयागराज में राजूपाल हत्याकांड मामले के गवाह रहे उमेश पाल पर हुए हमले के दौरान जहां उनकी और एक सिपाही की मौके पर ही मौत हुई थी, वहीं एक अन्य सरकारी गनर राघवेंद्र सिंह गंभीर रूप से ज़ख़्मी हुए थे। बाद में लखनऊ में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई थी। राघवेंद्र सिंह रायबरेली में लालगंज तहसील के कोरिहारा गांव निवासी थे।

गम का रहा माहौल

एक तरफ जहां मंत्री दिनेश प्रताप सिंह शहीद के परिवार को चेक देने पहुंचे, वहीं परिजनों सहित आसपास के लोगों की आंखे नम थीं।

युवा सिपाही की यादें ताजा

बातचीत में लोगों ने बताया कि उनके जेहन में बार-बार उस युवा सिपाही की यादें ताजा हो जाती हैं, कि किस तरह वो खुशमिजाजी से लोगों से मिलते थे। अपनी ड्यूटी को लेकर हमेशा गंभीर रहते थे। विभाग का अनुशासन और परिवार की जिम्मेदारियों दोनों को बखूबी निभाते थे। शहीद की बातें करते हुए परिजनों और दोस्तों की आंखों से झलकते रहे। सीएम के बुलावे को लेकर भी उन्हें बहुत उम्मीदें हैं। वो मुख्यमंत्री से मिलने के दौरान शहीद और परिवार को लेकर तमाम बातें उनके सामने रखेंगे।



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Shashi kant gautam

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