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सपा विधायक दल की बैठक में शामिल हुए अखिलेश और शिवपाल, होगी हार की समीक्षा
बैठक में एक बार फिर ईवीएम का मुद्दा उठा। वरिष्ठ नेता और रामपुर से जीत कर आये आज़म खान ने ईवीएम पर सवाल उठाये। आजम खान ने कहा कि जिन ईवीएम मशीनों से पर्चियां निकल रही थीं, वहां 2-4 वोट ही मिले हैं। इससे साबित होता है कि कुछ गड़बड़ हुई है।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में सत्ता से बेदखल होने के बाद समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने विधायक दल की बैठक बुलाई। बैठक में शिवपाल सिंह यादव भी पहुंचे। चुनाव में मिली हार के बाद ये पहला मौक़ा था जब शिवपाल सिंह यादव और अखिलेश यादव का एक दूसरे से आमना सामना हुआ। इस बैठक में विपक्ष का नेता चुने जाने की उम्मीद थी जो नहीं हो सका।
हार पर चर्चा
अखिलेश यादव के नेतृत्व में विधान सभा चुनाव में समाजवादी पार्टी को अब तक की सब से बुरी हार का सामना करना पड़ा है।
इस हार के बाद गुरुवार को पहली बार अखिलेश यादव ने जीत कर आए विधायकों के साथ बैठक की।
बैठक से पहले अखिलेश यादव, आज़म खान, शिवपाल यादव और राम गोविंद चौधरी ने बंद कमरे में बैठक की।
बैठक में पार्टी संरक्षक मुलायम सिंह यादव नहीं पहुंचे। हलांकि, बैठक में मुलायम सिंह यादव के भी शामिल होने की चर्चा थी।
चुनाव से पहले परिवार में मचे घमासान के बाद अखिलेश और शिवपाल यादव पहली बार किसी बैठक में एक साथ शामिल हुए।
कहा जा रहा है कि मुलायम सिंह यादव ने दोनों को एक साथ मीटिंग में पहुंचने को कहा था और उनकी इच्छा पूरी हुई।
शिवपाल के आने पर असमंजस था, लेकिन शिवपाल खेमे का कहना था कि अगर सम्मानजनक तरीके से बुलाया जाएगा तो वह बैठक में आएंगे।
होगी समीक्षा
बैठक में हार के कारणों पर चर्चा हुई। मोहम्मद आज़म खान ने ईवीएम पर सवाल उठाये।
बैठक में आज़म खान के अलावा राजेन्द्र चौधरी ने भी ईवीएम पर सवाल उठाये।
बैटक में हार के कारणों पर चर्चा के दौरान बूथवार रिपोर्ट तैयार करने का फैसला लिया गया।
विधायक दल ने आम सहमति से राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को विधान मंडल दल का नेता चुने जाने के लिए अधिकृत किया।
इस बैठक में राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक बुलाये जाने का भी फैसला लिया गया। बैठक 25 को मार्च को पार्टी कार्यालय में होगी।
कहा जा रहा है कि इस बैठक में मुलायम सिंह यादव भी शामिल होंगे।
इससे पहले पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव 18 मार्च को हारे हुए प्रत्याशियों के साथ बैठक करेंगे।
अगले दिन ही 19 मार्च सभी जिलाध्यक्षों को लखनऊ तलब किया गया है, जिनके साथ अखिलेश यादव एक और बैठक करेंगे।