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Ganga Expressway: जानें क्या है गंगा एक्सप्रेस वे की खासियत, पीएम मोदी आज करेंगे शिलान्यास
Ganga Expressway Latest News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को शाहजहांपुर में गंगा एक्सप्रेसवे का शिलान्यास करने आ रहे हैं। यूपी को देश के सबसे लंबे एक्सप्रेस वे की सौगात मिलने जा रही है।
Ganga Expressway Latest News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) शनिवार को शाहजहांपुर (Shahjahanpur) में गंगा एक्सप्रेसवे का शिलान्यास (Ganga Expressway Ka Shilanyas) करने आ रहे हैं। ऐसे में इस समय सोशल मीडिया (Social Media) और डिजिटल मीडिया (Digital Media) पर गंगा एक्सप्रेसव छाया हुआ है। एक तरफ जहां इसे शाहजहांपुर में नये दौर की शुरुआत माना जा रहा है वहीं किसानों को फायदा और उद्योग जगत में नई क्रांति आने की संभावना जताई जा रही है।
उम्मीद हो भी क्यों न? यूपी को देश के सबसे लंबे गंगा एक्सप्रेसवे (Desh Ka Sabse Lamba Expressway) की सौगात जो मिलने जा रही है। 594 किलोमीटर लंबे गंगा एक्सप्रेसवे की लागत 36,200 करोड़ (Ganga Expressway Cost) रुपये अनुमानित है। दूसरी खास बात यह है कि यह प्रोजेक्ट पूरी तरह पीपीपी मॉडल (PPP Model) पर आधारित है। आइए जानते हैं इसकी खासियत (Ganga Expressway Ki Khasiyat) क्या है?
आईआरबी इंफ्रास्ट्रक्चर को मिला प्रशस्ति पत्र
आईआरबी इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपर्स लिमिटेड ने शुक्रवार को कहा कि उसे गंगा एक्सप्रेसवे ग्रीनफील्ड परियोजना (Greenfield Project) के समूह 1 के विकास के लिए उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण से एक प्रशस्ति पत्र मिला है।
कंपनी ने एक बयान में कहा कि वह परियोजना के चार समूहों के समूह 1 के तहत मेरठ से बदायूं तक 129.7 किलोमीटर की दूरी को डिजाइन, बोली, वित्त, संचालन और हस्तांतरण के तहत 6,555 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ विकसित करेगी।
आगामी गंगा एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (UPEIDA) द्वारा शुरू की गई 594 किलोमीटर लंबी छह लेन चौड़ी (आठ लेन तक विस्तार योग्य) ग्रीनफील्ड परियोजना है।
यह पश्चिम में मेरठ और राज्य के पूर्व में प्रयागराज को जोड़ेगा और उत्तर प्रदेश के 12 जिलों - मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज से होकर गुजरेगा।
ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे का निर्माण 36,230 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से किया जा रहा है।
ये दो ग्रुप बनाएंगे एक्सप्रेसवे
मेरठ से प्रयागराज तक बनने वाले देश के सबसे लंबे (594 किलोमीटर लंबे ) एक्सप्रेस-वे का निर्माण ये दो ग्रुप करेंगे। गंगा एक्सप्रेसवे के ग्रुप एक का निर्माण मैसर्स आईआरबी इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपर्स लिमिटेड और ग्रुप 2, 3 और 4 का निर्माण मैसर्स अडानी इंटरप्राइजेस लिमिटेड करेंगे। एक्सप्रेस-वे का निर्माण पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) के तहत किया जाएगा।
शनिवार को गंगा एक्सप्रेस व हवाई पटटी का शिलान्यास होने जा रहा है, जिसके साथ न सिर्फ शाहजहांपुर बल्कि आसपास के जिलों में कटरी से सटे क्षेत्र में नये दौर की शुरुआत होगी। शाहजहांपुर से लेकर बदायूं तक, एटा से लेकर फर्रुखाबाद तक गंगा किनारे के क्षेत्र आर्थिक व सामाजिक रूप से पिछड़े हुए थे। एक जमाने में यहां डकैतों का आतंक भी था लेकिन अब हवाई पट्टी बनने से कटरी क्षेत्र के विकास की सभावनाएं बढ़ गई हैं।
गंगा एक्सप्रेस की शुरुआत पश्चिम में मेरठ के बिजौली गांव से होगी और अंत पश्चिम में प्रयागराज के जुदापुर दांदू गांव में होगा। 2024 तक इसके पूरा होने की उम्मीद है।
गंगा एक्सप्रेसवे परियोजना पर काम 2007 में तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती के समय शुरू हुआ था। लेकिन इस प्रोजेक्ट ने गति योगी आदित्यनाथ के पद संभालने के बाद पकड़ी।
भविष्य में गंगा एक्सप्रेसवे परियोजना को वाराणसी के रास्ते मेरठ से हरिद्वार और प्रयागराज से बलिया तक दोनों छोरों तक विस्तारित किया जा सकता है। इस पर सैद्धान्तिक निर्णय लिया जा चुका है लेकिन अभी अमल में देर है।
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