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Rampur:अब्दुल्लाह आजम सीतापुर जेल से रिहा होकर पहुंचे रामपुर में अपने घर

Rampur: आजम खान के पुत्र अब्दुल्ला आजम 23 माह की जेल काटने के बाद रिहा होकर अपने गृह जनपद रामपुर पहुंचे

Azam Khan
Report Azam KhanPublished By Vidushi Mishra
Published on: 16 Jan 2022 5:22 AM GMT
Azam Khan and son Abdullah Khan
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 आजम खान और बेटे अब्दुल्ला खान ( फाइल फोटो: सोशल मीडिया)

Rampur: समाजवादी के वरिष्ठ नेता एवं सांसद आजम खान के पुत्र अब्दुल्ला आजम 23 माह की जेल काटने के बाद रिहा होकर अपने गृह जनपद रामपुर पहुंचे, जहां पर घर से चंद कदम के फासले पर भारी पुलिस फोर्स ने उन्हें रुकने का इशारा किया था। जिस पर वह पुलिस पर तंज कसने से नहीं चूके। इसके अलावा मीडिया के सवालों का भी जवाब दिया अब्दुल्ला की रिहाई की खबर से उनके घर को लाइटों से सजाया गया था।

अब्दुल्लाह आजम ने रामपुर पहुंचकर उनके घर के निकट तैनात पुलिस फोर्स को देखकर कुछ इस तरह कहा- घर पर कोई नहीं आएगा, इतना अन्याय ना करो, ऐसा अन्याय ना करो, किसी के घर पर कोई ना आए, यह है लोकतंत्र, घर पर लोग नहीं आ सकते, कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने के बाद यह हाल है रामपुर में, घर पर आने से लोगों को रोक रहे हैं यह है लोकतंत्र। आचार संहिता के नाम पर और कोविड प्रोटोकॉल के नाम पर ऐसे शोषण कर रहे हैं यहां घर तक पर लोग नहीं आ सकते।

ऊपर वाला है आज नहीं तो कल इंसाफ जरूर करेगा

अब्दुल्लाह आजम ने पुलिस पर तंज करते हुए खाना खाने की इजाजत मांगी, भाई खाना खा लें घर जाकर, आप कहो वह भी ना खाएं, कह दो, कमिश्नर साहब ने मना कर दिया होगा। अब्दुल्लाह आजम ने कहा हमारे साथ जितनी ज्यादती होनी थी हो ली, भैंस चोर हैं, बकरी चोर हैं जो ज्यादतियां और भी रह गई हैं वह भी कर लो लेकिन चलो हम नहीं कर पाए, लेकिन ऊपर वाला है आज नहीं तो कल इंसाफ जरूर करेगा।

अब्दुल्लाह आजम ने उनके पिता आजम खान के कोई संदेश देने के सवाल पर कुछ इस तरह कहा- वक्त आने पर दूंगा, मैं सिर्फ जेल में इसलिए रुका हुआ था और मैं आज आपके सामने भी कहता हूं जितना जुल्म हो सकता था और जितनी तकलीफ दी जा सकती थी मुझे और मेरे परिवार को, मेरी मां को, मेरे वालिद को दी गई है और आज भी मेरे वालिद को वहां जान का खतरा है और अगर कुछ भी ऊंच नीच हुई तो उसकी जिम्मेदार सरकार और जेल प्रशासन होगा। अच्छा आप बताओ चित्रकूट जेल में जो हुआ चित्रकूट जेल में क्या हुआ यूपी की बाकी जेलो में क्या हो रहा है बताइए आप अगर मैं गलत कह रहा हूं तो बताइए पुलिस कस्टडी में क्या हो रहा है यहां तो आप गवाह हो मैं अपने घर के बाहर अपने घर नहीं जा पा रहा हूं

बताओ ऐसे कैसे निष्पक्ष चुनाव होगा इन अधिकारियों के रहते निष्पक्ष चुनाव होगा सिर्फ हमारे लिए पुलिस, रामपुर वालों की हड्डियां तोड़ने के लिए, उन्हें भैंस चोर और बकरी चोर में बंद करने के लिए पुलिस है और पुलिस के इंस्पेक्टर गैंगरेप में पकड़े जाते हैं।

भाई चुनाव मेरे कहने से नहीं है यह चुनाव आवाम बनाम सरकार होगा। लोग इतना परेशान है उनके साथ इतना अन्याय हुआ है इस कदर बेरोजगारी है। इस कदर महंगाई है। इस कदर लॉ एंड ऑर्डर की सिचुएशन खराब है यह किसी के कहने का चुनाव ही नहीं है। कहावत है ना डूबती हुई नाव में से सब भागते हैं वो हो रहा है उसी का नतीजा है।

अच्छी बात है उनके साथ जो बीजेपी ने सुलूक किया है वह दुनिया जानती है भाई दो ढाई साल तो मैं भी हाउस गया था मैंने देखा है वहां।

अब्दुल्लाह आजम ने जेल में बिताए गए 23 महीने के सवाल पर कुछ इस तरह कहा- जो हमारे साथ हुआ उसके बाद आपको क्या लगता है कैसे कटा होगा। 8 ×10 की कोठरी जिस पर 2 फीट का टायर और 8 × 8 की तन्हाई बैरक में आज भी मेरे वालिद वहां पर बेगुनाह बंद हैं। ऐसे मुकदमे में जिसमें 7 लोग एंटीसिपेटरी बेल पर बाहर हैं और एक अकेले आजम खान साहब जेल में हैं। उन्होंने कहा आजम खान की जान को खतरा है सरकार ने पहले भी इलाज में 9 दिन देरी नहीं कराई क्या-क्या कह सकते हैं।

बाइट अब्दुल्ला आज़म खान

Vidushi Mishra

Vidushi Mishra

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