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Rampur UPSC Topper : सिविल सेवा परीक्षा में रामपुर के प्रखर ने हासिल की जीत, बढ़ाया अपने जिले का गौरव

Rampur UPSC Topper : रामपुर के प्रखर कुमार सिंह ने सिविल सेवा परीक्षा यानी आईएएस में 29 वीं रैंक हासिल कर रामपुर का गौरव बढ़ाया।

Azam Khan
Report Azam KhanPublished By Vidushi Mishra
Published on: 25 Sep 2021 12:05 PM GMT
UPSC Topper Prakhar Kumar Singh
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प्रखर कुमार सिंह 

Rampur UPSC Topper : रामपुर के होनहार युवक ने जिले का नाम रोशन किया है। रामपुर के प्रखर कुमार सिंह ने सिविल सेवा परीक्षा यानी आईएएस में 29 वीं रैंक हासिल कर रामपुर का गौरव बढ़ाया। प्रखर कुमार (UPSC Topper Prakhar Kumar Singh) की इस कामयाबी से माता-पिता गदगद है। तो वहीं प्रखर को और उस के माता-पिता को बधाई देने वालों का घर पर तांता लगा हुआ है।

प्रखर के माता पिता अपने बेटे की कामयाबी से बहुत खुश हैं। बेटा भी अपनी इस कामयाबी के पीछे अपने माता-पिता को इसका श्रेय देता है। भाजपा के जिला अध्यक्ष अभय गुप्ता अपने पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ प्रखर के घर उसके माता-पिता को और उसे बधाई देने पहुंचे।

बेटे में सपना पूरा किया

सीआरपीएफ में रिटायर्ड इंस्पेक्टर केदार सिंह और उनकी पत्नी अपने बेटे की कामयाबी से बहुत खुश हैं। केदार सिंह ने कहा उनकी दिली इच्छा थी कि वे सिविल सेवा परीक्षा में जाएं, पर किसी कारण नहीं जा पाए। लेकिन उनके बेटे ने उनकी इस इच्छा को पूरा कर दिखाया।

जनपद रामपुर के होनहार युवक प्रखर कुमार सिंह (UPSC Topper Prakhar Kumar Singh) ने रामपूर की शान बढ़ाई। सिविल सेवा परीक्षा में ऑल इंडिया में 29 वी रेंक हासिल की।प्रखर कुमार के पिता केदार सिंह सीआरपीएफ के रिटायर इंस्पेक्टर है तो माता सविता सिंह सरकारी स्कूल में शिक्षिका है। केदार सिंह के बेटे ने सिविल सेवा परीक्षा में 29 वी रेंक हासिल कर माता पिता का गौरव बढ़ाया। इस खुशी में प्रखर कुमार के घर पर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है।

प्रखर कुमार ने रामपुर का नहीं बल्कि पूरे देश का गौरव बढ़ाया है जब प्रखर कुमार सिंह (Prakhar Kumar Singh) के 29 वी रेंक की खबर लोगों को मिली है तब से लोग बधाई देने के लिए प्रखर कुमार सिंह के घर पहुंच रहे हैं। बरहाल पूरा परिवार इस कामयाबी से खुश हैं।

वहीं सिविल सेवा परीक्षा में 29 वी रैंक हासिल करने वाले प्रखर कुमार सिंह से हमने बात की तो उन्होंने बताया किसी भी परीक्षा को उत्तीर्ण करने के लिए माता-पिता का सहयोग बहुत जरूरी होता है मेरे माता पिता ने मेरा बहुत साथ दिया मैंने घर पर रहकर ही सेल्फ स्टडी की थी।

सीरियस तरीके से पढ़ाई

प्रखर कुमार(Prakhar Kumar Singh) ने कहा उन्होंने ऑप्शन ट्यूशन ली थी बाकी खुदी स्टडी करते थे प्रखर कुमार ने बताया 2019 में वे आईआईटी रुड़की से उन्होंने इलेक्ट्रिकल इंजीनियर में ग्रेजुएट किया था फाइनल ईयर में मैंने डिसाइड कर लिया था कि मुझे सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करनी है।

2020 में एग्जाम हुआ था जो पोस्पोंन हो गया था जिसका आज रिजल्ट आया है। मेरा 3 साल का यही प्रिपरेशन रहा। प्रखर कुमार(Prakhar Kumar Singh) ने कहा आईएएस एक बहुत अच्छा प्लेटफार्म है में चाहूंगा मुझे जो भी रिस्पांसिबिलिटी दी जाएगी। मैं उसे अच्छे ढंग से निभाओ। मेरी यही सोच है के जनता एडमिनिस्ट्रेशन तक नहीं पहुंचे बल्कि एडमिनिस्ट्रेशन जनता तक पहुंचे।

वहीं प्रखर कुमार के पिता केदार सिंह जो सीआरपीएफ के रिटायर इस्पेक्टर है। उन्होंने कहा बेटे की ऑल इंडिया में 29 वी रैंक है। मोटिवेशन बचपन से था केदार सिंह ने कहा मेरी दिली इच्छा थी कि मैं सिविल सेवा में परीक्षा में जाऊं।

लेकिन किसी कारण से मैं नहीं जा पाया, तो मैंने अपने बच्चे के थ्रू अपने उस सपने को साकार करने के लिए प्रयासरत रहा। बेटे के साथ मैंने पूरी प्लानिंग की कैसे किस स्कूल में पढ़ाया जाए आगे कहां पर लेकर जाया जाए। मेरा बेटा पढ़ने में बहुत ही सीरियस था और उसने इसी वर्ष की परीक्षा 29 वीं रेंक से पास की है।

आईआईटी रुड़की से उन्होंने बीटेक किया है। वहां पर सिलेक्शन के लिए भी उन्होंने कोई कोचिंग प्राप्त नहीं की थी। बिना कोचिंग के यूपीएससी मे वे सिलेक्ट हुए। उनका 15 से 16 घंटे का स्टडी का शेड्यूल था। हमारे बहुत कहने के बाद भी वे रिलैक्स मूड में नहीं आते थे, क्योंकि बहुत ही सीरियस तरीके से वे पढ़ाई करते थे।

Vidushi Mishra

Vidushi Mishra

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