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Swami Prasad Maurya Controversy: स्वामी पर सपा में ही घमासान, विधायक राकेश सिंह भड़के, बोले – ‘पहले मंदिर जाने वाली बेटी को समझाएं’
Swami Prasad Maurya Controversy: ऐसे समय में जब राम मंदिर को लेकर पूरे देश में उत्साह का माहौल चरम पर है, मौर्य ने अयोध्या में कारसेवकों पर चली गोली को सही ठहरा दिया और उन्हें अराजक तत्व तक कह डाला।
Swami Prasad Maurya Controversy: समाजवादी पार्टी में शामिल होने के बाद से सनातन और हिंदू देवी-देवताओं के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य की ओर से विवादित बयानबाजी का सिलसिला जारी है। ऐसे समय में जब राम मंदिर को लेकर पूरे देश में उत्साह का माहौल चरम पर है, मौर्य ने अयोध्या में कारसेवकों पर चली गोली को सही ठहरा दिया और उन्हें अराजक तत्व तक कह डाला। अब इस टिप्पणी को लेकर सपा के अंदर ही घमासान मच गया है।
समाजवादी पार्टी के विधायक राकेश प्रताप सिंह ने स्वामी प्रसाद मौर्य को आड़े हाथों लेते हुए उन पर जमकर निशाना साधा है। सिंह ने काफी तल्ख लहजे में कहा, जो सनातन पर विवादित बयान देते हैं उनको पहले अपने बाप के बारे में जानना चाहिए। अगर अपने बाप के बारे में जानेंगे तो ही वो सनातन के बारे में जान पाएंगे। दरअसल ये कोई पहला मौका नहीं है, जब सपा के सवर्ण नेताओं ने स्वामी के बयान से असहजता महसूस की है।
पहली अपने बेटी को समझाएं स्वामी प्रसाद मौर्य
अमेठी की गौरीगंज सीट से विधायक राकेश सिंह स्वामी प्रसाद मौर्य पर हमला बोलते हुए कहा कि उन्हें पहले अपनी बेटी को समझाना चाहिए। सपा विधायक ने कहा कि मेरे पास कुछ तस्वीरें हैं, जिसमें वह केदारनाथ में दर्शन कर रही हैं। रूद्राभिषेक कर रही हैं और ब्रह्म भोज कर रही हैं। ब्राह्मणों को भोज के बाद दक्षिण भी दे रही हैं। इसका मतलब जो आदमी अपनी बेटी को नहीं समझा पा रहा है वह पूरे हिंदुस्तान में घूमकर हिंदू धर्म पर बोल रहा कि ये धोखा है।
अखिलेश यादव से की कार्रवाई की मांग
सपा विधायक ने कहा कि समाजवादी पार्टी में भी लाखों कार्यकर्ता हैं, जो भगवान राम को मानते हैं। जो सनातनी हैं, उनको ऐसे बयानों से दिक्कत होगी। सनातन को जानने के लिए समझ की जरूरत है। अखिलेश यादव ने मीटिंग में हम लोगों को कहा था कि धर्म पर कोई बात नहीं करेगा। इसलिए मैं उनसे यही कहना चाहता हूं कि अगर आपके निर्देश के बावजूद स्वामी प्रसाद मौर्य नहीं मान रहे हैं तो अब आपको कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
अयोध्या गोलीकांड को लेकर राकेश सिंह ने कहा कि किन परिस्थितियों में गोली चलाई गई थीं इसकी मुझे जानकारी नहीं है। मगर अब कोर्ट के निर्णय से राम मंदिर का निर्माण हो रहा है उससे जो हिंदू धर्म को मानने वाले सनातन को मानने वाले लोग हैं, उनमें हर्ष है। ऐसे में अगर किसी के विवादित बयान से ठेस पहुंचती है तो ये गलत है।
22 जनवरी को सभी विधायकों को अयोध्या ले जाया जाए
अखिलेश यादव द्वारा प्राण प्रतिष्ठा समारोह का निमंत्रण ठुकराने के बीच तीन बार के सपा विधायक राकेश प्रताप सिंह ने स्पीकर सतीश महाना से बड़ी मांग कर दी है। उन्होंने स्पीकर को खत लिख 22 जनवरी को सभी विधायकों को अयोध्या ले जाने की मांग की है। खत में उन्होंने कहा, राम हमारे आराध्य हैं। हम राम मंदिर में दर्शन करना चाहते हैं। इसलिए हम चाहते हैं कि 22 जनवरी को विधानसभा स्पीकर हम सबको लेकर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में चलें।
बता दें कि विश्व हिंदू परिषद के प्रमुख आलोक कुमार ने बताया कि वो सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के पास प्राण प्रतिष्ठा समारोह का न्योता लेकर गए थे, मगर उन्होंने न्योता स्वीकार करने से मना कर दिया। इस पर अखिलेश ने कहा कि जो निमंत्रण लेकर आए थे, उनको हम नहीं जानते हैं। जिनको हम नहीं जानते हैं, उनको न न्योता हम देते हैं और न लेते हैं।