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अब गांवों में कहर बरपा रहा कोरोना, भारी संख्या में मिल रहे संक्रमित
शहर से हटकर गांव में भी कोरोना अपना पैर पसार रहा है। लोगों को खांसी जुकाम बुखार की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
File Photo
अयोध्या: अयोध्या जिले में शहर से हटकर ग्रामीण अंचलों में भी कोरोना महामारी अपना पैर पसार रही है। लोगों को खांसी जुकाम बुखार की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। तमाम जगहों पर झोलाछाप डॉक्टरों के सहारे ही इन मरीजों का इलाज हो रहा है। प्रशासन के लाख दावों के बाद अब अकेले ग्रामीण क्षेत्र में आंगनबाड़ी कार्यकत्री घर-घर जाकर मरीजों को चिन्हित करने की कार्रवाई कर रहे हैं जिसमें लोग इंकार भी करते देखे गए हैं।
जबकि जिलाधिकारी ने ग्रामीण क्षेत्रों में प्रधानों के अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया है, जिसमें सेक्रेटरी लेखपाल आशा बहू बीट सिपाही सफाई कर्मी आंगनबाड़ी कार्यकत्री सहित अन्य लोगों को जिम्मेदारी सौंपी है, लेकिन लेखपाल सेक्रेटरी के पास कई गांव होने के कारण वह पर्याप्त समय दे नहीं पाते ग्रामीण अंचलों में भी मृत्यु दर बढ़ी है लेकिन जांच के अभाव में उनकी मौत कैसे हुई इसका अंदाजा लगा पाना मुश्किल लग रहा है। आम शोहरत में उन्हें कोरोना बीमारी ही बताई जा रही हैं। गांव में टेस्टिंग तो दूर दवाओं के अभाव में लोग मर रहे हैं।
दशरथ मेडिकल कालेज में कोरोना मरीजों की मौत का आंकड़ा रुक नही रहा। 24 घंटे में 7 मरीजों की हुई मौत, बीमारी की शुरुआत से अब तक कितने मरीजों की मृत्यु हो चुकी है इसका आंकड़ा जिले स्तर पर कहीं उपलब्ध नहीं है सीएमओ कार्यालय पर दूरभाष पर पूछा गया तो एक दूसरे का नाम बताया जा रहा था जिसमें डॉक्टर अरविंद श्रीवास्तव का भी नाम बताया गया। उनके पास रिकॉर्ड होगा परंतु उनका फोन नंबर डायल करने के बाद उठा नहीं। इसी तरीके से अयोध्या के सीएमओ घनश्याम सिंह से फोन पर वार्ता करना चाहा दो बार घंटी जाने के बाद फोन उठा नहीं जिस कारण सही स्थिति का आकलन नहीं हो सका।जांच में जिले के अंदर 280 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज आये सामने। 184 मरीज हुए डिस्चार्ज। पॉजिटिव मरीजों की संख्या 1998 पहुची, 1799 होम आइसोलेशन में।ग्रामीण क्षेत्र में 134 मरीज एक दिन आये पॉजिटिव।
ग्रामीण अंचलों में जांच की कोई व्यवस्था नहीं है जिस कारण तथ्यों की सही जानकारी नहीं उभर पा रही है इसी तरह टीकाकरण की कार्रवाई भी ग्रामीण क्षेत्रों में ठीक-ठाक से कहीं दिखाई नहीं पड़ रही है हां अब ग्रामीण इलाकों में जागरूक लोगों ने टीका लगवाने के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू किया जिनको टीका लगाने की तिथिनिर्धारित की जा रही है।
प्रदेश के अपर मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश शासन मनोज कुमार ने 29 अप्रैल को पूरे प्रदेश के जिला अधिकारियों को पत्र भेजकर ग्रामीण क्षेत्र में कोरोना महामारी से मरने वाले व्यक्तियों को दाह संस्कार के लिए पंचम राज्य वित्त आयोग से ₹5000 उसके परिवार के व्यस्क व्यक्ति को देकर दाह संस्कार कराए जाने का निर्देश दिया है। परंतु जिले में अब तक यह सुविधा किसी को नहीं मिल सकी क्योंकि ग्राम पंचायतों का संचालन प्रशासक के हाथ में है हाथ में है।
ग्रामीण क्षेत्रों की दशा का परीक्षण कब हुआ जब जिला अधिकारी अनुज कुमार झा ने ने अनुज कुमार झा ने ने ग्राम पंचायत जलालपुर का दौरा कर जमीनी हकीकत जानना चाहा तो वहां नियुक्त लेखपाल ग्राम पंचायत सेक्रेटरी नदारद मिले जिलाधिकारी को इनका एक दिन का वेतन दिन का वेतन काटने का आदेश देना पड़ा। जिससे जिले के ग्रामीण स्थिति का का ग्रामीण स्थिति का का हकीकत पता चल रहा है।
कुल मिलाकर ग्रामीण क्षेत्रों मैं भयावह स्थिति बनी हुई है लॉकडाउन के कारण सब्जी के दाम भी बढ़ गए हैं। शहर में सेंट्रलाइज की व्यवस्था नगर निगम व अन्य संस्थाएं कर रही है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में साफ सफाई के साथ सेंट्रलाइज्ड के साथ सेंट्रलाइज्ड की कोई व्यवस्था कहीं दिखाई नहीं पड़ रही है।
कोविड को लेकर ऑक्सीजन की समस्या बहुत ज्यादा है, जिस से निपटने के लिए प्लांट लगाए जाने की व्यवस्था हो रही है। 25 मई तक जिला महिला अस्पताल के कैंपस में ऑक्सीजन प्लांट गैस की सप्लाई शुरू हो जाएगा, जिसके लिए चिकित्सालय परिसर में प्लांट लगना शुरु हो गया है। 100 बेड पर अनवरत ऑक्सीजन मिलने लगेगी। जिला महिला अस्पताल में बने कोविड अस्प्ताल में डिजिटल एक्सरे की भी सुविधा प्रदान कर दी गई है। अब रोगियों का डिजिटल एक्सरे भी होने लगेगाजिला महिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. एसके शुक्ला ने बताया कि यह अक्सीजन प्लांट 100 बेड की क्षमता का है। 100 बेड पर यह ऑक्सीजन प्लांट अनवरत ऑक्सीजन उपलब्ध कराता रहेगा। उम्मीद है कि 25 मई तक यह ऑक्सीजन प्लांट काम करना शुरू कर देगा।
इसके साथ ही जिला महिला अस्पताल में बने कोविड अस्प्ताल को एक डिजिटल एक्स-रे मशीन भी उपलब्ध कराई गई है, जिससे कोविड मरीजों का डिजिटल एक्सरे भी समय-समय पर होता रहे। उनकी रिकवरी या और बीमार होने की जानकारी मिलती रहे इसी तरह मेडिकल कॉलेज में प्लांट लगाया जा रहा है।