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Shivpal Yadav ने बहन से बंधवाई राखी, बोले- UP में भ्रष्टाचार चरम पर, यहां के नेताओं में परिपक्वता की कमी
Shivpal Yadav : शिवपाल यादव ने बिहार में हुए सत्ता परिवर्तन पर कहा, कि 'अपने व्यक्तिगत कारणों के चलते यूपी के विभिन्न दलों के राजनेता सत्ता के खिलाफ एकजुट नहीं हो पा रहे हैं।'
Shivpal Yadav Raksha Bandhan 2022 : प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) या प्रसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व सपा विधायक शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Singh Yadav) रक्षाबंधन के मौके पर अपनी बहन से राखी बंधवाने उनके घर पहुंचे। इस मौके पर उनके साथ पार्टी के वरिष्ठ नेता रामनरेश यादव (मिनी) भी थे। शिवपाल सिंह यादव शुक्रवार (12 अगस्त 2022) को राजधानी लखनऊ से अपनी बहन के घर इटावा शहर स्थित फ्रेंड्स कॉलोनी पहुंचे। बहन ने भी भाई की कलाई पर राखी बंधवाई।
तिरंगे की गरिमा बनाए रखें बीजेपी वाले
खबर मिलते ही शिवपाल यादव की बहन के घर पर मीडिया का जमावड़ा लग गया। मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) ने कहा, '15 अगस्त राष्ट्रीय पर्व है।पूरा देश इस पर्व को हर्षोल्लास के साथ मनाता है।' लेकिन, अपनी इस बातचीत के दौरान शिवपाल सिंह यादव ने साफ-साफ कहा कि राष्ट्रीय पर्व को मनाते समय तिरंगे की गरिमा का भी ध्यान नेताओं और आम लोगों को रखना चाहिए। उन्होंने कहा, कि उन्हें जानकारी मिली है कि भावावेश में बीजेपी के कुछ लोगों ने घरों में तिरंगा फहराने के नाम पर तिरंगे की गरिमा का ध्यान नहीं रखा। ये बेहद शर्मनाक बात है।
UP के नेताओं में दिखी परिपक्वता की कमी
प्रसपा अध्यक्ष ने आगे कहा, कि हाल के दिनों में यूपी के नेताओं में देश की राजनीति को लेकर परिपक्वता की कमी देखी गई है। इस दौरान शिवपाल यादव ने बिहार में हुए सत्ता परिवर्तन पर भी अपनी बात कही। मीडियाकर्मियों के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, कि अपने व्यक्तिगत कारणों के चलते यूपी के विभिन्न दलों के राजनेता सत्ता के खिलाफ एकजुट नहीं हो पा रहे हैं।'
'यूपी में भ्रष्टाचार चरम पर'
इटावा में मीडिया से बात करते हुए शिवपाल सिंह यादव ने आगे कहा, कि 'यूपी में भ्रष्टाचार चरम पर है। पुलिस के थाने बिके हुए हैं। थानों में पीड़ित की इस समय बिना सुविधा शुल्क लिये पुलिस कोई सुनवाई नहीं करती है। प्रसपा अध्यक्ष ने कहा, सूबे की जेलों की अंदरूनी हालत भी किसी से छिपी नहीं है। जेलों में भी भ्र्ष्टाचार चरम सीमा पार कर चुका है। उन्होंने कहा कि बिहार में विपक्ष ने एकजुट होकर ही सत्ता का परिवर्तन किया है। मगर, यूपी के विभिन्न दलों के नेता सत्ता की 'जी हुजूरी' सिर्फ अपने स्वार्थ पूर्ति के लिए ही कर रहे हैं। इसलिए यूपी में सत्ता अपनी मनमानी करने पर उतारू है।'