राहुल ने संभाला किसानों का मोर्चा, प्रियंका की गिरफ्तारी के बाद लखीमपुर जाने का एलान

कांग्रेस नेतृत्व ने लखीमपुर खीरी को भाजपा और योगी सरकार के खिलाफ निर्णायक संघर्ष में तब्दील करने का फैसला किया है।

Akhilesh Tiwari
Written By Akhilesh TiwariPublished By Vidushi Mishra
Published on: 5 Oct 2021 4:07 PM GMT (Updated on: 5 Oct 2021 5:18 PM GMT)
राहुल ने संभाला किसानों का मोर्चा, प्रियंका की गिरफ्तारी के बाद लखीमपुर जाने का एलान
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नई दिल्ली : लखीमपुर के किसान नरसंहार में संघर्ष की अगुवाई करने वाली ​प्रियंका गांधी के गिरफ्तार होने के बाद राहुल गांधी ने मोर्चा संभालने का एलान कर योगी सरकार की चुनौती बढ़ा दी है। राहुल गांधी बुधवार को लखनउ पहुंच रहे हैं। वह कांग्रेस नेताओं के प्रतिनिधिमंडल को लेकर लखीमपुर खीरी जाएंगे।

कांग्रेस नेतृत्व ने लखीमपुर खीरी को भाजपा और योगी सरकार के खिलाफ निर्णायक संघर्ष में तब्दील करने का फैसला किया है। पार्टी की यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने मामले में सबसे पहले बढ़त ली। जब यूपी का विपक्ष रविवार की रात अपने घरों में सो रहा था तो भारी बारिश के बावजूद प्रियंका गांधी लखीमपुर के रास्ते में थीं।

कांग्रेस कार्यकर्ताओं का उत्साह आसमान पर

प्रियंका को अपनी इस बढ़त का फायदा भी मिला है। यूपी की राजनीति के केंद्र में अचानक कांग्रेस और प्रियंका गांधी हैं। यूपी की योगी सरकार ने मुआवजा व नौकरी की रणनीति से पूरे मामले पर लगभग काबू पा लिया है । योगी सरकार ने भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत की मदद से समझौता पत्र भी तैयार करा लिया।




लेकिन प्रियंका गांधी ने पीड़ित परिजनों से मुलाकात किए बगैर वापसी नहीं करने का एलान कर सभी को चौंका दिया है। उनका यह राजनीतिक फैसला योगी सरकार के अलावा मुख्य विपक्षी समाजवादी पार्टी की भी मुश्किल बढ़ाने वाला है। प्रियंका की जिद के आगे हारकर योगी सरकार को उनकी हिरासत को गिरफ्तारी में तब्दील करना पड़ा है।


प्रियंका के इस राजनीतिक दांव से जहां विपक्ष कमजोर हुआ है , वहीं कांग्रेस कार्यकर्ताओं का उत्साह आसमान पर है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को सीतापुर में पुलिस बैरिकेड भी उखाड़ कर फेंक दी। कांग्रेस प्रवक्ता अंशु अवस्थी का वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वह पुलिस से कह रहे हैं कि हमें गोली मार दीजिए , लाठी चलाइए या गिरफ्तार कीजिए।

प्रियंका गांधी कामयाब

इसके बावजूद पुलिस उनसे जोर—जबरदस्ती करने से बचती दिखाई दी। कांग्रेस कार्यकर्ताओं के इस उत्साह को पार्टी नेतृत्व भी महसूस कर चुका है। कार्यकर्ताओं को सरकार के गलत फैसलों के खिलाफ लड़ने के लिए तैयार करने में प्रियंका गांधी कामयाब हो चुकी हैं।

यही वजह है कि अब राहुल गांधी ने इस मौके पर आगे बढ़कर नेतृत्व देने का निर्णय किया है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को यूपी पुलिस ने मंगलवार को चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट अमौसी से बाहर ​नहीं निकलने दिया। प्रियंका जेल में हैं तो पार्टी कार्यकर्ताओं को लीडरशिप देने के लिए खुद राहुल ने आगे आने का फैसला किया है।

उनके साथ वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं का प्रतिनिधिमंडल भी लखीमपुर जाएगा। जाहिर है कि कांग्रेस के इस दांव से उसे प्रदेश की राजनीति में बढ़त मिलेगी। कार्यकर्ताओं को नेतृत्व का साथ मिलेगा और योगी सरकार से लेकर विपक्षी दलों की परेशानी बढ़ने वाली है।

Vidushi Mishra

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