Azamgarh by-election: मतदान से पहले सपा को झटका, अभिषेक सिंह आशू बीजेपी में हुए शामिल

Azamgarh by-election: अभिषेक सिंह आशु को स्वतंत्र देव सिंह ने पार्टी कार्यालय पर सदस्यता दिलाई और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। आशु, शिवपाल यादव के काफी करीबी माने जाते थे।

Rahul Singh Rajpoot
Published on: 18 Jun 2022 4:16 PM GMT
Before voting, Samajwadi Party leader Abhishek Singh Ashu joined BJP
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अभिषेक सिंह आशू- प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह: Photo - Newstrack

Lucknow: आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव (Azamgarh by-election) से पहले समाजवादी पार्टी ( Samajwadi Party) को जोर का झटका लगा है। लखनऊ विश्वविद्यालय (Lucknow University) के पूर्व अध्यक्ष और समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) में अहम भूमिका निभा चुके अभिषेक सिंह आशु (Abhishek Singh Ashu) प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह (State President Swatantra Dev Singh) की मौजूदगी में भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया।

अभिषेक सिंह आशु को स्वतंत्र देव सिंह ने पार्टी कार्यालय पर सदस्यता दिलाई और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। बता दें आशु समाजवादी पार्टी में शिवपाल यादव के काफी करीबी माने जाते थे। यही वजह है कि जब शिवपाल (Shivpal) सपा से अलग हुए तो उन्होंने भी सपा का साथ छोड़कर शिवपाल के साथ आ गए।


बीजेपी प्रत्याशी निरहुआ को जिताने के लिए कार्य करेंगे अभिषेक सिंह आशु

प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया में शिवपाल ने उन्हें प्रमुख महासचिव की जिम्मेदारी सौंपी थी। अभिषेक सिंह लंबे समय से समाजवादी पार्टी से जुड़े रहे उनकी छात्र इकाई और युवजन सभा के अध्यक्ष का दारोमदार संभाल चुके हैं। लेकिन अब वह भारतीय जनता पार्टी के साथ आ गए हैं और बीजेपी प्रत्याशी निरहुआ (BJP candidate Nirhua) को जिताने के लिए कार्य करेंगे।


आपको बता दें बीजेपी आजमगढ़ उपचुनाव में जीत के लिए पूरी ताकत लगा दी है। भोजपुरी स्टार से लेकर बीजेपी के दिग्गज नेताओं का जमावड़ा आजमगढ़ में लगा हुआ है। दिनेश लाल निरहुआ के समर्थन में सभी प्रचार कर रहे हैं उन्हें उम्मीद है कि 2022 के चुनाव के बाद आजमगढ़ में एक बार फिर कमल खिल सकता है। हालांकि विधानसभा के चुनाव में समाजवादी पार्टी ने यहां सारी सीटें जीती हैं लेकिन अब अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के इस्तीफा देने के बाद खाली हुई लोकसभा सीट पर एक बार फिर से दिनेश लाल निरहुआ को उतारकर भारतीय जनता पार्टी ने यादव, स्टारडम और अपने वोट बैंक के जरिए यहां जीत का स्वाद चखने की कोशिश में है। 23 जून को आजमगढ़ में उपचुनाव के लिए मतदान होगा जिसके लिए बीजेपी, सपा और बहुजन समाज पार्टी ने पूरी ताकत झोंक दी है।


कौन हैं अभिषेक सिंह आशू? (Who is Abhishek Singh Ashu?)

बीजेपी में शामिल होने वाले अभिषेक सिंह आशु आजमगढ़ जिले के रहने वाले हैं। उनका जन्म 2 अक्टूबर 1979 को ग्राम जियापुर पोस्ट खरोरा जिला आजमगढ़ में हुआ था। इनके पिता अध्यापक थे। अभिषेक सिंह ने वकालत की पढ़ाई की है। उन्होंने यूपी कॉलेज वाराणसी, प्रयागराज और लखनऊ विश्वविद्यालय से शिक्षा ग्रहण किया है। वह लखनऊ विश्वविद्यालय के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में वकालत भी करते हैं। समाज सेवा के साथ उन्होंने राजनीति में पहला कदम समाजवादी पार्टी से जुड़कर रखा था।


वह 1998 में सपा छात्र सभा लखनऊ विश्वविद्यालय इकाई के संगठन मंत्री बने थे। वर्ष 2000 में लखनऊ विश्वविद्यालय के उपाध्यक्ष बने। 2003 में लखनऊ विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष निर्वाचित हुए। 2006 में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष समाजवादी पार्टी छात्र सभा बने। 2006 में राष्ट्रीय सचिव समाजवादी पार्टी युवजन सभा बनाएं गए। 2016 में उन्हें प्रदेश अध्यक्ष समाजवादी युवजन सभा की जिम्मेदारी सौंपी गई।

इसके बाद 2017 में शिवपाल यादव के अलग होने के बाद उन्होंने भी सपा से नाता तोड़ दिया और शिवपाल की पार्टी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया से जुड़े। 2018 में शिवपाल ने उन्हें महासचिव और प्रवक्ता नियुक्त किया उसके बाद से वह समाजवादी पार्टी के साथ थे लेकिन अब उन्होंने शिवपाल का साथ छोड़कर भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया है।

Shashi kant gautam

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