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Rampur News: यूपी का जिला रामपुर, अपने आप में अलग है इसकी पहचान, जानें इसका इतिहास

रामपुर की ऐतिहासिक जगहों पहला है गांधी समाधि जो दिल्ली के बाद रामपुर में दूसरी गांधी समाधि है। जहां पर गांधी जी की अस्थियां दफन हैं।

Azam Khan
Report Azam KhanPublished By Shashi kant gautam
Published on: 7 July 2021 3:20 AM GMT
Historical places of Rampur The first is Gandhi Samadhi which is the second Gandhi Samadhi in Rampur after Delhi
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जौहर यूनिवर्सिटी रामपुर: फोटो- सोशल मीडिया

Rampur News: जनपद रामपुर की अपने आप में अलग ही पहचान है जी हां रामपुर में एक वक्त था कि जब नवाबों की हुकूमत थी उन्हीं का कानून चलता था। आपको बता दें रामपुर एक ऐसी पहली रियासत थी जिसका सबसे पहले भारत सरकार में विलय हुआ जिसका सबसे पहले 30 जून 1949 को विलय हुआ और 1 जुलाई 1949 से रामपुर आजाद स्वतंत्र भारत में हुआ स्टेट का विलय।

जनपद रामपुर की जनसंख्या की बात करें तो यहां की जनसंख्या 2787043 है। रामपुर में टोटल 1200 गांव है। टोटल 6 तहसीलें हैं और 6 ही ब्लॉक हैं, 16 थाने हैं जिसमें एक महिला थाना भी शामिल है यहां पर 5 विधानसभा हैं एक लोक सभा है।

रामपुर में दूसरी गांधी समाधि

रामपुर की ऐतिहासिक जगहों की बात करें तो दो ऐसी ऐतिहासिक धरोहर है, जिसको देखने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं। सब से पहला है गांधी समाधि जो दिल्ली के बाद रामपुर में दूसरी गांधी समाधि है। जहां पर गांधी जी की अस्थियां दफन हैं। गांधी जी की अस्थियों को रामपुर के आखिरी नवाब नवाब रजा अली खान स्पेशल ट्रेन से रामपुर लाए थे और यहां ला करके उन्हें नवाब गेट के पास दफन किया था उसके बाद कुछ अस्थियों को उन्होंने चांदी की कलश में भरकर कोसी नदी में विसर्जित किया था।

रामपुर में दूसरी गांधी समाधि : फोटो- सोशल मीडिया


दूसरी ऐतिहासिक रामपुर की रजा लाइब्रेरी जो एशिया में दूसरे नंबर की लाइब्रेरी कहीं जाती है यहां पर ऐसी ऐसी ऐतिहासिक बेशकीमती धरोहर है जो शायद ही एशिया में किसी दूसरी लाइब्रेरी में आपको देखने को मिले।


रामपुर में दूसरी गांधी समाधि : फोटो- सोशल मीडिया


लाइब्रेरी की इमारत की खूबसूरती को देखने लोग दूर दूर से आते हैं

इस लाइब्रेरी की इमारत की खूबसूरती अपने आप में अलग ही है जिस को देखने लोग दूर दूर से आते है। रामपुर में एक पार्क है जिसका नाम अंबेडकर पार्क है जिसका उद्घाटन पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौड़ा ने किया था उसके अलावा एक पार्क और है जिसको सपा सांसद आजम खान ने अपने पिता के नाम पर बनवाया था और उसका नाम मुमताज पार्क रखा था लेकिन सत्ता परिवर्तन के बाद उस पार्क का नाम भी बदल दिया गया।

राजा लाइब्रेरी, रामपुर: फोटो- सोशल मीडिया

रामपुर में जितने भी इंटर कॉलेज है या जितने भी सरकारी कार्यालय हैं वे सभी नवाब की देन है रामपुर के नवाबों की इमारत में बने हुए हैं बहुत ही आलीशान है आज भी उनकी खूबसूरती देखते ही बनती है। रामपुर का नाम इंडस्ट्री उद्योग में कानपुर के बाद दूसरे नंबर पर आता था आपको शायद ये सुनकर हैरानी भी होगी रामपुर में सीमेंट फैक्ट्री, साइकिल फैक्टरी, माचिस फैक्ट्री, टैकटाइल मिल, शुगर मिल, चाकू यहां बनते थे वायलन यानी गिटार यहां बनती थी इस तरह की सैकड़ों इंडस्ट्री उधोग थे जो धीरे-धीरे बंद हो तो चले गए जिसके कारण से रामपुर में बेरोजगारी फैल गई।

जौहर यूनिवर्सिटी भी अपने आप में एक ऐतिहासिक धरोहर

वहीं बात करें सपा सांसद आजम खान की जौहर यूनिवर्सिटी की तो जौहर यूनिवर्सिटी भी अपने आप में एक ऐतिहासिक धरोहर है। आजम खान की जोहर यूनिवर्सिटी 400 एकड़ में बनी हुई है जिसको आजम खान ने अपने निजी संस्थान के रूप में उसका निर्माण कराया था जिसमें काफी बच्चे पढ़ते हैं और आजम खान की यूनिवर्सिटी सत्ता परिवर्तन के बाद विवादों में भी हमेशा रही है। उसके अलावा आजम खान ने रामपूर पब्लिक स्कूल के नाम से कई स्कूल भी बनवाए।

इसके अलावा सपा सांसद आजम खान ने समाजवादी पार्टी की सरकार में रामपुर के जिला अस्पताल की पुरानी इमारत को तोड़ कर आलीशान नई तीन मंज़िला बिल्डिंग बनवाई थी। रामपुर के जिला अस्पताल जैसी बिल्डिंग शायद ही पूरे उत्तर प्रदेश में कोई दूसरी बिल्डिंग होगी इस बिल्डिंग को लोग व्हाइट हाउस भी कहते हैं जितनी खूबसूरत जिला अस्पताल रामपुर की इमारत है उतनी ही यहां पर सभी तरह की सहूलत भी है।

सपा सांसद आजम खान का गढ़ है रामपुर

रामपुर के जिला अस्पताल में सीटी स्कैन, अल्ट्रासाउंड, एक्स-रे, डायलिसिस, आईसीयू, वेंटीलेटर, पैथोलॉजी लैब, सहित तमाम सुविधाएं अस्पताल है जो सभी मरीज़ो के लिए निशुल्क है। बात करें यहां की प्रमुख चर्चित हस्तियों की तो रामपुर में राष्ट्रीय स्तर के नेताओं का भी जुड़ाव है रामपुर से बात करें सपा सांसद आजम खान की तो आजम खान भी राष्ट्रीय स्तर के नेता है समाजवादी पार्टी में तो उनका क़द बहुत बड़ा है उसके अलावा देश की राजनीति में भी उनका क़द काफी बड़ा माना जाता है। दूसरे नंबर पर आते हैं कैबिनेट मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी वे यहां से पहली बार सांसद बने थे और कैबिनेट मंत्री बने थे।

सपा सांसद आज़म खान: फोटो- सोशल मीडिया


उसके अलावा यहां पर नवाब खानदान के मिक्की मियाँ थे जो रामपुर से कई बार सांसद बने थे उनकी मौत के बाद उनकी पत्नी बेगम नूर बानो ने राजनीति में कदम रखा और वे भी दो बार रामपूर की सांसद बनी।नवाब खानदान का कद कांग्रेस पार्टी में काफी अहम माना जाता है।

गेहूं, धान, गन्ना और आम ये चार फसलें प्रमुख है रामपुर की

बात करें रामपुर की किसानी की तो रामपुर में गेहूं, धान और गन्ना और आम ये चार फसलें बहुत बड़ी मानी जाती हैं और इन फसलों से काफी लोग जुड़े हुए हैं। आम की फसल तो इतनी बड़ी होती है यहां से आम दूसरे स्टेट में एक्सपोर्ट भी किया जाता है।

Shashi kant gautam

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