फर्जीवाडे का खुलासा:सरगना सहित छह आरोपियों को किया पुलिस ने गिरफ्तार

कोतवाली सदर बाजार पुलिस और क्राइम ब्रांच की सर्विलांस टीम ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण देहरादून के खाते से फर्जी चेक द्वारा चार करोड़ रुपये की रकम निकालने के मामले का खुलासा करते हुए गिरोह के सरगना सहित छह लोगों को गिरफ्तार किया है।

Anoop Ojha
Published on: 20 Feb 2018 1:55 PM GMT
फर्जीवाडे का खुलासा:सरगना सहित छह आरोपियों को किया पुलिस ने गिरफ्तार
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फर्जीवाडे का खुलासा:सरगना सहित छह आरोपियों को किया पुलिस ने गिरफ्तार

सहारनपुर: कोतवाली सदर बाजार पुलिस और क्राइम ब्रांच की सर्विलांस टीम ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण देहरादून के खाते से फर्जी चेक द्वारा चार करोड़ रुपये की रकम निकालने के मामले का खुलासा करते हुए गिरोह के सरगना सहित छह लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों में मुजफ्फरनगर स्थित बैंक का कस्टमर सर्विस आॅफिसर भी शामिल है। पकडे गये आरोपियों ने गुजरात, उत्तरप्रदेश, महाराष्ट्र व राजस्थान में सरकारी खातों से रुपया निकालने का फर्जीवाड़ा कर चुके हैं। आरोपियों के पास से लाखों रुपये की नगदी, एक इनोवा कार व कीमती जेवरात बरामद हुए हैं।

मंगलवार को पुलिस लाइन स्थित सभागार में आयोजित पत्रकार वार्ता में जिलाधिकारी प्रमोद कुमार पांडेय व एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के इंडसइंड बैंक मुजफ्फरनगर के खाते से सहारनपुर में फर्जी चैक द्वारा करीब चार करोड़ रुपये निकालने वाले गिरोह के चार सदस्यों को महाराष्ट्र के जनपद पालघर से गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों के पास से सात लाख रुपये की नगदी, एक इनोवा कार व सोने के जेवरात बरामद हुए हैं।

उन्होंने बताया कि पांच दिसंबर,12 दिसंबर, 17 दिसंबर, 20 दिसंबर व 27 दिसंबर 2017 को अलग-अलग समय पर राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के खाते से फर्जी चैक द्वारा करीब चार करोड़ रुपये की रकम निकाली गई थी। इस सम्बंध में कोतवाली सदर बाजार पुलिस द्वारा धारा 420, 467, 468, 471 व 120बी, भादावि के तहत इंडसइंड बैंक के अधिकारियों वह लोग जिनके खाते में रकम ट्रांसफर हुई थी निमेश जैन, पंकज सिंह, पारस मकवाना, पवन कुमार जैन, दिव्यांग गांधी, प्राधिकरण के संलिप्त अधिकारियों, विशेष भूमि अध्यापति अधिकारी कार्यालय के संलिप्त कर्मचारियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया था। मामले की जांच कोतवाली सदर बाजार इंस्पेक्टर वाईडी शर्मा की टीम व क्राइम ब्रांच की सर्विलांस टीम इंचार्ज मुबारिक हसन को सौंपी गई थी।

डीएम व एसएसपी ने बताया कि मामला गंभीर होने के चलते पुलिस की टीमों ने चौतरफा जांच पड़ताल की। इसी आधार पर मूल रूप से बनारस के रहने वाले इन दिनों महाराष्ट्र के जिला पालघर स्थित थाना मानकपुर क्षेत्र के महावीर अग्रवाल कॉम्पलेक्स, भाबोला नाका वसई निवासी ओम प्रकाश श्रीवास्तव पुत्र अनिल कुमार व मूल रूप से मुजफ्फरनगर जिले के निवासी तथा इन दिनों महाराष्ट्र के पालघर में रह रहे सलमान पुत्र नफीस मासूम अली पुत्र असद अली व इस्लामुद्दीन पुत्र बाबू को गिरफ्तार किया गया।

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पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि गैंग का लीडर ओम श्रीवास्वत व सुनील सैनी है। जो फर्जी चैक और कागजात तैयार कराकर गिरोह के अन्य सदस्यों को उपलब्ध कराते थे। पूछताछ में आरोपी मासूम अली ने पुलिस को बताया कि हम लोग छोटे-मोटे काम करके थक गये थे इसीलिए एक गिरोह बनाया गया। इसी के तहत मासूम अली ने मुजफ्फरनगर स्थित इंडसइंड बैंक के कस्टमर सर्विस अधिकारी गौरव गर्ग से दोस्ती कर ली। मुलाकातों के दौरान मासूद अली ने गौरव गर्ग को फर्जीवाड़ा कर बड़ी रकम कमाने के लिए तैयार किया। गौरव गर्ग ने उन्हें बताया कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के खाते में करोड़ों रुपये की रकम पड़ी हुई है। मासूम अली ने गौरव गर्ग को ओम प्रकाश श्रीवास्तव व उसके साथी पारस मकवाना को मुम्बई से मीरापुर बुलाकर मिलवाया।

इसके बाद गौरव गर्ग ने धोधाखड़ी से बैंक से एडीएम जनपद सहारनपुर की चेकबुक, पत्र तथा डाकबही के नमूनों की फोटोस्टेट करके मासूम अली को सौंप दी। इसी आधार पर ओम श्रीवास्तव ने अपने साथी सुनील साथी द्वारा चैकबुक तैयार कराई गई। इसके बाद अलग-अलग तिथि को सलमान, आसिफ व इस्लामुद्दीन को साथ ले जाकर बैंकों में चेक जमा करा दिये और सभी चेक पास करा लिये। डीएम व एसएसपी ने बताया कि पूछताछ के आधार पर बैंक कर्मचारी गौरव गर्ग व खाते से रुपया निकालने वाले आसिफ को भी गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस की टीम दोनों आरोपियों को रुपया बरामदगी के लिए मुजफ्फरनगर ले गई है।

Anoop Ojha

Anoop Ojha

Excellent communication and writing skills on various topics. Presently working as Sub-editor at newstrack.com. Ability to work in team and as well as individual.

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