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Shamli News: दिल्ली-देहरादून कॉरिडोर पर भज्जू कट की मांग, किसान यूनियन ने निकाला पैदल मार्च

Shamli News: किसानों का कहना था कि यह कट न केवल स्थानीय लोगों के लिए, बल्कि दिल्ली-देहरादून यात्रा करने वालों के लिए भी फायदेमंद होगा।

Pankaj Prajapati
Published on: 7 March 2025 2:15 PM IST
Shamli News: दिल्ली-देहरादून कॉरिडोर पर भज्जू कट की मांग, किसान यूनियन ने निकाला पैदल मार्च
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किसान यूनियन ने निकाला पैदल मार्च   (photo: social media )

Shamli News: भारतीय किसान यूनियन ने दिल्ली-देहरादून कॉरिडोर पर भज्जू गांव के पास एक कट की मांग को लेकर पैदल मार्च किया। यह मार्च भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत और गौरव टिकैत ने किसानों के साथ भज्जू कट से शामली कलेक्ट्रेट तक निकाला। उनका मुख्य उद्देश्य यह था कि सरकार से यह मांग की जाए कि भज्जू गांव के पास एक कट दिया जाए, जिससे लोगों को यात्रा में आसानी हो।

किसान इस कट की मांग को लेकर पिछले एक साल से धरना दे रहे थे, लेकिन उनकी मांग पूरी नहीं हो रही थी। राकेश टिकैत ने कहा कि इस कट के बिना लोगों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है और सरकार को तुरंत इस पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि अगर सरकार कट नहीं देती, तो किसान इसे प्राप्त करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।

दिल्ली-देहरादून यात्रा करने वालों के लिए भी फायदेमंद

किसानों का कहना था कि यह कट न केवल स्थानीय लोगों के लिए, बल्कि दिल्ली-देहरादून यात्रा करने वालों के लिए भी फायदेमंद होगा। यह कट दोनों शहरों के बीच यात्रा को सुगम बना देगा, जिससे समय की बचत होगी और यात्रा की सुविधा बढ़ेगी। किसानों ने इस मुद्दे पर कई बार अधिकारियों से बातचीत की, लेकिन कोई ठोस समाधान नहीं मिला। राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार से कई बार अपील की गई है, लेकिन अधिकारी इस मुद्दे पर कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अगर सरकार ने उनकी मांग नहीं मानी तो किसान आंदोलन जारी रखेंगे। इस अवसर पर किसान अपनी मांगों को लेकर पूरी तरह से एकजुट थे और सरकार से न्याय की उम्मीद कर रहे थे।

शामली जिले के अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा

इस मार्च में राकेश टिकैत और गौरव टिकैत के नेतृत्व में कई किसानों ने भाग लिया। उन्होंने शामली जिले के अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा और कहा कि सरकार को इस कट को जल्द से जल्द मंजूरी देनी चाहिए ताकि लोगों को राहत मिल सके। किसानों के इस संघर्ष को लेकर क्षेत्रीय प्रशासन और सरकार पर दबाव बढ़ गया है।

Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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