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Saharanpur: सकुशल वापस लौटे यूक्रेन में फंसे कई छात्र, भारत सरकार को किया धन्यवाद
Saharanpur: सहारनपुर से यूक्रेन गये 76 छात्रों में से 35 छात्र सकुशल आए वापस। सरकार को किया धन्यवाद।
Saharanpur: सहारनपुर जनपद से यूक्रेन गये 76 छात्रों में से 35 छात्र सकुशल सहारनपुर वापिस आ गये है। आज यूक्रेन से लौटे हुए छात्र छात्राओं ने सहारनपुर जिलाधिकारी से मुलाकात की और सरकार का धन्यवाद अदा करते हुए कहा कि हालात बद से बदतर है लेकिन सरकार इस सक्रियता के चलते ही वह सकुशल अपने घर वापस लौट पाए हैं। इसके लिए वह सरकार का जितना धन्यवाद करें उतना कम है।
सहारनपुर के जिला अधिकारी अखिलेश सिंह ने बताया कि जनपद सहारनपुर के कुल 76 छात्र ऐसे थे, जो एमबीबीएस की पढ़ाई करने के लिए यूक्रेन गए हुए थे। उसमे से 35 छात्र वापस लौट आए हैं। बाकी सभी छात्र कीव और खारकीव को छोड़कर रोमानिया या पॉलैंड के बॉर्डर से भीतर है या वहाँ बॉर्डर पर है। सभी छात्र सुरक्षित है।
सभी छात्र बॉर्डर पर सुरक्षित
वर्तमान में कोई भी छात्र ऐसा नही है जो खारकीव या कीव में हो। सभी छात्र सुरक्षित है बॉर्डर पर है। किसी को भी आशंका नही थी कि ऐसी युद्ध की स्थिति बनेगी छात्रों को पहले से ही एडवाइजरी जारी कराई गई थी ।
इसके बावजूद सभी छात्रों को भारतीय सरकार ने यूनियन गवर्नमेंट ने और उत्तर प्रदेश सरकार ने भारतीय दूतावास के माध्यम से सबको एडवाइजरी जारी कराई थी। सबको वहाँ से सुरक्षित निकालने का प्रयास किया।
ऐसी स्थिति में जो कार्रवाही की गई, उसका यही परिणाम है कि आज सभी छात्र जो सहारनपुर जनपद के है जो भारत वर्ष के है औऱ उत्तर प्रदेश के है सभी छात्र सुरक्षित है रोमानिया,पॉलैंड या हंगरी के बॉर्डर के अंदर है। हम लोग उनकी सुरक्षित घर वापसी करा पाएंगे। यहाँ पर कंट्रोल रूम बनाया गया है।
उत्तर प्रदेश की स्थल पर राहत कार्यालय में भी कंट्रोल रूम है। कंट्रोल रूम के माध्यम से सभी छात्रों के माता पिता उनसे लगातार हम लोग बातचीत कर रहे हैं। उनकी जो भी छोटी छोटी समस्या है । जो भी भारतीय दूतावास है उसके माध्यम से हम लोग उनकी समस्याओं का समाधान करा रहे हैं।
वही मोहम्मद अफसर एमबीबीएस मेडिकल स्टूडेंट जो यूक्रेन में फंसा हुआ था और कल ही सहारनपुर आया है। मोहम्मद अफसर का कहना है कि वह 23फरवरी से यूक्रेन में फंसा हुआ था और तीन दिन रोमानिया बॉर्डर पर पहुंचे में लगे। उसके बाद तीन दिन वह रोमानिया में रहा है और कल ही वह सुरक्षित सहारनपुर लौट आया है।
मोहम्मद अफसर ने बताया कि यूनिवर्सिटी से बॉर्डर का सफर तकरीबन 230 किलोमीटर है। जिसमे वह 41 स्टूडेंट सहारनपुर के थे और कुल 120 स्टूडेंट उत्तर प्रदेश के। हम तकरीबन 15किलोमीटर पैदल चले और उसके बाद हमने खुद से बस की बॉडर के लिए। बॉर्डर पर पहुँच ने बाद हम दो से तीन दिन भूखे रहे क्योंकि वहाँ पर कोई कार्ड एक्सेप्ट नही हो रहा था।
बॉर्डर क्रॉस होने के बाद हमारी इंडियन एम्बेसी ने बहुत मदद की हमे शेल्टर में रखा और सब कुछ प्रोवाइड किया। उसके बाद हमारी फ़्लाईट मिली और हम दिल्ली पहुँचे दिल्ली आने के बाद हमारे धर्म वीर राणा सिंह थे उन्होंने हमारी अच्छे से मदद की और हमे उत्तर प्रदेश सरकार भवन लेकर गए और हमे सुरक्षित हमारे घर भेज दिया। हम महसूस तक नही कर सकते के हम कहा थे। हमारी सरकार ने हमारे लिए बहुत कुछ किया है और हम तहे दिल से अपनी सरकार का धन्यवाद करना चाहेंगे।