×

मीडिया के माध्यम से संतों को किया जा रहा है बदनाम: अखिलेश्वरानन्द

कार्यक्रम का संचालन केंद्रीय संत संपर्क प्रमुख अशोक तिवारी ने किया तथा अन्त में विहिप के प्रान्यासी मंडल के सदस्य दिनेश ने सभी संतों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में भारी संख्या में युवा संत मौजूद रहे।

Shivakant Shukla
Published on: 8 Feb 2019 4:08 PM GMT
मीडिया के माध्यम से संतों को किया जा रहा है बदनाम: अखिलेश्वरानन्द
X

आशीष पाण्डेय,

कुंभ नगर: हिंदू समाज की एकता को तोड़ने के लिए विदेशी धन का उपयोग हो रहा है। मीडिया जगत के माध्यम से संतो को बदनाम किया जा रहा है। उनके ऊपर आरोप लगाकर आस्था को कमजोर करने के प्रयास किए जा रहे है। उक्त बातें महामंडलेश्वर अखिलेश्वरानन्द ने नगर के सेक्टर 14 ओल्ड जीटी रोड स्थित गंगा सभा पंडाल में विश्व हिंदू परिषद द्वारा आयोजिज युवा संत चिंतन शिविर को सम्बाधित करते हुए अपने अध्यक्षीय सम्बोधतन में व्यक्त किया।

ये भी पढ़ें— इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ ने पीजीआई के गेट से अतिक्रमण हटाने का दिया आदेश

उन्होंने कहा कि मंदिरों की परंपरा तोड़ने, समाज में अविश्वास पैदा करने का उदाहरण सबरीमाला मंदिर है। सरकारों एवं न्यायपालिका को सनातन संस्कृति तथा हिंदू मान्यता, परंपरा में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए।

चिंतन शिविर में देश से कुंभ में आए विभिन्न राज्यों के 200 से अधिक संतों ने हिस्सा लिया। उद्घाटन में विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय उपाध्यक्ष चंपत राय ने राम जन्मभूमि और विश्व हिंदू परिषद की एकता, आस्था और जीवन मूल्य, गोरक्षा मठ मंदिरों का अधिग्रहण हिंदू समाज की एकता को तोड़ने के लिए इस्लामिक चर्च साम्यवादी संगठन के कुचक्र का विषय संतों के समक्ष रखा गया था। महामंत्री जितेंद्रानंद ने कहा कि श्री राम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण न्यायपालिका में 1950 से लंबित है।

ये भी पढ़ें— जियो का ये कदम गंगा की स्वच्छता में ऐसे करेगा मदद

2010 में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने हिंदू समाज के कथन को सिद्ध किया लेकिन ऐसा निर्णय दिया जो किसी भी पक्ष को स्वीकार नहीं था अब मामला सर्वोच्च न्यायालय में लंबित है। न्याय पालिका को करोंड़ों लोगों की आस्था को महत्व देना चाहिए अन्यथा कहीं न्यायपालिका से हिंदू समाज का विश्वास न उठ जाए और गांव गांव में अशांति पैदा हो। न्यायपालिका को धर्म का पालन करना चाहिए। हिंदू धर्म धार्मिक क्षेत्रों में हिंदू जीवन मूल्यों की रक्षा में संतों के मार्गदर्शन में कार्य किया। कुंभ की धर्म संसद में कई निर्णय हुए हैं। विहिप के प्रयास से संत संप्रदाय के संत एक मंच पर एकत्रित होते हैं। जन्मभूमि पर धर्म संसद में संतों द्वारा 6 अप्रैल को घोषित कार्यक्रम के बाद सारी बाधाएं समाप्त हो जाएगी।

ये भी पढ़ें— कुंभ: बसन्त पंचमी स्नान पर्व के अवसर ये है यातायात प्रबन्ध

महामंडलेश्वर महेश्वरानंद ने कहा कि गौ रक्षा के लिए संत समाज को आगे आकर भारतीय नस्ल की गायों के उपयोगिता, चिकित्सा, खाद्य सामग्री, उपयोग एवं आध्यात्मिक महत्व को हिंदू समाज में प्रचारित कर उनकी रक्षा का संकल्प कराना होगा। महामंडलेश्वर हरिहरानंद ने कहा कि सरकारों द्वारा मंदिरों के अधिग्रहण बंद हो। केवल हिंदू समाज के लिए मंदिर अधिग्रहित किए जा रहे हैं जबकि अन्य धर्मों के लिए ऐसा कोई कानून नहीं है। कार्यक्रम का संचालन केंद्रीय संत संपर्क प्रमुख अशोक तिवारी ने किया तथा अन्त में विहिप के प्रान्यासी मंडल के सदस्य दिनेश ने सभी संतों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में भारी संख्या में युवा संत मौजूद रहे।

Shivakant Shukla

Shivakant Shukla

Next Story