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Shravasti News DM ने हीटवेव से बचने के लिए बताए घरेलू उपाय, सार्वजनिक स्थलों पर चिपका रहे पोस्टर, स्कूलों में गोष्ठी कर जगा रहे जागरूकता
Shravasti News: डीएम ने लू से बचाव के तरीके बताते हुए कहा कि गर्मी हवाओं से बचने के लिए खिड़की को रिफ्लेक्टर जैसे एलुमिनियम पन्नी, गत्ते इत्यादि से ढककर रखें, ताकि बाहर की गर्मी को अन्दर आने से रोका जा सके।
डीएम ने हीटवेव से बचने के लिए बताए घरेलू उपाय (photo; social media )
Shravasti News: बढ़ती गर्मी और हीटवेव की संभावना को देखते हुए डीएम अजय कुमार द्विवेदी ने बताया है कि मौमस विभाग द्वारा जारी पूर्वानुमान के अनुसार अब भीषण गर्मी का प्रकोप जारी हो चुका है। वर्तमान में पारा 45 डिग्री सेल्सियस पार कर चुका है। मौसम विभाग ने गर्मी/हीटवेव को लेकर जिलो में येलो एलर्ट जारी किया गया है। ऐसे में यह आवश्यक हो गया है कि जनसामान्य हीटवेब (लू) से बचाव को लेकर सतर्क रहें। बचाव के उपायों को जानें एवं अपना तथा समुदाय का बचाव कर सकें।
डीएम ने लू से बचाव के तरीके बताते हुए कहा कि गर्मी हवाओं से बचने के लिए खिड़की को रिफ्लेक्टर जैसे एलुमिनियम पन्नी, गत्ते इत्यादि से ढककर रखें, ताकि बाहर की गर्मी को अन्दर आने से रोका जा सके। उन खिड़कियों व दरवाजों पर जिनसे दोपहर के समय गर्म हवाएं आतीं हैं। काले परदे लगाकर रखना चाहिए। स्थानीय मौसम के पूर्वानुमान को सुनें और आगामी तापमान में होने वाले परिवर्तन के प्रति सजग रहें। आपात स्थिति से निपटने के लिए प्राथमिक उपचार का प्रशिक्षण लें। बच्चों तथा पालतू जानवरों को कभी भी बन्द वाहन में अकेला न छोड़ें। जहां तक सम्भव हो घर में ही रहें तथा सूर्य के ताप से बचें। सूर्य के ताप से बचने के लिए जहां तक संभव हो घर की निचली मंजिल पर रहें। संतुलित, हल्का व नियमित भोजन करें। मादक पेय पदार्थों का सेवन न करें।
शरीर व सिर को कपड़े या टोपी से ढककर रखें
उन्होंने आगे बताया कि घर से बाहर अपने शरीर व सिर को कपड़े या टोपी से ढककर रखें। उन्होंने बचाव के बारे में बताया कि धूप में खड़े वाहनों में बच्चों या पालतू जानवरों को न छोड़ें। खाना बनाते समय घर के खिड़की दरवाजे आदि खुले रखें। जिससे हवा का आना जाना बना रहे। नशीले पदार्थों, शराब अथवा अल्कोहल से बचें। उच्च प्रोटीनयुक्त खाद्य पदार्थों का अधिक से अधिक सेवन करें। बासी भोजन कतई न इस्तेमाल करें। इसके साथ ही संतुलित व हल्का आहार लें।
दोपहर के समय यदि बहुत आवश्यक हो तभी घर से धूप में बाहर निकलें अन्यथा धूप में जाने से बचें और यदि जाना ही पड़े तो सिर को जरूर ढकें। घर में पेय पदार्थ जैसे लस्सी, छांछ, मट्ठा, बेल का शर्बत, नमक चीनी का घोल, नीबू पानी या आम का पना इत्यादि का प्रयोग करें। उन्होंने बताया कि लू व गर्म हवा से बचाव के लिए विभिन्न उपायों को अपनाना चाहिए।
बच्चों को हीटवेव और उसके बचाव की जानकारी
उन्होंने बताया है कि इसके साथ ही बढ़ती गर्मी और हीटवेव की संभावना को देखते हुए जनपद के आपदा मित्र एक बार फिर आम जन को जागरूक करने के लिए सक्रिय हो चुका है। बताया कि आपदा मित्रों द्वारा गांव के विद्यालयों में जाकर बच्चों को हीटवेव और उसके बचाव की जानकारी दे रहे हैं व ग्रामीणों को भी इस आपदा से बचने की सलाह दे रहे हैं।
आपदा मित्र सार्वजनिक स्थानों पर उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्राधिकरण द्वारा प्रदान किए गये पोस्टर भी चस्पा कर रहे हैं ताकी लम्बे समय तक लोगों को हीटवेव से बचाव की जानकारी मिलती रहे। डीएम ने हीटवेव अथवा तापाघात का प्रमुख लक्षण बताते हुए कहा है कि जब शरीर का तापमान बढ़ जाता है एवं पसीना नही आता है। सिरदर्द होना अथवा सिर का भारी लगना, त्वचा का सूखा एवं लाल होना, उल्टी दस्त होना, बेहोश हो जाना, मांसपेशियों में ऐंठन आदि तापाघात के लक्षण हैं।
ऐसे व्यक्तियों को जो हीटवेव अथवा तापाघात से प्रभावित हैं, तो उससे बचने हेतु सर्वप्रथम घरेलू उपाय अपनाने चाहिए। इसके साथ ही ऐसी अवस्था में जरूरी है कि सर्वप्रथम ठंडे एवं छायादार स्थान पर ले जाना चाहिए, एंबुलेंस के लिए 108 नम्बर पर फोन कर चाहिए। एंबुलेंस आने तक व्यक्ति को पैर उपर रखकर सुला देना चाहिए।
शरीर के उपर पानी से स्प्रे
मरीज अगर बीमार न हो तो उसे ठंडा पानी पिलाया जाना चाहिए। शरीर से जितना संभव हो सके कपड़े निकाल देना चाहिए। शरीर के उपर पानी से स्प्रे करना चाहिए। गीले कपड़े अथवा स्पंज से शरीर पोंछना चाहिए और पंखे से शरीर पर हवा डालनी चाहिए। जितना जल्दी हो सके चिकित्सकीय सहायता लेनी चाहिए।वही अपर जिलाधिकारी अमरेन्द्र कुमार वर्मा ने बताया की हीटवेव से बचाव के लिए प्रशासन युद्ध स्तर पर तैयारी कर रहा है। आम जन को भी जागरूक किया जा रहा है। सभी नागरिकों को हीटवेव से बचने के लिए उपरोक्त सभी उपायों का पालन करना चाहिए।