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Saharanpur में बिना अनुमति गुर्जर-राजपूत समाज ने निकाली मिहिरभोज प्रतिहार गौरव यात्रा, जिले में तनाव... इंटरनेट सेवा बंद
Saharanpur News: सहारनपुर में गुर्जर और राजपूत समाज आमने- सामने आ गए हैं। सम्राट मिहिर भोज को लेकर दोनों समाजों में टकराव की स्थिति बनी हुई है। जिले के डीएम ने एहतियातन इंटरनेट सेवा बंद करवा दी है। धारा-144 पहले से लागू है।
Saharanpur News : सहारनपुर में पुलिस-प्रशासन की अनुमति के बिना गुर्जर समाज ने 'सम्राट मिहिर भोज प्रतिहार यात्रा' निकाली। गौरव यात्रा के विरोध में राजपूत समाज ने प्रदर्शन किया। प्रशासन ने एहतियातन जिले में धारा-144 लागू कर दी थी। जिला प्रशासन की अनुमति के बिना यात्रा निकालने और प्रदर्शन करने पर इसे कानून का उल्लंघन माना गया है। प्रशासन का कहना है कड़ी कार्रवाई की जाएगी। वहीं, हालात के मद्देनजर सहारनपुर के डीएम के आदेश पर जिले में इंटरनेट और ब्रॉडकास्टिंग की सभी सेवाओं को अगले आदेश तक बंद रखने को कहा गया है।
आपको बता दें, गुर्जर समाज द्वारा यात्रा निकालने के ऐलान के बाद से दोनों समाज में टकराव की स्थिति बनी हुई है। गुर्जर और राजपूत समाज के लोग एक-दूसरे की जाति के इतिहास से छेड़छाड़ करने का आरोप लगा रहे हैं। बहरहाल, 29 मई को राजपूत समाज भी अपनी जिद पर अड़ा रहा और बिना प्रशासन की अनुमति के सम्राट मिहिर भोज प्रतिहार गौरव यात्रा निकाली।
राजपूत समाज के लोगों ने तोड़ी बैरिकेडिंग
सहारनपुर के मल्हीपुर रोड से सोमवार (29 मई) को राजपूत समाज के लोगों ने भी यात्रा निकाली। यात्रा में हजारों की संख्या में लोग मौजूद रहे। यात्रा जब डीआईजी कार्यालय के सामने पहुंची तो वहां पुलिस पहले से ही उपस्थित थी। बैरिकेड लगी थी। बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स की मौजूदगी के बावजूद बैरिकेडिंग तोड़ राजपूत समाज के हजारों लोगों ने कलेक्ट्रेट का घेराव किया। ये सभी यात्रा निकालने की मांग करते रहे। इतना ही नहीं, इसके बाद कुछ लोगों ने घंटाघर चौक का रुख किया तो कई वहीं रुके रहे।
'गुर्जर समाज हमारे इतिहास को कब्जाने की फ़िराक में'
राजपूत समाज द्वारा बिना परमिशन के निकाली गई गौरव यात्रा में एंबुलेंस भी फंस गई। जाम में बड़ी संख्या में वाहन फंसे रहे। इतना ही नहीं सड़क पर केवल राजपूत समाज के लोगों का ही हुजूम नजर आया। पुलिस बेबस नजर आई। राजपूत समाज के नागेंद्र राणा का कहना है कि, 'सम्राट मिहिर भोज प्रतिहार हमारे समाज के हैं जिन्हें गुर्जर समाज कब्जा लेना चाहता है। हमारे इतिहास को भी कब्जा लेना चाहते हैं। राजपूत समाज से अब उसका इतिहास भी छीना जा रहा है। जब अधिकारियों ने यात्रा की अनुमति नहीं दी थी, हम इस बात के लिए मान गए थे। लेकिन, गुर्जर समाज को यात्रा क्यों निकालने दी गई। उसी के विरोध में अब हमने यह विरोध-प्रदर्शन किया है। हम अपने इतिहास को किसी और को कब्जाने नहीं देंगे।'
राजपूत समाज ने DM-SSP को दिया ज्ञापन
आपको बता दें, सम्राट मिहिर भोज प्रतिहार को लेकर आज पहले बिना परमिशन गुर्जर समाज ने गौरव यात्रा निकाली। उसके बाद प्रतिकार स्वरूप राजपूत समाज के लोगों ने भी विरोध-प्रदर्शन किया। उन्होंने भी बिना अनुमति इकट्ठे होकर प्रदर्शन किया। जिले के माल्हीपुर रोड से जोरदार प्रदर्शन करते हुए डीआईजी के कार्यालय के बाहर बैरिकेडिंग तोड़ते हुए जिला मुख्यालय पहुंचे। उसके पश्चात अधिकारियों द्वारा समझाने के बाद रामलीला ग्राउंड पहुंचे। जहां जिलाधिकारी और एसएसपी ने प्रदर्शनकारियों से वार्ता की और उनका ज्ञापन लिया।
क्या कहा DM ने?
जिलाधिकारी दिनेश चंद्र ने बताया कि, 'काफी समय से गुर्जर समाज ने अपनी यात्रा को निकालने के लिए प्रार्थना पत्र दिया था। धारा- 144 लगा दी गई थी। यह एक नई परंपरा थी इसीलिए किसी भी जातिगत आधार पर रैली या किसी भी नई परंपरा को परमिशन नहीं दी जा सकती थी। इसीलिए पूर्व में ही इसे निरस्त करते हुए अनुमति नहीं दी गई। इतना ही नहीं गुर्जर समाज के लोगों से बातचीत कर उन्हें समझाया भी गया था। ये भी बता दें कि इस यात्रा की अनुमति नहीं है। बावजूद उन्होंने यात्रा निकाली। यात्रा में किसी प्रकार की कोई हानि ना हो, इसलिए हमने 5 जगह अलग-अलग स्थानों पर यात्रा को रोका। लेकिन भीड़ एक स्थान से ना चलकर अलग-अलग स्थानों से गुजर रहे थे। उन्होंने बिना किसी नेतृत्व के यात्रा निकाली और उसके विरोध में दूसरे समाज द्वारा विरोध-प्रदर्शन किया गया। विषय बेहद गंभीर है। सोच-समझकर फैसला लिया जाएगा।'
SSP ने ये बताया?
सहारनपुर के एसएसपी डॉ विपिन तारा ने बताया कि, 'इसे लेकर पहले ही तैयारियां कर ली गई थी। पूरी तरह से फोर्स नकुड में अलग-अलग क्षेत्रों में तैनात था। भीड़ अलग-अलग गांव से आई थी। इनका कोई नेतृत्वकर्ता नहीं था। लेकिन, उन्होंने अपनी यात्रा शांतिपूर्वक निकाली। इसके बाद राजपूत समाज ने अपना विरोध प्रदर्शन किया। फिलहाल उन्होंने ज्ञापन दे दिया है। कुछ लोगों ने माहौल बिगाड़ने का प्रयास किया। न्याय संगत कार्रवाई की जाएगी। बिना अनुमति सरकारी आदेशों की अवहेलना हुई है। फ़िलहाल धारा- 144 लागू है। उनके द्वारा जो भी कृत्य किए गए हैं सोच विचार कर न्याय संगत कार्रवाई की जाएगी।'