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Pilibhit News: पांच मिनट के लिए आई आंधी, पांच घंटे के लिए बिजली व्यवस्था हुई बाधित

उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जनपद में बीती देर शाम आई आंधी के चलते करीब पांच घंटे बिजली व्यवस्था बाधित रही।

Pranjal Gupata
Published on: 9 July 2021 2:09 PM IST
Electricity system was disrupted for about five hours in Pilibhit district due to storm
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पीलीभीत जनपद में आंधी के चलते करीब पांच घंटे बिजली व्यवस्था बाधित रही: फोटो- सोशल मीडिया

Pilibhit News: उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जनपद में बीती देर शाम आई आंधी के चलते करीब पांच घंटे बिजली व्यवस्था बाधित रही। बिजली विभाग में फ़ोन करने पर पावर हाउस में लगे ट्रांसफार्मर फूंकने की जानकारी दी गई। जोकि देर रात तक भी ठीक नही हो पाया। जिसके चलते आधा शहर अंधकार में डूब गया।

दरअसल, मामला पीलीभीत जनपद के रूपपुर कमालु स्थित 132 kv पावर हाउस का है जहां बीती देर शाम करीब 8 बजे महज पांच मिनट के लिए आई हल्की आँधी के साथ हल्की बूंदा बांदी हुई। जिसके साथ ही बिजली विभाग के सप्लाई बंद कर दी। जो को मध्य रात्रि 12 बजे के बाद भी सुचारू रूप से शुरू नही हो पाई।

देर रात फ़ोन द्वारा जानकारी ली गई तो बिजली विभाग के कर्मचारियों ने ट्रांसफार्मर फूंकना बताया। जो कि ठीक कराया जा रहा था। पर यह बात सिर्फ एक दिन की नही है। सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने उत्तरप्रदेश की कमान अपने हाथों में लेने के बाद घोषणा की कि शहरी इलाके में 22 घण्टे और ग्रामीण इलाकों में करीब 18 घंटे बिजली सप्लाई दी जाएगी।

बिजली विभाग के कानों में जूं नही रेंगता

पर बिजली विभाग के कानों में जूं नही रेंगी। पीलीभीत जनपद में आये दिन ट्रिपिंग, फाल्ट, और ट्रांसफार्मर के फूंकने जैसी गंभीर बीमारियां लगती रहती है। आये दिन घंटो बिजली सप्लाई सेट डाउन लेने के नाम बिजली काट दी जाती है। एक तरफ भीषण गर्मी की मार झेल रहा स्थानीय निवासी वही दूसरी तरफ बिजली विभाग का आंख मिचौली का खेल लगातार जारी है। बही जनता इस बिजली विभाग के खराब रवैये से काफी परेशान है बही पावर हाउस का फ़ोन भी स्विच ऑफ कर दिया जाता है।

वहीं दूसरी तरफ जनपद के कलीनगर तहसील का भी यही हाल है। यहां बिजली विभाग के आलाधिकारियों से जनता त्रस्त है। आपको बता दे कि यहां 24 घंटो में महज 8 घंटे भी बिजली लोगो को नही मिल पाती है। आये दिन सेट डाउन के नाम पर घंटो के लिए बिजली सप्लाई बाधित कर दी जाती है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि आगामी 2022 के विधानसभा चुनाव में जनता जनार्दन इसका फैसला करेगी।



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Shashi kant gautam

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