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Shafiqur Rahman Barq: सांसद शफीकुर्रहमान बर्क का निधन, सपा ने इस बार भी बनाया था उम्मीदवार
Shafiqur Rahman Barq: बर्क ने 2019 में संभल सीट से चुनाव जीता था। सपा की ओर से इस बार भी वो संभल लोकसभा सीट से प्रत्याशी बनाए गए थे।
Shafiqur Rahman Barq: समाजवादी पार्टी के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क का निधन मंगलवार को निधन हो गया। 93 वर्षीय बर्क लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उनका इलाज मुरादाबाद के एक निजी अस्पताल में चल रहा था, जहां उन्होंने आज अंतिम सांस ली। बर्क ने 2019 में संभल सीट से चुनाव जीता था। सपा की ओर से इस बार भी वो संभल लोकसभा सीट से प्रत्याशी बनाए गए थे।
शफीकुर्रहमान बर्क 17वीं लोकसभा के सबसे उम्रदराज सांसद थे। संसद में लगातार उनकी उपस्थिति की तारीफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कर चुके हैं। साल 2023 में नई संसद भवन में अपने भाषण के दौरान पीएम मोदी ने कहा था कि 93 साल की उम्र होने के बावजूद बर्क सदन में बैठे हुए हैं। सदन के प्रति निष्ठा ऐसी ही होनी चाहिए।
अखिलेश यादव ने दी श्रद्धांजलि
संभल सांसद के निधन पर सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने शोक प्रकट किया है। उन्होंने एक्स पर दिवंगत सांसद की तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता, कई बार के सांसद जनाब शफीकुर्रहमान बर्क साहब का इंतकाल, अत्यंत दु:खद। उनकी आत्मा को शांति दे भगवान। शोकाकुल परिजनों को यह असीम दु:ख सहने का संबल प्राप्त हो। भावभीनी श्रद्धांजलि !
सपा के संस्थापक सदस्य थे बर्क
शफीकुर्रहमान बर्क की गिनती पश्चिमी यूपी से आने वाले कद्दावर मुस्लिम नेताओं में होती थी। 11 जुलाई 1930 को जन्मे बर्क ने अपनी सियासत पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के साथ की थी। वह समाजवादी पार्टी के संस्थापक सदस्यों में शामिल थे। बर्क बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी के संयोजक भी रहे हैं। वह बाबरी मस्जिद की जगह बने राम मंदिर के सख्त विरोध में थे। बर्क बहुजन समाज पार्टी मे भी कुछ समय रहे थे।
उन्होंने 1996,1998 और 2004 का लोकसभा चुनाव सपा के टिकट पर मुरादाबाद से जीता। वहीं, 2009 में बसपा के टिकट पर संभल से संसद पहुंचे। उन्हें 1999 में मुरादाबाद और 2014 में संभल से हार का सामना करना पड़ा था। 2019 में एकबार फिर वह सपा के टिकट पर संभल से जीतकर पहुंचे थे। इलाके में उनकी मजबूत पकड़ को देखते हुए सपा ने उम्रदराज होने के बावजूद उन्हें 2024 के चुनाव के लिए टिकट दिया था।
बर्क संभल सीट से चार बार विधायक भी रह चुके हैं। यूपी सरकार में कुछ समय के लिए कैबिनेट मंत्री भी रहे। वर्तमान में उनका पोता उनकी सियासी विरासत को आगे बढ़ा रहा है। जियाउर्रहमान बर्क ने 2022 के विधानसभा चुनाव में मुरादाबाद की कुंदरकी सीट से सपा के टिकट पर चुनाव जीता था। बता दें कि शफीकुर्रहमान बर्क अपने बयानों को लेकर भी अक्सर विवादों में रहा करते थे। उनके निधन से निश्चित तौर पर संभल सीट पर सपा को बड़ा झटका लगा है।
मायावती ने शोक प्रकट किया
बसपा सुप्रीमो मायावती ने बर्क के निधन पर शोक प्रकट किया है। उन्होंने एक्स पर लिखा, पश्चिमी यूपी से लोकसभा के कई बार सांसद रहे शफीकुर्रहमान बर्क़ का आज निधन हो जाने की ख़बर अति-दुःखद। उनके परिवार एवं अन्य सभी चाहने वालों के प्रति मेरी गहरी संवेदना। वे काफी मिलनसार व नेक दिल इंसान थे।