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UP Politics : 'दुख के इस माहौल में युवाओं को और अधिक व्यथित न करें', जानिए आखिर क्यों बिफरे पूर्व सीएम अखिलेश यादव?

UP Politics : समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने बीजेपी सरकार पर करारा प्रहार किया है।

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Newstrack Network
Published on: 24 Sep 2024 4:56 PM GMT (Updated on: 24 Sep 2024 5:59 PM GMT)
UP Politics : दुख के इस माहौल में युवाओं को और अधिक व्यथित न करें, जानिए आखिर क्यों बिफरे पूर्व सीएम अखिलेश यादव?
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UP Politics : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने बीजेपी सरकार पर करारा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि देश के युवाओं को दबाव झेलने की शक्ति पैदा करने का प्रवचन देकर, दुख के इस माहौल में युवाओं को और भी अधिक व्यथित न करेंं। बता दें कि केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने बीते दिनों एक निजी मेडिकल कॉलेज में स्ट्रेस मैनेजमेंट विषय पर संबोधन दिया था। उन्होंने कहा था कि कॉलेजों में स्ट्रेस मैनेजमेंट विषय पर पढ़ाई होनी चाहिए। उन्होंने अपने संबोधन के दौरान ईवाई के पुणे कार्यालय में काम करने वाली युवा सीए अन्ना सेबेस्टियन पेरायिल की मौत का जिक्र किया था। इसके बाद से उनके बयान पर बवाल मचा हुआ है।

पूर्व सीएम अखिलेश यादव अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर एक पोस्ट किया, जिसमें लिखा - कार्य की दशाओं में सुधार की जगह देश के युवाओं को दबाव झेलने की शक्ति पैदा करने का प्रवचन देकर, दुख के इस माहौल में युवाओं को और भी अधिक व्यथित करने वाली भाजपाई मंत्री महोदया से आग्रह है कि यदि उनकी सरकार कोई सांत्वना नहीं दे सकती है, कोई सुधार नहीं कर सकती है तो न करे, लेकिन इस घटना के संदर्भ में अपनी हृदयहीन और असंवेदनशील सलाह से जनाक्रोश न बढ़ाए।

उन्होंने आगे लिखा, देश के नौकरीपेशा लोगों को भाजपा से कोई उम्मीद नहीं है क्योंकि भाजपा उन जैसे पूँजीपतियों के पैसों से ही फलीफूली है, जो एम्पलॉयीज का शोषण करके अपने मुनाफ़े को बेतहाशा बढ़ाते हैं और उस मुनाफ़ाख़ोरी का हिस्सा-बाँट भाजपा के साथ करते हैं। आज काम के दबाव और तनाव के मामले में प्राइवेट नौकरियों से लेकर सरकारी नौकरी तक में सब जगह एक-सा माहौल है। लोग नौकरी को विवशतावश कर रहे हैं। नौकरीपेशा लोगों की हालत बंधुआ मज़दूरों से भी बदतर हो गयी है क्योंकि उन्हें बोलने तक का अधिकार नहीं है। सरकार समस्याओं के सुलझाव के लिए होती है, अनर्गल सुझाव के लिए नहीं।

क्या था पूरा मामला

बता दें कि अन्ना सेबेस्टियन पेरायिल ने वर्ष 2023 में सीए की परीक्षा पास की थी। इसके बाद अन्ना सेबेस्टियन ने अर्न्‍स्‍ट एंड यंग (ईवाई) के पुणे कार्यालय में ज्वाइन किया था। यहां काम करने के लगभग चार महीने बाद जुलाई, 2024 में उसकी मौत हो गई थी। अन्ना सेबेस्टियन की मौत के बाद उनकी मां ने ईवाई के चेयरमैन राजीव मेमानी को पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने कहा था कि अन्ना पर काम का अत्यधिक बोझ डाला गया था। इस वजह से वह 'शारीरिक, भावनात्मक और मानसिक रूप से' व्यथित थी। वहीं, सरकार ने कहा था कि अकाउंट फर्म ईवाई में काम के माहौल की जांच कराएगी।

Rajnish Verma

Rajnish Verma

Content Writer

वर्तमान में न्यूज ट्रैक के साथ सफर जारी है। बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय से पत्रकारिता की पढ़ाई पूरी की। मैने अपने पत्रकारिता सफर की शुरुआत इंडिया एलाइव मैगजीन के साथ की। इसके बाद अमृत प्रभात, कैनविज टाइम्स, श्री टाइम्स अखबार में कई साल अपनी सेवाएं दी। इसके बाद न्यूज टाइम्स वेब पोर्टल, पाक्षिक मैगजीन के साथ सफर जारी रहा। विद्या भारती प्रचार विभाग के लिए मीडिया कोआर्डीनेटर के रूप में लगभग तीन साल सेवाएं दीं। पत्रकारिता में लगभग 12 साल का अनुभव है। राजनीति, क्राइम, हेल्थ और समाज से जुड़े मुद्दों पर खास दिलचस्पी है।

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