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Shravasti News: कार्तिक पूर्णिमा पर सीताद्वार में उमड़ा आस्था का सैलाब, मांगा परिवार की सुख शांति का आशीर्वाद
Shravasti News: सीताद्वार मंदिर परिसर में लगने वाले तीन दिवसीय कार्तिक पूर्णिमा मेले में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा रहा है। जिले ही नही दूर दराज के क्षे़त्रों से आने वाले लोग सुबह से ही मेले का आनंद लेते रहे।
Shravasti News: शुक्रवार को कार्तिक पूर्णिमा पर पौराणिक सीताद्वार झील, राप्ती नदी व बूढ़ी राप्ती नदी के तट पर मेले का आयोजन हुआ। हजारों की संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं ने स्नान-दान किया। सीताद्वार, भिनगा के हरिहरपुररानी स्थित लखरांव व सिरसिया के जनकपुर सहित जिले के अन्य स्थानों पर मेला भी लगा हुआ है।
कार्तिक पूर्णिमा हिंदू धर्मावलंबियों के लिए पवित्र तिथि है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन सूर्योदय से पूर्व जलाशयों में स्नान दान, हवन-पूजन व उपासना करने से अनंत फल की प्राप्ति होती है। पौराणिक मान्यता के अनुसार, आज ही के दिन श्रीहरी विष्णु ने मत्स्य रूप में अवतार लिया था। इसके चलते शुक्रवार को ऐतिहासिक और पौराणिक इकौना के टड़वा महंथ स्थित सीताद्वार झील किनारे विशाल मेले का आयोजन किया गया। सीताद्वार मंदिर परिसर में लगने वाले तीन दिवसीय कार्तिक पूर्णिमा मेले में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा रहा है। जिले ही नही दूर दराज के क्षे़त्रों से आने वाले लोग सुबह से ही मेले का आनंद लेते रहे। अलल सुबह भोर होते ही मेले में सीताद्वार झील पर स्नाननार्थियों की भीड़ जुटने लगी। जगत जननी सीता माता के दर्शन व पूजन -अर्चन के लिए श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा है।हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई। इसके साथ ही लोगों ने दानपुण्य कर झील किनारे स्थित माता सीता का दर्शन कर परिवार के सुख शांति की कामना की। बता दें कि लवकुश की जन्मस्थली सीताद्वार में प्रतिववर्ष लोगों का आकर्षण झलकता रहता है। दूर शहरों में काम करने वाले क्षेत्रीय लोग दीपावली पर्व पर भले ही घर न आयें पर सीताद्वार मेला देखने जरूर आते है।इस कारण मेलार्थियों की भारी भीड़ से मेला परिसर गुलजार हो रहा।
इसी तरह से विकास खंड सिरसिया के कोयलहवा के जनकपुर स्थित पंचमुखी हनुमान के दर्शन को जनसैलाब उमड़ा। हजारों की संख्या में पड़ोसी राष्ट्र नेपाल सहित अन्य जगह के लोगों ने मंदिर में पहुंच कर पारंपरिक ढंग से पूजन-अर्चन कर हनुमान जी की आशीर्वाद प्राप्त किया।इसी तरह से सिरसिया के ही पांडव कालीन विभूतिनाथ शिव मंदिर में भी सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भगवान शिव का जलाभिषेक करके परिवार के सुख शांति की कामना की। इसके क्रम में सिरसिया के ही तालबघौड़ा, हरिहरपुररानी के लखरांव, लबेदपुर, जमुनहा में राप्ती नदी के तट पर स्थित जगपति माता मंदिर , गिलौला के बेलकर, प्रहलादा कुट्टी, दिकौली के सगरा, खुरहुरी मोड़, बरदेहरा, भंगहा बाजार स्थित हनुमान मंदिर, भकला कुट्टी के कुडिय़ा समय स्थान, लेंगड़ी गूलर, कुर्बेनी, बैदौरा सहित कई दो दर्जन अन्य स्थानों पर स्थित जलाशयों के किनारे विशाल मेले का आयोजन हुआ। इकौना के सीताद्वार में रविवार तक मेले का आयोजन किया जाएगा। सभी स्थानों पर सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए।
वहीं कार्तिक पूर्णिमा मेले में बच्चों के लिए देशी व इलेक्ट्रॉनिक खिलौने पहली पसंद बने हुए हैं, लेकिन मिट्टी से बने स्थानीय खिलौनों ने भी मेले में लोगों को खूब आकर्षित किया। बच्चे ही नहीं युवतियां भी मिट्टी के खिलौने की खरीदारी करती दिखीं है। लोगों ने गृह उपयोगी वस्तुओं की भी जमकर खरीदारी कर रही है। जिले में आयोजित कार्तिक पूर्णिमा मेले में आने वाले मेलार्थियों की पहली पसंद गन्ना व सिंघाड़ा और जिलेबी ही रही। साथ ही मूंगफली, चाट, पानी पूरी, मिठाई, मूर्तियों की भी जमकर खरीदारी हो रही है। इतना ही नहीं लोग लाई चूरा बताशा ,बरसोला व गट्टे की भी जमकर खरीदारी कर रहे। वहीं, मेले में सौंदर्य प्रसाधनों की दुकानों पर जमकर भीड़ देखने को मिल रही है। जगह- जगह मेहंदी व गोदना गोदवाने के लिए भी लोगों की भीड़ लगी है।
कार्तिक पूर्णिमा मेले में आने वाली ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं व युवतियां विभिन्न वाहनों पर मंगल गीत गाते हुए आती दिखीं। वहीं मेले में मिलने वाली परिवार की महिलाओं को गले लगा कर एक दूसरे पर स्नेह उड़ेलते नजर आई। इसी के साथ इकौना के तडवा मंहत सीताद्वार सहित अन्य मेला क्षेत्रों में लगे झूले बच्चों को खूब मौज मस्ती प्रदान कर रहे हैं। इस कारण युवक व युवतियां भी खुद को नहीं रोक पाई है।इस दौरान सुरक्षा के मद्दे नजर मेला परिक्षेत्र में सीसीटीवी भी लगाई गई। इसके साथ ही खुफिया पुलिस व पुलिस के जवान मेला परिसर में मुस्तैद रहे हैं। वहीं डीएम और एसपी सहित सभी मजिस्ट्रेट अपने अपने मेला परिक्षेत्र का भ्रमण करते रहे।