मकान से अमरमणि का कब्जा खत्म, 20 साल बाद मकान मालिक को मिली खुशी

Rishi
Published on: 23 May 2016 10:24 PM GMT
मकान से अमरमणि का कब्जा खत्म, 20 साल बाद मकान मालिक को मिली खुशी
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गोरखपुरः यूपी के पूर्व मंत्री और कवयित्री मधुमिता शुक्ला हत्याकांड में जेल में उम्रकैद की सजा काट रहे दबंग अमरमणि त्रिपाठी को ताजा झटका लगा है। सोमवार को प्रशासन ने महराजगंज के नौतनवा में में एक मकान से अमरमणि का दफ्तर हटा दिया। इस मकान पर अमरमणि ने कब्जा कर रखा था।

20 साल पहले किराए पर लिया था मकान

-अमरमणि ने करीब 20 साल पहले महावीर प्रसाद कामलिया से किराए पर मकान लिया था।

-कुछ महीने तक वह किराया देता रहा, फिर मकान पर कब्जा कर लिया।

-मकान मालिक ने हाईकोर्ट तक मुकदमा लड़ा।

-हाईकोर्ट ने अमरमणि का दफ्तर हटाने का आदेश दिया था।

एक साल पहले मकान हुआ था सील

-हाईकोर्ट के आदेश के बाद मकान में अमरमणि का दफ्तर सील कर दिया गया था।

-एक साल पहले आदेश आया, लेकिन मकान मालिक को पूरा कब्जा नहीं मिल सका था।

-हाईकोर्ट ने इस पर प्रशासन की खिंचाई की थी।

-सोमवार को महावीर को प्रशासन ने मकान का कब्जा दिलाया।

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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