×

सतीश महाना हुए विधान सभा अध्यक्ष पद पर आसीन, योगी ने कहा महान अवसर

Satish Mahana Assembly Speaker: योगी आदित्यनाथ, नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव, सहित अन्य दलीय नेताओं नें सदस्यों के बीच बैठे सतीश महाना को साथ लाकर उन्हे अध्यक्ष के आसन तक पहुंचाया ।

Shreedhar Agnihotri
Published on: 29 March 2022 6:22 PM IST (Updated on: 29 March 2022 6:28 PM IST)
Satish Mahana was elected by the ruling party and the opposition on the Speaker of the Assembly
X

  सतीश महाना को सत्ता पक्ष और प्रतिपक्ष ने विधानसभा अध्यक्ष पर आसीन किया: Photo- Ashutosh Tripathi- Newstrack 

Satish Mahana Assembly Speaker: विधानसभा के वरिष्ठ सदस्य सतीश महाना (Satish Mahana) को आज सर्वानुमति से अध्यक्ष चुन लिया गया। महाना ने कल ही विधानसभाध्यक्ष के लिए अपना नांमांकन दाखिल किया था। अध्यक्ष चुने जाने की प्रक्रिया दोपहर पौने दो बजे शुरू हुई। प्रोटेम स्पीकर रमापति शास्त्री (pro tem speaker ramapati shastri) ने सतीश महाना को अटठारहवीं विधानसभा का अध्यक्ष चुने जाने की घोषणा की। उनकी घोषणा के बाद नेता सदन और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव, कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा मोना, बसपा विधानमंडल दल के नेता उमाशंकर सिंह सहित अन्य दलीय नेताओं नें सदस्यों के बीच बैठे सतीश महाना को साथ लाकर उन्हे अध्यक्ष के आसन तक पहुंचाया ।

इस मौके पर नेता सदन योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने अध्यक्ष पद के लिए सतीश महाना का चयन किए जाने के लिए नेता प्रतिपक्ष सभी दलीय नेताओं और सदस्यों का आभार जताते हुए कहा कि जब भी महान बनने का अवसर मिले कभी चूकना नहीं चाहिए। उन्होंने कहा कि यह गौरव की बात है कि पूरे सदन ने अपने अध्यक्ष के रूप् में एक अनुभवी सदस्य का चयन किया है।

लोकतंत्र में मतभेद हो लेकिन मनभेद नहीं होना चाहिए- योगी आदित्यनाथ

उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में मतभेद हो लेकिन मनभेद नहीं होना चाहिए। स्वस्थ्य लोकतंत्र के लिए सबकों सारे मतभेद भुलाकर लोककल्याण के लिए कार्य करने की प्रवति डालनी चाहिए। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में दो सत्तापक्ष और विपक्ष दो स्तंभ है दोनों की ही अपनी जिम्मेदारी है। उन्होंने लोकतंत्र में कभी नकारात्मकता स्वीकार नहीं की जा सकती है। इसलिए सभी को सकारात्मकता का भाव लेकर कार्य करना चाहिए।


ध्यान रखना होगा कि निर्वाचित सरकार तानाशाह सरकार न बन जाए-अखिलेश यादव

इस मौके पर नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने नवनिर्वाचित अध्यक्ष सतीश महाना को बधाई देने के साथ ही उनसे अपेक्षा की वे राइट से चुनकर आए है लेकिन उन्हे ध्यान लेपट के सदस्यों का रखना होगा। उन्होंने कहा कि अध्यक्ष होने के नाते सारे सदस्यों के संरक्षण की उनकी बडी जिम्मेदारी है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि अध्यक्ष के आसन पर रहते हुए आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि विपक्ष के सदस्यों के अधिकारों का हनन न हो साथ ही यह भी ध्यान रखना होगा कि निर्वाचित सरकार तानाशाह सरकार न बन जाए। उन्होंने विधानासभाध्यक्ष से मांग की कि भविष्य में जब भी विधायकों का प्रतिनिधिमंडल विदेश जाए जो उसमें विपक्ष के सदस्यों का भी ध्यान रखा जाए। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि विधायकों के विदेशयात्राओं का ही लाभ प्रदेश को मिला है। आगरा एक्सप्रेस वे और कानपुर में मैटो उन्हीं विदेशयात्राओं के अनुभव की देन है।

कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि उन्हे सतीश महाना के साथ सदन में लंबे समय तक कार्यकरने का अनुभव रहा है। उन्होंने कहा कि अध्यक्ष पर आसन आने के बाद आपकी जिम्मेदारी बढी है जनसत्तादल लोकतांत्रिक के रघुराज प्रताप सिंह राजा भैया ने नए अध्यक्ष से अपेक्षा की कि छोटे दलों पर उनकी कपा बनी रहे। सुहेलदेव भारत समाज पार्टी की ओर से जगदीश नारायण राय बसपा विधानमंडल दल के उमाशंकर सिंह सहित निर्बल शोषित हमारा आमदल तथा अपना दल के सदस्यों ने विधानसभा अध्यक्ष चुने जानेपर उनसे सदस्यों के हितों का संरक्षण बनाय रखने का आवहन किया।

इस मौके पर संसदीय कार्यमंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा कि आज के समय में सदनों में व्यवधान की चुनौती है। इस पर नियंत्रण पाया जाना जरूरी हैं। उन्होंने कहा कि सदन में ऐसा माहौल बनना चाहिए जिससे सदन की कार्यवाही बाधित न हो। उन्होंने कहा कि मीडिया की जिम्मेदारी है कि सदन में होने वाले व्यवधान को हतोत्साहित करें।


सदन में चर्चा परिचर्चा और संवाद का स्थान होना चाहिए- सतीश महाना

नेता सदन और नेता प्रतिपक्ष सहित दलीय नेताओं के बाद आभार व्यक्त करते हुए नवनिर्वाचित विधानसभाध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि नवनिर्वाचित सदस्यों का सदन और उसके बाहर भी ऐसा आचरण और व्यवहार होना चाहिए जिससे उन्हे बार-बार क्षेत्र की सेवा करने का अवसर मिले। उन्होंने कहा कि सदन में चर्चा परिचर्चा और संवाद का स्थान होना चाहिए। राजनीति में मतभेद हो लेकिन मनभेद नहीं होना चाहिए।

देखें वीडियो:-



उन्होंने कहा कि क्षेत्र में काम करने की प्रतिस्पर्धा होनी चाहिए। उन्होंने नेता सदन योगी आदित्यनाथ हो कठोर निर्णय लेने वाला मुख्यमंत्री बताते हुए कहा कि सदन में निरंतरता बनाये रखने के लिए जरूरी है कि जनता के संपर्क में रहे। सदनों में हिंसा और हुडदंग की परंपरा को गलत बताते हुए विधानसभाध्यक्ष ने कहा कि सदस्यों के इस आचरण से जनता में गलत संदेश जाता है। इस मौके पर उन्होंने पूर्व में विधानसभा में हुई हिंसक घटनाओं और अमर्यादित आचरण की घटनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि सम्मानित सदनों में इस तरह का आचरण अशोभनीय है इसका स्वस्थ लोकतंत्र में कोई स्थान नहीं होना चाहिए।

taja khabar aaj ki uttar pradesh 2022, ताजा खबर आज की उत्तर प्रदेश 2022



Shashi kant gautam

Shashi kant gautam

Next Story