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Samajwadi Party: सपा पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ उत्तर प्रदेश अध्यक्ष बने राजपाल कश्यप, महिला प्रकोष्ठ की इन्हे मिली जिम्मेदारी
Samajwadi Party: इसके अलावा रीबू श्रीवास्तव को महिला प्रकोष्ठ व व्यासजी गौड़ को अनुसूचित जनजाति प्रकोष्ठ का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। ये जानकारी समाजवादी मीडिया सेल ने दी है।
Samajwadi Party: समाजवादी पार्टी ने डॉ. राजपाल कश्यप को पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ का प्रदेश अध्यक्ष मनोनीत किया है। इसके अलावा रीबू श्रीवास्तव को महिला प्रकोष्ठ व व्यासजी गौड़ को अनुसूचित जनजाति प्रकोष्ठ का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। ये जानकारी समाजवादी मीडिया सेल ने दी है।
सपा ने तीन प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष घोषित किए हैं। जिसमें इसमें महिला सभा का प्रदेश अध्यक्ष रीबू श्रीवास्तव को बनाया गया है। वाराणसी निवासी रीबू श्रीवास्तव शिवापाल यादव की पार्टी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी से जुड़ी रही है। जबकि महिला सभा की प्रदेश अध्यक्ष रही लीलावती कुशवाहा को सपा ने राष्ट्रीय कमेटी में शामिल किया है।
कौन हैं राजपाल कश्यप
राजपाल कश्यप ग्राम मझरेता, पो. सकतपुर जिला हरदोई के के मूल निवासी हैं। राजपाल यादव की बचपन से ही पढ़ाई मे गहरी रूचि रही है। उन्होने पढ़ाई पूरी करने के बाद पीएचडी की डिग्री पूरी की। छात्र जीवन से ही ये समाज सेवा से जुड़े रहे। 2016 में पहली बार पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ और एमएलसी बने। इससे पहले उनपर कई आपराधिक मुकदमे थे। यही कारण था कि 2015 में जब राजपाल यादव का नाम एमएलसी सूची मे सरकार ने भेजा था तो राजपाल ने वापिस कर दिया था। इसके बाद सरकार ने राजपाल के सारे मुकदमे वापस लेकर दोबारा उनका नाम 25 अप्रैल, 2016 को भेजा। जिसपर राज्यपाल ने सरकार से स्पष्टीकरण मांगा था। जवाब से संतुष्ट होने के बाद राज्यपाल ने इनके नाम को मंजूरी दे दी।
शिवपाल यादव के करीबी मानी जाती हैं रीबू
रीबू श्रीवास्तवा को शिवापाल यादव का बेहद करीबी माना जाता है। 2012 में जब सपा सरकार थी उस समय रीबू श्रीवास्तव को महिला आयोग का उपाध्यक्ष (दर्जा प्राप्त, राज्य मंत्री) बनाया गया था। जब सपा में अध्यक्ष पद को लेकर अखिलेश यादव व शिवपाल यादव में घमासान मचा हुआ था उस समय शिवपाल के साथ कई नेताओं ने शिवपाल यादव द्वारा बनाई गई प्रगतिशील समाजवादी पार्टी को ज्वाइन किया था, उसी में से एक रीबू श्रीवास्तवा भी थी। अब प्रगतिशील समाजवादी पार्टी का सपा में पूर्ण विलय कर दिया गया है। चाचा भतीजे में सारे गिले सिकवे खत्म हो गए हैं। ऐसे में शिवपाल के करीबी लोगों को भी सपा में अहम जिम्मेदारियां सौंपी जा रही है।