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Mahoba News:दशहरे पर भ्रष्टाचार दानव के दहन को वृद्ध आरटीआई कार्यकर्ता धरने पर बैठा
Mahoba News: गुरु गोरखनाथ की तपोभूमि महोबा में एक वृद्ध आरटीआई कार्यकर्ता सरकारी जमीनों से अवैध कब्जा हटवाने के लिए धरने पर बैठ गया है।
Mahoba News: असत्य पर सत्य की जीत का महापर्व दशहरा जहां आज पूरा देश मना रहा है वहीं गुरु गोरखनाथ की तपोभूमि महोबा में एक वृद्ध आरटीआई कार्यकर्ता असत्य का पर्दाफाश करने और सरकारी जमीनों गौचर, पहाड़, तालाबों और ग्राम समाज की भूमि पर भू-माफियाओं के कब्जे को हटाए जाने की मांग को लेकर तहसील में धरने पर बैठ गया है। धरने पर बैठे वृद्ध आरटीआई कार्यकर्ता ने सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जा किये भू माफियों पर कार्यवाही न होने पर सीएम की चौखट पर धरना देने की चेतावनी भी दी है।
दरअसल आपको बता दें कि गुरु गोरखनाथ की तपोभूमि महोबा जनपद के सबसे वृद्ध आरटीआई कार्यकर्ता जीवनलाल चौरसिया सरकारी जमीनों पर भू माफियाओं के कब्जे को लेकर कई बार अधिकारियों को प्रार्थना पत्र देने के बावजूद भी कोई कार्यवाही ना होने से इस कदर आहत हैं कि अब दशहरा के दिन धरने पर बैठ गए हैं। महोबा की सदर तहसील पर जीवन लाल चौरसिया धरने पर बैठे हैं। जीवनलाल चौरसिया बताते हैं कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट एंटी भू माफिया महोबा में फेल है। गुरु गोरखनाथ की तपोभूमि महोबा में भू माफियाओं द्वारा सरकारी जमीनों पर कब्जा किया हुआ है। इन सरकारी जमीनों पर कब्जा करने वाले ना केवल समाजसेवी हैं बल्कि सपा, बसपा,कांग्रेस सहित भाजपा के नेता भी शामिल हैं जो खुलेआम सरकारी जमीनों पर कब्जा किए हैं। यही नहीं जमीनों को कब्जा करने के साथ-साथ प्लाटिंग कर बेचने का गोरखधंधा भी महोबा में चल रहा है। जीवनलाल चौरसिया बताते हैं कि उनके द्वारा कई बार जनपद के अधिकारियों को लिखित प्रार्थना पत्र दिए गए। वहीं, मुख्यमंत्री पोर्टल में भी शिकायत की गई लेकिन अब तक भूमाफियाओं पर ना तो कार्यवाही की गई है और ना ही एंटी भू माफिया द्वारा अवैध कब्जों को हटाया गया है।
धरने के माध्यम से आरटीआई कार्यकर्ता जीवनलाल ने सीएम योगी से अपील करते हुए कहा कि जितने बड़े भू माफिया महोबा में है पूरे उत्तरप्रदेश में इतने बड़े भूमाफिया नही है। करोड़ों रुपये की जमीनों पर भू माफिया कब्जा किए है। बीजेपी सरकार का गोवंश को बचाने के लिए बड़ा अभियान चल रही है, लेकिन महोबा में तू भूमाफिया चारागाह और गोचर की आरक्षित जमीनों पर भी कब्जा किए हैं। महोबा के जैतपुर मौजे में 668 एकड़ जमीन को भूमाफिया खा गए है इस जमीन को सभी दलों के नेताओं ने कब्जाया है जिसे कब्जा मुक्त होना चाहिए। उनका आरोप है कि बीजेपी में शामिल भू माफिया तालाबों पर कब्जा कर रहे हैं। जिनके खिलाफ़ कोई कार्यवाही नही की जा रही। महोबा के पहाड़ तालाब ,जमीन को बचाने के लिए यह प्रयास है जिसके लिए वह धरने पर बैठे हैं। उनका कहना है कि महोबा की संपत्ति को लूटा जा रहा है ऐसे में कैसे स्वच्छ और सुंदर महोबा बन पाएगा। वहीं उनके द्वारा नगरपालिका के विकास कार्यों पर भी सवाल खड़े करते हुए कहा गया कि पालिका के विकास कार्य होते ही बैठ जा रहे हैं। तालाब सफाई करने के लिए करोड़ों कीमत की मशीन आई जिसमे कमीशनखोरी हो गई जिसका कोई उपयोग ही नही। उनका दावा है कि उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जे महोबा में हो रहे हैं। जहां बुलडोजर चलना चाहिए वहां सरकार का बुलडोजर नहीं चल पा रहा।इनका आरोप है कि महोबा की सरकारी जमीनों, सार्वजनिक पार्कों,मैदानों चारागाह, गौचर, तालाबों सहित ग्राम समाज की जमीनों पर कब्जे हैं। नॉनजेडए की जमीनों पर भी कब्जों को लेकर राजस्व विभाग में कई बार शिकायतें की जा चुकी है लेकिन अवैध रूप से कब्जे और बिक्री कर भवनों का निर्माण बंद नहीं हो रहा। ऐसे में एक जागरूक नागरिक होने के चलते वह धरने पर बैठे हैं। आगामी 10 अक्टूबर तक धरने पर बैठेंगे और यदि भू माफियाओं पर कोई कार्यवाही नहीं की गई तो फिर मुख्यमंत्री की चौखट पर धरना दिया जाएगा।