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Sawan 2022: सावन में बाबा के दरबार पहुंचेंगे 60 लाख से अधिक श्रद्धालु, मंदिर प्रशासन तैयारियों में जुटा

Sawan 2022: 14 जुलाई से होने वाले सावन महीने के दौरान करीब 60 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के बाबा दरबार पहुंचने की उम्मीद है। भक्तों की अपार भीड़ की संभावना को देखते हुए मंदिर प्रशासन तैयारियों में जुटा हुआ है।

Anshuman Tiwari
Written By Anshuman Tiwari
Published on: 10 July 2022 7:34 PM IST
Kashi Vishwanath temple
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काशी विश्वनाथ मंदिर (PHOTO: social media ) 

Sawan 2022: हिंदू धर्म में सावन के महीने का विशेष महत्व माना जाता है। सावन का महीना देवों के देव महादेव को अति प्रिय है। बाबा भोलेनाथ की नगरी काशी में हर साल सावन महीने के दौरान शिव भक्तों का सैलाब उमड़ता रहा है। इस साल सावन महीने की शुरूआत 14 जुलाई से होने वाली है और इस पूरे महीने के दौरान काशी विश्वनाथ धाम में शिव भक्तों का अपार हुजूम उमड़ेगा।

जानकारों का कहना है कि सावन महीने के दौरान करीब 60 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के बाबा दरबार पहुंचने की उम्मीद है। भक्तों की अपार भीड़ की संभावना को देखते हुए मंदिर प्रशासन तैयारियों में जुटा हुआ है। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए सावन के दौरान बाबा के झांकी दर्शन की व्यवस्था रहेगी।

लोकार्पण के बाद दर्शन करने का मौका

सावन महीने (Sawan Month) के दौरान हर साल काशी विश्वनाथ (Kashi Vishwanath) के दरबार में भक्तों का पार हुजूम उमड़ता रहा है। पिछले दो वर्षों के दौरान कोरोना महामारी का भीड़ पर असर दिखा है मगर इस बार भक्तों की भारी भीड़ जुटने की उम्मीद जताई जा रही है। जानकारों का कहना है कि शिव नगरी में सावन का उल्लास घाट से लेकर विश्वनाथ धाम की गलियों तक नजर आएगा।

काशी विश्वनाथ धाम (Kashi Vishwanath Dham) के लोकार्पण के बाद वैसे भी विश्वनाथ मंदिर (Kashi Vishwanath Temple) में भक्तों की ज्यादा भीड़ उमड़ती रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने पिछले साल 13 दिसंबर को काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण किया था। काशी विश्वनाथ धाम (Kashi Vishwanath Dham) के लोकार्पण के बाद बाबा के दरबार में देश-दुनिया से आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में काफी बढ़ोतरी हुई है। विश्वनाथ मंदिर की भीतरी और बाहरी दीवारों पर सोने का पतर चढ़ाने का काम भी पूरा हो चुका है। ऐसे में भक्तों को इस बार सावन महीने के दौरान स्वर्णिम आभा में बाबा के दर्शन करने का मौका मिलेगा। मंदिर की दीवारों पर सोने का पतर चलाने में करीब 60 किलो सोना लगा है। यह सोना दक्षिण भारत के एक भक्त की ओर से चढ़ाया गया है।

तैयारियों में जुटा हुआ है मंदिर प्रशासन

मंदिर प्रशासन से जुड़े सूत्रों का कहना है कि इस बार सावन के महीने में भक्तों की अपार भीड़ उमड़ने की उम्मीद है। एक अनुमान के मुताबिक इस बार सावन के महीने में 60 लाख से अधिक बाबा के भक्तों के आने की उम्मीद जताई गई है। बाबा के भक्तों की अपार भीड़ की संभावना को देखते हुए मंदिर प्रशासन सुरक्षा और दर्शन पूजन का खाका तैयार करने में जुटा हुआ है। मंदिर प्रशासन के साथ मिलकर जिला प्रशासन की ओर से भीड़ को नियंत्रित करने की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।

गंगाजल से कर सकेंगे बाबा का अभिषेक

सावन के महीने के दौरान यह पहला मौका होगा जब बाबा विश्वनाथ (Baba Kashi Vishwanath) के भक्त गंगा का जल लेकर सीधे बाबा के दरबार में पहुंचने में कामयाब होंगे। मंदिर प्रशासन से जुड़े सूत्रों का कहना है कि श्रद्धालुओं के प्रवेश और निकास के लिए व्यवस्था और सुरक्षा का खाका पूरी तरह तैयार कर लिया गया है। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए सावन महीने में बाबा के झांकी दर्शन की व्यवस्था रहेगी। मंदिर के चारों द्वार से बाबा के भक्तों को दर्शन का मौका मिलेगा। चारों दीवारों पर लगे पात्रों के जरिए भक्त बाबा को जल अर्पित कर सकेंगे।

भक्तों के लिए विशेष व्यवस्था

ललिता घाट (Lalita Ghat) से गंगाजल लेकर मंदिर पहुंचने वाले भक्तों के प्रवेश की व्यवस्था पूर्वी गेट से की जाएगी। बाबा का दर्शन पूजन करने के बाद भक्त पूर्वी गेट से ही मंदिर चौक होते हुए गंगाद्वार से बाहर निकलेंगे। गेट नंबर 4 से वीआईपी और टिकटधारी श्रद्धालुओं को प्रवेश देने की व्यवस्था की गई है। यहां से श्रद्धालु कतारबद्ध होकर पूर्वी गेट से प्रवेश करेंगे और गर्भ गृह के पश्चिमी द्वार से बाबा का दर्शन कर सकेंगे।

इस बार सावन में चार सोमवार पड़ेंगे

वैसे तो पूरे सावन महीने के दौरान भक्तों की अपार भीड़ उमड़ेगी मगर सावन के सोमवार के दिन भक्तों की संख्या कई गुना बढ़ जाने की उम्मीद है। इस साल सावन का पहला सोमवार 18 जुलाई को पड़ेगा। दूसरा सोमवार 25 जुलाई, तीसरा सोमवार 1 अगस्त और चौथा सोमवार 8 अगस्त को पड़ेगा। इस बार सावन महीने के दौरान चार सोमवार पड़ेंगे और 12 अगस्त को शुक्रवार के दिन सावन महीने की समाप्ति होगी।



Deepak Kumar

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