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स्वरोजगार से भारत फिर बनेगा विश्व गुरु, सिद्धार्थ ने बेरोजगारी दूर करने का लिया संकल्प

हम दोबारा विश्व गुरु बनेंगे।' लखनऊ के बाद यह 'भारत यात्रा' कई अन्य जिलों में निकाली जाएगी। इसमें हरदोई, पीलीभीत, शाहजहांपुर  सहित कई अन्य जिले भी हैं।

Suman  Mishra | Astrologer
Published on: 12 March 2021 3:53 PM GMT
स्वरोजगार से भारत फिर बनेगा विश्व गुरु, सिद्धार्थ ने बेरोजगारी दूर करने का लिया संकल्प
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भारत यात्रा' से गांवों में लोग अपनाएंगे स्वरोजगार, सिद्धार्थ सहित चार युवकों ने उठाया बीड़ा

लखनऊ: पूरे देश में बेरोजगार युवाओं की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इसी बात को केंद्र में रखकर ग़ाज़ीपुर के रहने वाले सिद्धार्थ पेवार ने लोगों को आत्मनिर्भर बनाने व स्वरोजगार अपनवाने का जिम्मा उठाया है। इस पुनीत काम में सिद्धार्थ के साथ हिमांशु, अभिषेक व राहुल नामक युवक भी अपनी सहभागिता दर्ज करा रहे हैं।

भारत यात्रा की शुरूआत

देशवासियों को अपनी इस मुहिम से अवगत कराने व उन तक पहुंचने के लिए सिद्धार्थ ने सात मार्च से 'भारत यात्रा' की शुरूआत की। अपने इस सफर को सिद्धार्थ संग तीनों युवकों ने ग़ाज़ीपुर जिले से शुरू किया। यह 'भारत यात्रा' ग़ाज़ीपुर से होते हुए यह जमानियां, चंदौली, वाराणसी, भदोही और प्रयागराज से रायबरेली होते हुए शुक्रवार को लखनऊ पहुंची। 'अदब की नगरी' में इस भारत यात्रा का स्वागत एक निजी होटल में किया गया। यहां पर वीडी रवि की अध्यक्षता में लखनऊ के समाजसेवियों द्वारा सभी का स्वागत किया गया। यहां मुख्य अतिथि के रूप में गोपाल राय, दामोदर राव और सुरेश राय मौजूद रहे।

रोजगार मुहैया

इस कार्यक्रम के ऑर्गनाइज वीडी रवि ने बताया कि 'ये चारों युवक भारत व यूपी के जिस शहर जाते हैं, सबसे पहले वहां के इतिहास, पर्यटन स्थल, खेती की स्थिति, क्षेत्र की प्रमुखता, और विशेष उत्पाद जैसी इत्यादि बातों के बारे में जान लेते हैं। जिससे ये लोगों को स्वरोजगार अपनाने व रोजगार मुहैया कराने में सहयोग कर सकें। साथ ही ये चारों युवक अपने-अपने अनुभवों को भी लोगों से साझा करते हैं। उनके मनोबल को बढ़ाने का भी हरसंभव जतन करते हैं।'

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समाजसेवी व किसानों को सम्मानित

इस मुहिम की शुरुआत करने वाले सिद्धार्थ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपने उद्देश्यों से सभी को अवगत कराया। सिद्धार्थ ने कहा कि 'लोगों से केवल एक मुट्ठी अनाज जुटा कर लोगों को जीवनदान देने के किए प्रेरित करना है। हम इस अनाज को जरूरतमंद लोगों को वितरित करेंगे।' सिद्धार्थ ने बताया कि 'इस भारत यात्रा का के दौरान हम लोग हर जिलों में जाकर वहां के कुछ प्रमुख समाजसेवी व किसानों को सम्मानित भी करेंगे। जिससे न सिर्फ़ उनका मनोबल बढ़ेगा, बल्कि वह औरों के लिए प्रेरणास्रोत भी बनेंगे।'

देश मज़बूत और सशक्त बनेगा

भारत यात्रा के उद्देश्यों पर बात करते हुए सिद्धार्थ ने यह भी कहा कि 'हम युवाओं को गांव में ही रोज़गार के अवसर उपलब्ध करवाने के मॉडल के लिये प्रेरित करेंगे। इससे उनका महानगरों में पलायन रुकेगा और वह अपने गांव को समृद्ध व सशक्त बनाने का जरिया भी बनेंगे। इन सारी चीजों का असर हमारे देश की अर्थव्यवस्था व जीडीपी पर भी पड़ेगा। इससे हमारा देश मज़बूत और सशक्त बनेगा और हम दोबारा विश्व गुरु बनेंगे।' लखनऊ के बाद यह 'भारत यात्रा' कई अन्य जिलों में निकाली जाएगी। इसमें हरदोई, पीलीभीत, शाहजहांपुर सहित कई अन्य जिले भी हैं।

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कौन हैं सिद्धार्थ पेवार?

ग़ाज़ीपुर के रहने वाले सिद्धार्थ ने रायपुर स्थित इंडियन बिजनेस स्कूल से एमबीए कर रखा है। मग़र, उन्होंने नौकरी करने की बजाय देश को समृद्ध व सशक्त बनाने का निर्णय लिया। सिद्धार्थ ने ग़ाज़ीपुर के हाला हरिहरपुर गांव में स्वरोजगार मॉडल के तहत डेढ़ बीघे में मछली व बत्तख पालन के अलावा वर्मी कंपोस्ट भी बनाया है। साथ ही एक मैरिज हॉल भी बनवा रखा है। अब तक सिद्धार्थ ने 23 लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार मुहैया कराया है। सिद्धार्थ के इन्हीं कार्यों से प्रेरित होकर अभिषेक, राहुल और हिमांशु भी आईटीआई करने के बाद से गांव में ही स्वरोजगार से जुड़े हुए हैं।

रिपोर्ट-: शाश्वत मिश्रा

Suman  Mishra | Astrologer

Suman Mishra | Astrologer

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

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