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Sextortion Cases in Lucknow: यूपी में बढ़ रहे सेक्सटॉर्सन के मामले, लखनऊ के लोग ज्यादा हो रहे शिकार

Sextortion Cases in Lucknow: वर्तमान में ऑनलाइन फ्रॉड का सबसे चर्चित तरीका बना है सेक्सटॉर्सन। उत्तर प्रदेश में भी हाल – फिलहाल में ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं।

Krishna Chaudhary
Published on: 18 Dec 2022 10:21 AM IST
Sextortion Cases increasing in UP
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Sextortion Cases increasing in UP (Symbolic Image: Social Media) 

Sextortion Cases in Lucknow: साइबर क्राइम के 'जामताड़ा मॉडल' से आज हर कोई वाकिफ है। झारखंड के पिछड़े जिले से निकलकर ये देश के बाकी हिस्सों में भी पहुंच चुका है। जैसे-जैसे पुलिस साइबर अपराध पर नकेल कस रही है, वैसे-वैसे ठगी के नए तरीके ईजाद किए जा रहे हैं। वर्तमान में ऑनलाइन फ्रॉड का सबसे चर्चित तरीका बना है सेक्सटॉर्सन। सेक्सटॉर्सन हाल ही में राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों में तब आया, जब पुणे के एक 19 साल के लड़के ने इससे परेशान होकर सुसाइड कर लिया था।

पुणे पुलिस ने सेक्सटॉर्सन अपराधों के मास्टरमाइंड को राजस्थान के अलवर जिले के गोथरू गुरू गांव से गिरफ्तार किया था। पुलिस ने बताया कि आरोपी अनवर खान मृतक को ब्लैकमेल कर रहा था और पैसे मांग रहा था, जिससे परेशान होकर उसने आत्महत्या कर ली। उत्तर प्रदेश में भी हाल – फिलहाल में ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं। सेक्सटॉर्सन अपराध के पीड़ितों में जज से लेकर डॉक्टर तक शुमार हैं।

क्या होता है सेक्सटॉर्सन ?

वर्तमान में साइबर ठगों के लिए सेक्सटॉर्सन आम लोगों से वसूली का सबसे बड़ा हथियार बन गया है। पहले वे लोगों के सिम कार्ड या क्रेडिट-डेबिट कार्ड में लोचा कर अकाउंट खाली कर देते थे। लेकिन धीरे-धीरे बैंक और पुलिस की साइबर यूनिट द्वारा नकेल कसने के बाद अपराधियों ने अश्लील वीडियो के जरिए आम लोगों को ब्लैकमेल कर उनसे उगाही शुरू कर दी है।

वेबकैम, मोबाइल या वीडियो कॉल के जरिए किसी की सेक्स गतिविधियों या न्यूड तस्वीरों को रिकॉर्ड करके उसके जरिए ब्लैकमेल करने को सेक्सटॉर्सन कहते हैं। उत्तर प्रदेश में लगातार इसके मामले बढ़ रहे हैं। स्कूल और कॉलेज में पढ़ने वाले युवा, बिजनेसमैन, नौकरशाह, जज और राजनीति से जुड़े लोग तक इसके शिकार हो रहे हैं।

साइबर विशेषज्ञों के मुताबिक, सेक्सटॉर्सन वर्चुअल सेक्स और फिर होने वाली उगाही से मिलकर बना है। इसमें साइबर अपराधी फेक आईडी बनाकर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजते हैं। पीड़ित को पूरी तरीके से भरोसे में लेने के बाद अश्लील बातें की जाती हैं। कुछ देर या दिन बाद यह बातें वीडियो कॉल के जरिए शुरू हो जाती हैं। फिर इन्हीं रिकॉर्डेड वीडियो के जरिए ब्लैकमेलिंग की जाती है।

लखनऊ के लोग हो रह अधिक शिकार

यूपी के पड़ोसी राज्यों झारखंड, हरियाणा और राजस्थान के कई हिस्से साइबर अपराध के गढ़ के तौर पर देश के नक्शे पर उभरे हैं। इन राज्यों में कई गांव के गांव इस अपराध में लिप्त हैं। ऐसे में इसका प्रभाव अब यूपी पर भी देखने को मिल रहा है। राजधानी लखनऊ में सबसे अधिक लोग सेक्सटॉर्सन के शिकार हो रहे हैं। एनसीआरबी का डेटा इस बात की तस्दीक करती है।

एनसीआरबी के 2021 के आंकड़े के मुताबिक, पिछले साल लखनऊ में सेक्सटॉर्सन के 58 केस दर्ज किए गए, जो कि राज्य में सर्वाधिक है। लखनऊ पुलिस भी स्वीकार करती है कि पिछले 1 साल में सेक्सटॉर्सन की शिकायतें बढ़ी हैं। पुलिस की साइबर सेल को ऐसे मामलों को निपटाने अधिक कामयाबी नहीं मिली। लखनऊ के विभिन्न थानों मसलन गौतमपल्ली थाना, गोमतीनगर, चौक, विभूतिखंड, साइबर थाना आदि में इससे जुड़े केस दर्ज हैं। पुलिस की मानें तो इसके शिकार समाज के काफी हाई प्रोफाइल लोग हैं।

सेक्सटॉर्सन से कैसे बचें ?

यदि आप चाहते हैं कि सेक्सटॉर्सन से बचें तो किसी अनजान शख्स के कॉल को रिसीव न करें। इसके साथ ही यदि आपको लगता है कि कोई आपको अश्लील तस्वीरें भेज रहा है तो फौरन इसकी जानकारी पुलिस की साइबर सेल को दें। इसके साथ ही अपने प्राइवेट वीडियो या फोटो किसी को भेजने से बचें। साथ ही अपने फोन या लैपटॉप की सिक्योरिटी इस हिसाब से रखें कि कोई भी आपका सिस्टम हैक न कर सके। किसी भी आप को डाउनलोड करने से पहले उसके बारे में अच्छी तरीके से पता कर लें और किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक करने से बचें। साइबर अपराध का शिकार होने पर 155260 पर कॉल कर पुलिस को अपनी शिकायत लिखवा सकते हैं। इसके अलावा आप https://cybercrime.gov.in/ पर जाकर खुद शिकायत दर्ज भी करवा सकते हैं।



Snigdha Singh

Snigdha Singh

Leader – Content Generation Team

Hi! I am Snigdha Singh, leadership role in Newstrack. Leading the editorial desk team with ideation and news selection and also contributes with special articles and features as well. I started my journey in journalism in 2017 and has worked with leading publications such as Jagran, Hindustan and Rajasthan Patrika and served in Kanpur, Lucknow, Noida and Delhi during my journalistic pursuits.

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