Shravasti News: श्रावस्ती साइबर क्राइम पुलिस ने आवेदक के खाते में एक लाख दस हजार पांच सौ अड़तीस रूपये वापस कराये

Shravasti News: साइबर पुलिस ने बैंक खातों का जांच कराया। बुधवार को साइबर (Cyber) क्राइम पुलिस थाना श्रावस्ती ने पीड़ित के बैंक खाते से फ्राड कर ठगे गए 1,10,538 रुपयों को पीड़ित के बैंक खाता में वापस कराने में सफल रही है।

Radheshyam Mishra
Published on: 9 April 2025 7:08 PM IST
Cyber ​​Crime Police returns rupee One Lakh Ten Thousand Five Hundred thirty eight in applicant account News in Hindi
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श्रावस्ती साइबर क्राइम पुलिस ने आवेदक के खाते में एक लाख दस हजार पांच सौ अड़तीस रूपये वापस कराये (Photo- Social Media)

Shravasti News: यूपी की श्रावस्ती साइबर क्राइम थाना पुलिस ने आवेदक अम्बरेश कुमार आर्य के बैंक खाते से विगत 21दिसंबर 2024 को साइबर अपराधियों द्वारा धोखाधड़ी कर रुपयें ठग लिये गये थे। पुलिस साइबर ठगी की जांच कर रही पुलिस के लिए जालसाजों तक पहुंचना टेढ़ी खीर बन गया है। कारण, अबतक की जांच में पता चला है कि ठगी का पूरा पैसा घुमाने के लिए ठगों ने कई बैंक खातों का चक्रव्यूह रचा। इसके तहत पहले साइबर पुलिस ने बैंक खातों का जांच कराया। बुधवार को साइबर (Cyber) क्राइम पुलिस थाना श्रावस्ती ने पीड़ित के बैंक खाते से फ्राड कर ठगे गए 1,10,538 रुपयों को पीड़ित के बैंक खाता में वापस कराने में सफल रही है।

पुलिस के मुताबिक एसपी घनश्याम चौरसिया के निर्देशन में, अपर पुलिस अधीक्षक प्रवीण कुमार यादव के पर्यवेक्षण तथा क्षेत्राधिकारी साइबर क्राइम संतोष कुमार के नेतृत्व में तथा प्रभारी निरीक्षक साइबर क्राइम पुलिस थाना जनपद श्रावस्ती गौरव सिंह के प्रयास से आवेदक अम्बरेश कुमार आर्य के बैंक खाते से साइबर अपराधियों द्वारा धोखाधड़ी कर रुपयें ठग लिये गये थे। साइबर क्राइम पुलिस थाना श्रावस्ती कार्यवाही कर 1,10,538 रूपया (एक लाख दस हजार पाँच सौ अड़तीस रूपये) वापस कराये गए ।

आई टी एक्ट में मुकदमा दर्ज

बता दें कि आवेदक अम्बरेश कुमार आर्य के द्वारा गत 21 दिसंबर 2024 को साइबर क्राइम पुलिस थाना जनपद श्रावस्ती को तहरीर दिया। जिसमें बताया कि साइबर ठगों द्वारा साइबर ठगी करके रूपए उनके खाते से निकाल लिया है। पुलिस ने आईपीसी की धारा-318(4) बीएनएस व 66(डी) आई टी एक्ट में मुकदमा दर्ज किया । जिसमें वादी/पीड़ित से शेयर मार्केट में इन्वेस्टमेंट के नाम पर फ्रॉड करना बताया गया था।

साइबर क्राइम पुलिस थाना प्रभारी निरीक्षक गौरव सिंह द्वारा विवेचना के दौरान कार्यवाही करते हुए वादी/पीड़ित के बैंक खाते में 1,10,538/- रुपया की धनराशि को वापस कराया गया। पुलिस ने बताया कि इस इस प्रकरण में पूर्व में भी वादी/पीड़ित के बैंक खाते में 2,14,196 रूपये की धनराशि वापस करायी जा चुकी है। अब तक आवेदक को कुल 3,24,734 रूपये वापस कराये जा चुके है। शेष धनराशि वापस कराने की कार्यवाही जारी है। इसमें विवेचक साइबर क्राइम पुलिस थाना जनपद श्रावस्ती प्रभारी निरीक्षक गौरव सिंह , कांस्टेबल रमेश सिंह, कांस्टेबल सुनील कुमार वर्मा, साइबर पुलिस शामिल रहे हैं।

कैसे बचें

पुलिस ने आमजन से अपील किया है कि साइबर क्राइम से बचाव के लिए निम्न उपाय अपनाएं कहा है कि साइबर अपराधी आपकी निजी जानकारी इकट्ठा करते है और इसका उपयोग इंटरनेट पर आपकी झूठी पहचान बनाने में उपयोग कर सकते है। किसी भी सार्वजनिक साइट, ब्लॉग या सोशल मीडिया पर अपनी निजी जानकारी कभी भी साझा शेयर न करें। जैसे कि आपकी सरकारी आईडी, पासवर्ड, बैंक खाता नम्बर, पिन इत्यादि शामिल हैं। इसके अलावा -ईमेल, मैसेजिंग ऐप या इन्सटेंट मैसेंजर पर प्राप्त लिंक्स पर क्लिक करने से पहले सावधान रहें और यदि आप उनकी सत्यता पर विश्वास नही करते, तो हमेशा भेजने वाले या उनकी आधिकारिक हेल्पलाइन से संपर्क करें। जैसे कि बैंक, दूरसंचार ऑपरेटर, बीमा कंपनी आदि शामिल हैं।

साथ ही अपने पासवर्ड को जटिल रखें (अर्थात अक्षरों जैसे a, b, c, संख्याओं। जैसे 1, 2, 3 और विशेष अक्षरों जैसे @, #, % को मिलाकर पासवर्ड बनाये) और उसे किसी के साथ साझा न करें। विभिन्न साइटों,ऐप्स के लिए अलग-अलग पासवर्ड का प्रयोग करें। साथ ही वेब पेज पर अपनी जानकारी दर्ज करने से पहले, वेबसाइट के लिंक की जांच करें और यह सुनिश्चित करें कि वेब पता https ("s" से सुरक्षित) से शुरू होता है और एक बंद ताले के निशान को भी देखें।

इसके अलावा ऑनलाइन बैंकिंग या ऑनलाइन लेन-देन करने के लिए कभी भी सार्वजनिक व मुफ्त वाई-फाई का उपयोग न करें। साइबर अपराध होने पर तत्काल हेल्पलाइन नंबर 1930 डॉयल करें। 24 घंटे के अंतराल में आपके धन को वापस कराने की अधिक संभावना रहती है।

फोन पर कैश रिवार्ड को अपने खाता में लेने के नाम पर अज्ञात व्यक्ति के बताए हुए नियमों का पालन न करें।ओएलएक्स पर कोई भी वाहन सामान खरीदने वाले व्यक्ति को बेचने वाले व्यक्ति द्वारा यदि अपना कोई सरकारी आई-कार्ड व कैंटीन कार्ड डाला गया है तो उसे चेक कराने के बाद ही लेन-देन करें।सोशल मीडिया जैसे फेसबुक,इंस्टाग्राम,व्हाट्सएप्प आदि ऐप्प पर प्रोफाइल लॉक करके रखे । इसके साथ अधिक सहायता हेतु प्रभारी थाना साइबर क्राइम मो0न0 7839859207 / हेल्पलाईन नं0-1930/ साइबर क्राइम वेबसाइट https://cybercrime.gov.in/ पर सम्पर्क कर सकते हैं।

Shashi kant gautam

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