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Swami Prasad Maurya: ‘लक्ष्मण यहां थे ही नहीं’...! लखनऊ का नाम बदलने पर स्वामी प्रसाद मौर्य बोले

Swami Prasad Maurya: राजधानी का नाम बदलने की चर्चाओं को लेकर स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि यहां की संस्कृति हमारे देश की पहचान है। आज बीजेपी के नेता नाम क्यों बदल रहे हैं।

Dhanish Srivastava
Published on: 12 Feb 2023 12:00 PM GMT
Swami Prasad Maurya
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File Photo of Samajwadi Party leader Swami Prasad Maurya (Pic: Social Media)

Swami Prasad Maurya: स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरितमानस को लेकर कहा कि कोई भी अपने धर्म को सनातन बता सकता है, सभी अपने-अपने धर्म को सनातन बताते हैं। अपने धर्म की तारीफ करना कोई गलत बात नहीं है। उन्होंने कहा कि रामचरितमानस का विरोध नहीं हो सकता, कुछ चौपाइयों के अंश का विरोध है।

मदनी के बयान पर बोले सपा नेता

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने मौलाना मदनी के अल्लाह और ओम पर दिए गए बयान पर कहा कि जो जिस धर्म को मानता है, वो उस धर्म की प्रशंसा कर सकता हैं। इतिहासविद बताते हैं कि इस्लाम धर्म भी काफी पहले से मौजूद है। सपा नेता से जब लखनऊ का नाम बदलने के मुद्दे पर पूछा गया था तो उन्होंने कहा कि लखनऊ का नाम राजा लखन पासी के नाम पर रखने की मांग की। कहा कि अगर उनके नाम पर रखने पर दिक्कत है तो वीरांगना ऊंदा देवी के नाम पर रख देना चाहिए, जिन्होंने लखनऊ में 1857 की क्रांति के दौरान अंग्रेजों की सरकार के सैनिकों से मोर्चा लिया था।

युवाओं को मिले नौकरी

स्वामी प्रसाद मौर्य ने मीडिया को दिए बयान में कहा कि युवाओं को नौकरी देनी चाहिए थी लेकिन इस सरकार ने सरकारी संपत्तियों को कौड़ियों के दाम में अडानी-अंबानी को बेच दिया जब सबकुछ उद्योगपति चलाएंगे तो युवाओं को सरकारी नौकरी कहां से मिलेगी। देश के गरीब, आम लोगों की महंगाई से कमर टूट गई है, जीएसटी से लघु और मध्यम वर्ग के व्यापारी बेहाल हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह पहली सरकार है जो देश की संपत्ति को निजी हाथों में बेच रही है, एयरपोर्ट बेच दिए गए हैं। सरकारी संपत्तियों को कौड़ियों के दाम बेचा जा रहा है। इंवेस्टर्स समिट पहली बार नहीं हो रही है। कितनों को नौकरी मिल रही है, मानक इससे तय होता है, हर बार ऐसी समिट कर तारीफ बटोरने की कोशिश की जाती है।

Durgesh Sharma

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