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Saharanpur News: बाल गृह बालिका में बच्चियों के उत्पीड़न का आरोप, महिला अफसर करेंगी हकीकत का जांच
Saharanpur News: जिलाधिकारी सहारनपुर ने कहा कि जैसे ही उनके संज्ञान में यह मामला आया उन्होंने तीन महिला अधिकारियों की एक कमेटी का गठन किया। जिन्होंने अपनी जांच शुरू कर दी है।
Saharanpur News: सहारनपुर के बाल गृह आवासीय (बालिका) के अंदर की बच्चियों ने वहां दुर्व्यहार और उत्पीड़न की शिकायत की है। जिलाधिकारी सहारनपुर ने कहा कि जैसे ही उनके संज्ञान में यह मामला आया उन्होंने तीन महिला अधिकारियों की एक कमेटी का गठन किया। जिन्होंने अपनी जांच शुरू कर दी है। उधर, बालिका गृह की काउंसलर पूजा सैनी भी एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती हैं।
सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए बालिकाओं ने लगाए प्रबंधक पर गंभीर आरोप
सहारनपुर के जनकपुरी थाना क्षेत्र के जनता रोड स्थित बालगृह में रह रही बच्चियों ने प्रबंधक वेदपाल सिंह पर दुर्व्यहार एवं मारपीट के गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने सोशल मीडिया के एक प्लेटफार्म पर बताया कि इसी के लिए उन्होंने बालिका गृह के अंदर ही चार दिन पूर्व धरना भी दिया था। उनकी कहीं पर कोई सुनवाई नहीं हो रही थी। जिसमें 11 बच्चियां बीमार हो गई थीं। जिनका इलाज एक प्राइवेट हॉस्पिटल में कराया गया। ताकि किसी को इसकी भनक ना लगे। उसके बाद बच्चियों को वापस बाल गृह भेज दिया गया। वहां पर रह रही बच्चियों ने प्रबंधक सहित कुछ लोगों पर यौन शोषण तक के गंभीर आरोप लगाए हैं।
कैमरे के सामने कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं
इस बारे में जब मीडिया के लोग मौके पर पहुंचे तो कोई भी मौके पर आकर बोलने को तैयार नहीं हुआ। हालांकि, बालिका गृह की काउंसलर पूजा सैनी भी एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती हैं। जिनका कहना है कि बालिका गृह की जो बालिकाएं हैं, वह अपनी मांगों को लेकर धूप में धरने पर बैठी थी। धूप में धरने पर बैठे रहने के कारण उनकी तबीयत बिगड़ गई थी। जिस कारण उनको मैंने पुलिस बुलाकर यहीं जनता रोड स्थित एक प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कराया। जहां पर उनका इलाज चल रहा था। वो ठीक होती रहीं और उनको वापस भेजते रहे। बालिकाओं के जो आरोप थे, वह खाने-पीने आदि व्यवस्थाओं को लेकर थे। यौन शोषण के आरोप पर पूजा ने कहा कि मैं सुबह नौ से शाम पांच बजे तक रहती हूं। उसके बाद प्रबंधक वेदपाल सर ही यहां रहते हैं।
डीएम ने लिए ये कड़े एक्शन
जिलाधिकारी सहारनपुर ने कहा कि जैसे ही उनके संज्ञान में यह मामला आया, उन्होंने तीन महिला अधिकारियों की एक कमेटी का गठन किया। जिन्होंने अपनी जांच शुरू कर दी है, जांच में मिली आख्या में अभी तक दुर्व्यहार और उत्पीड़न का मामला सामने आया है लेकिन यौन उत्पीड़न जैसी कोई बात सामने नहीं आई है। पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करा दिया गया है। इसके अलावा वहां की व्यवस्थापक अधीक्षिका और रसोईया को मिली आख्या के आधार पर टर्मिनेशन लेटर लिख दिया गया है। जिस पर आरोप लगे हैं, उस शख्स वेदपाल उसके आने जाने पर रोक लगा दी गई हैं और इस मामले में एसएसपी से अनुरोध किया गया है कि जांच महिला अधिकारी को ही दी जाए, जिस पर महिला सीओ अधिकारी को यह जांच की गई है। इसके अलावा महिला इंस्पेक्टर इसमें जांच करेंगे ताकि जो वहां पर रहने वाली लड़कियां पर खुलकर बात कर सकें। दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।