Bareilly News: यूपी के डीजीपी मुकुल गोयल ने गृह मंत्रालय भारत सरकार व उत्तर प्रदेश शासन की ओर से कोविड-19 के दृष्टिगत जारी एसओपी व गाइडलाइन का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित करने के निर्देश प्रदेशभर के मातहत पुलिस अफसरों को दिए हैं। खासकर फील्ड के अफसरों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि हर हाल में कड़े सुरक्षा बंदोबस्त के बीच ईद-उल-जुहा का पर्व संपन्न करायें।
इस बीच, एडीजी जोन बरेली अविनाश चंद्र ने मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, संभल, बिजनौर, अमरोहा, पीलीभीत, शाहजहांपुर, बदायूं जनपदों के पुलिस कप्तानों के अलावा आईजी बरेली रेंज रमित शर्मा तथा डीआईजी मुरादाबाद रेंज शलभ माथुर को अनुपालन सुनिश्चित कराने को कहा है। बरेली जोन में 4938 मस्जिदों और 1067 ईदगाहों में ईद-उल-जुहा की नमाज अदा की जाती है। जिसमें बरेली रेंज के 4 जनपदों में 1684 मस्जिदों, 353 ईदगाहों में नमाज होती है। इसी तरह मुरादाबाद रेंज में 3254 मस्जिदों और 714 ईदगाहों में ईद की नमाज संपन्न होती है।
पांच वर्षों में ईद-उल-जुहा के दौरान बरेली रेंज में 11 घटनाएं और मुरादाबाद रेंज में 34 घटनाएं हुई हैं। जोनभर में कुल 45 घटनाओं का आंकड़ा सामने आया है, इसी के दृष्टिगत संवेदनशील व अति संवेदनशील स्थानों पर एडीजी जोन ने कड़े सुरक्षा बंदोबस्त करने को कहा है। जोन के सभी पुलिस कप्तानों यानी फील्ड के अफसरों से कहा गया है कि वे सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर आपत्तिजनक मैसेज, ऑडियो, वीडियो वायरल करने वाले खुराफाती तत्त्वों पर गंभीरता से कार्रवाई करना सुनिश्चित करें।
बरेली जोन के नौ जिलों में 2083 स्थानों पर कुर्बानी होती है, जिनमें बरेली रेंज में 1390 और मुरादाबाद रेंज में 693 कुर्बानी स्थल बताए गए हैं। इनमें सर्वाधिक कुर्बानी स्थल बदायूं जनपद में हैं। बदायूं में 675 कुर्बानी स्थल आंकड़ों में दर्ज हैं। एडीजी जोन अविनाश चंद्र ने पुलिस कप्तानों से कहा है कि एक स्थान पर 50 से अधिक व्यक्ति एकत्र न हों। कुर्बानी सार्वजनिक स्थानों पर न हो। घरों में ही कुर्बानी हो। प्रतिबंधित पशुओं की कुर्बानी किसी भी दशा में न हो। कुर्बानी का अवशेष कहीं भी पड़ा मिले तो जिला प्रशासन के साथ समन्वय स्थापित कर संबंधित जिलों की पुलिस तत्काल ऐसे अवशेष को हटवाए। गृह मंत्रालय भारत सरकार और उत्तर प्रदेश शासन के इन दिशा-निर्देशों का शत-प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित कराएं। इस दिशा में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की होगी।
उन्होंने कहा है कि सिपाही से लेकर थानेदार और सीओ से लेकर जिलों के पुलिस कप्तान ये सुनिश्चित कर लें कि कानून हाथ में लेने वाले अराजक तत्त्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी है। खुफिया टीमों को पूरी तरह से सक्रिय किया जाए। ईद-उल-जुहा पर्व के दौरान सुबह से ही खुफिया टीम सक्रिय रहेगी और देर रात तक अपनी सक्रियता बनाए रखेगी। साथ ही सिविल ड्रेस में जगह-जगह संवेदनशील व अति संवेदनशील स्थानों पर पुलिसकर्मी तैनात किए जाएं, जो पल-पल की स्थिति पर नजर रखेंगे। बरेली के बारादरी इलाके में गोलीकांड की हुई घटना को ध्यान में रखते हुए खास चौकसी बरतने को कहा गया है।
ईद की नमाज से लेकर कुर्बानी होने तक और ईद मिलन तक निगरानी करना सुनिश्चित की जाए। एडीजी बरेली जोन अविनाश चंद्र के निर्देशन में जोन भर के सभी 9 जनपदों में ईद-उल-जुहा का पर्व सकुशल संपन्न कराने को शांति समिति की कुल प्रस्तावित 222 बैठकों में से ज्यादातर बैठकें संपन्न कराई गई हैं, जिनमें आम पब्लिक के लोगों से कहा गया है कि वे कोविड-19 की गाइड लाइन का पूरी तरह से अनुपालन सुनिश्चित करते हुए, कानून के दायरे में रहकर ईद-उल-जुहा का पर्व मनायें।
उत्तर प्रदेश शासन तथा पुलिस महानिदेशक मुकुल गोयल के सख्त निर्देशों के बीच सूबे के एडीजी एलओ प्रशांत कुमार ने सभी कमिश्नर पुलिस कमिश्नरेट, एडीजी जोन, आईजी व डीआईजी रेंज, जिला पुलिस प्रमुखों को पत्र जारी करते हुए कहा है कि वे ईद-उल-जुहा के दिन यानी 21 जुलाई को किसी भी दशा में जिला मुख्यालय न छोड़ें। जिला मुख्यालय पर ही मुस्तैद रहें। विषम परिस्थिति में कोई भी पुलिस कप्तान यदि जिला मुख्यालय से कहीं बाहर जाता है तो उस जिले में संबंधित आईजी रेंज अथवा डीआईजी रेंज की सीधी निगरानी होगी। रेंज प्रभारी अपने पर्यवेक्षण में ईद-उल-जुहा का पर्व संपन्न करायेंगे। इस बाबत एडीजी जोन अविनाश चंद्र ने सभी 9 जिलों के पुलिस कप्तानों के साथ ही साथ दोनों परिक्षेत्र के प्रभारियों यानी आईजी बरेली रेंज और डीआईजी मुरादाबाद रेंज को एडीजी एलओ के जारी पत्र का हवाला देते हुए कड़ाई से दिशा-निर्देशों का अनुपालन करने को कहा है।
जानिए कब और कहां होगी नमाज
ईदगाह 10 बजे, दरगाह आला हज़रत पर 10.30 व जामा मस्जिद पर 9 बजे ईद-उल-अज़हा की नमाज़ अदा की जाएगी।