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भगवा कमीज, लुंगी और हवाई चप्पल ये है दबंग सांसद की पहचान

इससे बड़ा संकट हम लोगों के जीवन में फिर कभी न आए ऐसी कामना करते हुए दिल खोल कर अपने लोगों की मदद करने की जरूरत है। राजनैतिक व्यक्ति के लिए इस से बड़ा पुनीत कोई कार्य नहीं हो सकता

राम केवी
Published on: 21 April 2020 6:10 PM IST
भगवा कमीज, लुंगी और हवाई चप्पल ये है दबंग सांसद की पहचान
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तेज प्रताप सिंह

गोंडा। कोरोना वायरस के चलते देशभर में लाकडाउन में आम जनता के साथ देश के नेता-मंत्री भी अपने घरों में कैद होकर रह गए हैं। लेकिन कोरोना से फैली महामारी से निपटने के लिए सरकार के साथ ही तमाम सामाजिक संगठन और मशहूर हस्तियां भी काम कर रही हैं।

संकट की इस घड़ी में कैसरगंज से भारतीय जनता पार्टी के सांसद बृज भूषण शरण सिंह के योगदान की जितनी तारीफ की जाय कम है। हर दिन 500 से अधिक गरीब, निराश्रितों, विधवाओं और दिव्यांगों को दैनिक उपयोग की सामग्री, राशन और आर्थिक सहयोग प्रदान करने वाले सांसद सिंह ने अब तक 16 हजार से अधिक जरुरतमंदों को खाद्यान्न और दैनिक उपयोग की वस्तुएं मुहैया कराया है।

जेड श्रेणी सुरक्षा के तामझाम से इतर वे आम लोगों की ही तरह भगवा कमीज, लुंगी और हवाई चप्पल पहने गांव-गांव लोेगों को जागरुक करते भी दिख रहे हैं। लोग उनके अप्रतिम सादगी और सेवा भाव की जमकर प्रशंसा कर रहे हैं और इसकी फोटो भी खूब वायरल हो रही है।

पूरा परिवार लगा है सेवा में

लाकडाउन से उपजे संकट के दौर में बीजेपी सांसद और भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह खुद गरीबों को खाद्यान्न और नकद देने के साथ ही गांव-गांव में ग्रामीणों को कोरोना से बचाव की जानकारी देने में लगे हुए हैं। इस दौरान वे सोशल डिस्टेंसिंग के साथ-साथ लाक डाउन के नियमों का पूरी तरह पालन करते हें। वह गांवों में जरूरतमंदों को मास्क, राशन आदि बांटने अधिकांश जगहों पर स्वयं जाते हैं और अनेक स्थानों पर पत्नी जिला पंचायत अध्यक्ष केतकी सिंह, विधायक पुत्र प्रतीक भूषण सिंह, निजी सचिव संजीव सिंह और बहराइच जिले के प्रतिनिधि सुनील सिंह को भेजते हैं।

विधान सभा वार प्रभारियों से बात कर वे स्वयं तरबगंज तहसील क्षेत्र के विश्नोहरपुर गांव स्थित अपने पैतृक निवास पर प्रतिदिन राहत वितरण की समीक्षा करते हैं। राहत सामग्री के लिए जरुरी सामान वह स्वयं के खर्चे पर उपलब्ध करवा रहे हैं। उनका कहना है कि आप घर पर सुरक्षित रहें आपकी चिंता हम करेंगे। सांसद के इस कदम की सराहना करते हुए लोग उन्हें सलामी दे रहे हैं।

ऐसे सांसद जो ग्रामीणों को कर रहे जागरुक

भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभषण शरण सिंह सियासी और जमीनी अखाड़े के धुरंधर हैं। राजनीति के मंच पर गरजते हैं तो अखाड़े में पहलवानों को दांव-पेंच भी सिखाते हैं। इन सबसे इतर सांसद ने एक नई पहल शुरू की है। कोरोना जैसी महामारी से कैसे खुद को बचाना है। क्या-क्या हिफाजत करने की जरूरत है गांव-गांव जाकर महिलाओं और पुरुषों को जागरुक कर रहे हैं।

शराब न पीने की कर रहे हैं अपील

हर दिन ‘एक गांव‘ लक्ष्य के साथ वे भगवा कमीज, लुंगी और हवाई चप्पल परिधान में कोरोना वायरस जैसी महामारी से बचाव के उपायों को बड़ी आत्मीयता से ठेठ गंवई भाषा में बताकर लोगों को जागरुक कर रहे हैं।

उनका कहना है कि संकट का ये दौर भी बदल जायेगा बस घर में रहिये काम के वक्त एक दूसरे से दूरी बनाये रखें और साबुन से हाथ जरूर साफ करते रहें। वे शराब की बुराइयों पर चर्चा और ग्रामीणों से शराब न पीने की अपील करते हुए लाक डाउन पालन करते हुए सुरक्षित तरीके से खेती किसानी का काम निपटाने का अनुरोध भी करते हैं।

कुछ इस तरह है दिनचर्या

लाकडाउन में भी सांसद बृज भूषण सिंह की व्यस्तता कम नहीं हुई है। विश्नोहरपुर आवास में भोर में उठकर नित्य क्रिया, योगासन आदि के बाद फोन पर अपने वरिष्ठ कार्यकर्ताओं के साथ लोकसभा क्षेत्र में गरीबों को राहत देने पर मंथन करते हैं। फिर टीवी पर रामायण देखते हैं। पौत्र-पौत्रियों के साथ काफी समय बिताते हैं। खेल-खेल में उन्हें कुश्ती के गुर भी सिखाते हैं।

सांसद कहते हैं कि क्षेत्रवासियों से मुलाकात एवं विभिन्न कार्यक्रमों में सम्मिलित होकर शाम को आवास वापसी पर अद्भुत, अकल्पनीय दृश्य हो जाता है, जब परिवार के नन्हे-मुन्ने लाडले, प्यारे पौत्र-पौत्री दौड़ते-दौड़ते आकर अपने बाबा के बाहों से लिपटकर खूब प्यार-दुलार करते हैं। मस्ती के इन खूबसूरत पलों को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता।

घोड़े के साथ सांसद

गौशाला की व्यवस्था के साथ ही वे अपने अच्छी नस्ल के घोड़ों बादल और बुलेट को भी भरपूर समय देकर उनकी देखरेख स्वयं करते हैं। उनके साथ दौड़ भी लगाते हैं। सांसद कहते हैं कि सेल्फ आइसोलेशन या फुरसत के क्षणों में पैतृक गांव के स्व. विश्राम सिंह वाटिका में बुलेट और बादल के साथ समय बिताना बहुत मनोरंजक लगता है।

जेल कैदियों, थानों में पहुंचाई राहत सामग्री

परिजनों की मुलाकात बंद होने से जेल बन्दियों को दैनिक उपयोग के सामानों का संकट न हो इसलिए सांसद ने व्यक्तिगत कोष से गोंडा जेल के 800 बंदियों को प्रचुर मात्रा में सब्जी, साबुन, मंजन, ब्रश उपलब्ध कराया। सांसद के निर्देश पर उनके प्रतिनिधि सुनील सिंह ने बहराइच जिले में निरुद्ध 1100 बंदियों और जिला और महिला अस्पताल में भर्ती मरीज व उनके तीमारदारों की लाक डाउन के चलते मदद की।

इसके अलावा जेल प्रशासन को 8 कुन्तल प्याज, 5 कुन्तल टमाटर, हरी सब्जियां, सबके लिए नहाने धोने के साबुन, मंजन-ब्रश उपलब्ध कराए हैं। साथ ही अस्पताल में भर्ती लगभग 300 लोगों के लिए 03 कुन्तल संतरा और 03 कुन्तल केला भी वितरित कराया है। इसी प्रकार बलरामपुर जिला कारागार में विधायक पल्टूराम के माध्यम से जेल अधीक्षक को टमाटर 01 कुन्तल, प्याज 03 कुन्तल, हरी धनिया 10 किलो, हरा मिर्च 50 किलो, 400 पैकेट बिस्कुट, नहाने का साबुन 350, कपड़ा धुलने का साबुन 350 पीस एवं अन्य सामग्री प्रदान कराया।

इसके साथ ही गोंडा-बहराइच के दर्जनों थानों में सांसद के सौजन्य से जरुरतमंदों को खाद्य सामग्री बांटी जा रही है। कैसरगंज लोकसभा क्षेत्र और गोंडा सदर विधान सभा क्षेत्र के थानों और पुलिस चौकियों पर जाकर कोई भी जरूरतमंद राशन, राहत सामग्री प्राप्त कर सकता है। सांसद के निजी सचिव संजीव सिंह ने बताया कि सांसद के निजी संसाधनों से राहत सामग्री उन्हीं को दी जा रही है, जिनके पास राशन कार्ड नहीं है अथवा जो रोज मजदूरी, ठेला आदि के माध्यम से कमाई कर खर्च चलाते थे और लाक डाउन में काम बंद होने से परिवार पर संकट आ गया।

करोड़ों रुपए किया सहयोग, अस्पताल भी सौंपा

सांसद विकास निधि से 10 करोड़ रुपए (एक करोड़ भुगतान के साथ 09 करोड़ खर्च के लिए सहमति पत्र) सहयोग करने के बाद सांसद ने भारतीय कुश्ती संघ से प्रधानमंत्री राहत कोष में 11 लाख, नंदनी ग्रुप आफ इंस्टीट्यूट की तरफ से 11लाख मुख्यमंत्री राहत कोष, उत्तर प्रदेश कुश्ती संघ से मुख्यमंत्री राहत कोष में 05 लाख तथा मास्क और सेनिटाइजर खरीदने के लिए बहराइच शहर में स्थापित लवकुश रेसलिंग एकेडमी के द्वारा जिलाधिकारी के जनपदीय आपदा राहत कोष में 6 लाख का आर्थिक सहयोग किया है।

इसके अलावा विधायक पुत्र प्रतीक भूषण शरण सिंह ने विधायक निधि से एक करोड़ और निजी तौर पर पांच लाख दिए है। उन्होंने नवाबगंज स्थित 18 बेड का गोनार्द हास्पिटल को प्रशसन के हवाले कर दिया है और उनकी पुत्रवधू डा. राजश्री सिंह स्वयं बीमारों के इलाज में जुटी रहती हैं।

कुश्ती संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं सांसद

गोंडा लोक सभा क्षेत्र से 1991, बलरामपुर क्षेत्र से 1999 में, 2004 में कैसरगंज लोक सभा क्षेत्र में भाजपा के टिकट पर, 2009 में समाजवादी पार्टी से, 2014 और 2019 में भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर भारी बहुमत से विजय हासिल करने वाले बृजभूषण शरण सिंह लगातार तीसरी बार भारतीय राष्ट्रीय कुश्ती संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं। कुश्ती संघ मंे सांसद का प्रवेश वर्ष 2004 में कुश्ती संघ के जिलाध्यक्ष के तौर पर हुआ था। 2004 में उन्हें प्रदेश अध्यक्ष का दायित्व मिला।

कुश्ती के गुर सिखाते सांसद

इसके बाद 2011 में राष्ट्रीय अध्यक्ष की बागडोर सौंपी गई और तभी से निरन्तर वे इस पद पर चुने जा रहे हैं। प्रत्येक चार वर्ष के अन्तराल में होने वाले राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव में वर्ष 2015 में भी सासंद ने जीत दर्ज की थी। भारतीय कुश्ती में उनके सराहनीय योगदान को देखते हुए कुश्ती की वैश्विक संस्था युनाइटेड रेसलिंग वर्ल्ड द्वारा 2015 में उन्हें एशियन वाइस प्रेसिडेंट के पद से नवाजा जा चुका है।

जनप्रतिनिधियों की जिम्मेदारी अधिक

‘वो पथ क्या पथिक कुशलता क्या, जिस पथ में बिखरे शूल न हों। नाविक की धैर्य कुशलता क्या, जब धाराएं प्रतिकूल न हो।‘ इन पंक्तियों के साथ सांसद कहते हैं कि परिस्थितियां कितनी विकट हो सेवा का भाव जागृत रहना चाहिए। कठिन परिस्थितियों को उच्च नैतिक बल से खत्म करना मेरे जीवन का मूल मंत्र रहा है। जीवन अनमोल है, संकट भी गंभीर है लेकिन संकट के इस दौर में हम आपको अकेला छोड़ दें ये हमारी संस्कृति नहीं।

गंभीर संकट के दौर में जब पूरा विश्व अपने घरों में कैद है तब भी अधिकारी, पुलिस और डाक्टर अपनी जिम्मेदारी पूरी निष्ठा और लगन के निभा रहे हैं। जबकि समाज के प्रति जनप्रतिनिधियों की जिम्मेदारी उनसे कहीं बढ़कर है। इससे बड़ा संकट हम लोगों के जीवन में फिर कभी न आए ऐसी कामना करते हुए दिल खोल कर अपने लोगों की मदद करने की जरूरत है। राजनैतिक व्यक्ति के लिए इस से बड़ा पुनीत कोई कार्य नहीं हो सकता।

राम केवी

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