TRENDING TAGS :
Shravasti: समस्याओं के निपटारे के लिए आशा कार्यकत्रियों ने किया प्रदर्शन, एसडीएम को सौंपा ज्ञापन
Shravasti: कटरा श्रावस्ती में आशा/आशा संगिनी कर्मचारी संगठन, जनपद-श्रावस्ती ने अपनी मांगों को लेकर प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और जिला प्रशासन को संबोधित एक 9 सूत्रीय ज्ञापन सौंपा है।
shravasti news
Shravasti News: आशा कर्मचारी यूनियन के बैनर तले जिले की आशा कार्यकत्रियों व संगिनियों ने सोमवार को इकौना तहसील परिसर में प्रदर्शन किया। इस दौरान आशा कार्यकत्रियों ने समस्याओं के निराकरण की मांग को लेकर 9 सूत्रीय ज्ञापन एसडीएम इकौना ओम प्रकाश को सौंपा है। बता दें कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत कार्यरत आशा और आशा संगिनी अपनी विभिन्न मांगों को लेकर लगातार संघर्षरत हैं। सरकार तक अपनी आवाज़ पहुँचाने के लिए वे लंबे समय से पत्राचार कर रही हैं, लेकिन अभी तक उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हो सका है।
इसी क्रम में सोमवार को कटरा श्रावस्ती में आशा/आशा संगिनी कर्मचारी संगठन, जनपद-श्रावस्ती ने अपनी मांगों को लेकर प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और जिला प्रशासन को संबोधित एक 9 सूत्रीय ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में कहा गया है कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत देशभर में करीब 11 लाख आशा कार्यकत्री कार्यरत हैं। इसके तहत आशा कार्यकत्री और 1 लाख आशा संगिनी सेवाएँ दे रही हैं। स्वास्थ्य योजनाओं को जमीनी स्तर तक पहुँचाने और ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ बनाने में इनका अहम योगदान है।
कोविड-19 महामारी के दौरान आशा और आशा संगिनी ने अपनी जान जोखिम में डालकर संक्रमितों की पहचान, टीकाकरण और अन्य स्वास्थ्य सेवाओं को सुचारू रूप से संचालित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसके बावजूद, उनकी सेवाओं को लेकर शासन-प्रशासन का रवैया उदासीन बना हुआ है।मांग पत्र में कहा है कि आशा और आशा संगिनी को सरकारी कर्मचारी घोषित किया जाए, ताकि उन्हें भी अन्य सरकारी कर्मचारियों की तरह सुविधाएँ मिल सकें। साथ ही सामाजिक सुरक्षा की गारंटी मिले।गर्मी-सर्दी के ध्यान रखा जाए, आशा बहिनियन के अलग-अलग ड्रेस दिया जाए। जैसे सरकारी कर्मचारी के रिटायरमेंट के सुविधा मिल रही है, उसी तरह से आशा कार्यकत्री के भी मिलना चाहिए । साथ ही जवन आशा बहिनी ज्यादा पढ़ल-लिखल होई, ओकरा लायक प्रमोशन के मौका मिले।रिपोर्ट बनावे खातिर कागज-कलम में बहुत खरचा लागे, त स्टेशनरी खातिर अलग से भत्ता मिले। अगर कवनो आशा बहिनी के दुर्घटना में मौत हो जाई, त ओकरा परिवार के कम से कम 10 लाख के बीमा राशि मिले।ट्रेनिंग करे जाईं त ओकरा खातिर यात्रा भत्ता आ ट्रेनिंग फीस सरकार से मिले। रिटायर भइला के बाद पेंशन के सुविधा भी मिले, जइसे सरकारी करमचारी के मिले ला।
आशा बहिनियन के नियम-कानून में भारत सरकार नया सुधार करस। जैसे मांग को लेकर प्रदर्शन किया। इतना ही नहीं प्रसूताओं के साथ रुकने वाली आशा कार्यकत्रियों को भोजन व चाय-नाश्ता आदि भी नहीं दिया जा रहा है। वही जिन आशा कार्यकत्री की अब तक भुगतान नहीं किया गया है उनका भुगतान कराया जाए। इस दौरान उमा मिश्रा,संगिता श्रीवास्तव, कमलेश श्रीवास्तव समेत भारी संख्या में आशा कार्यकत्री और संगिनी मौजूद रही है।