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Shravasti News: चुनाव में डीपफेक कैसे बन सकता है खतरा, संपन्न हुई वर्कशॉप
Shravasti News: आगामी लोकसभा चुनाव में एआई से होने वाले अपराध को रोकने के लिए श्रावस्ती पुलिस की दो दिवसीय वर्कशॉप आज संपन्न हुई।
Shravasti News: आगामी भारतीय सामान्य चुनाव 2024 में जालसाजी और गलत सूचनाओं के प्रसार के खिलाफ उत्तर प्रदेश के श्रावस्ती जिले के पुलिस अधीक्षक घनश्याम चौरसिया की पहल पर दो दिवसीय वर्कशॉप का आयोजन शनिवार को कार्यालय पुलिस अधीक्षक के सभागार में किया गया। कार्यशाला का शुभारम्भ जनपद न्यायाधीश देवेन्द्र सिंह ने दीप प्रज्वलित करके किया। आज कार्यशाला के अंतिम दिन शनिवार को जिलाधिकारी कृतिका शर्मा एवं पुलिस अधीक्षक घनश्याम चौरसिया ने भी द्वीप प्रज्जलित कर कार्यक्रम की शुभारम्भ की। इस मौके पर कार्यक्रम की रूपरेखा पुलिस अधीक्षक घनश्याम चौरसिया के द्वारा तैयार की गई है। जिसका मुख्य उद्देश्य प्रशासन को गलत तथा भ्रामक सूचना एआई उत्पन्न सामग्री, राजनीतिक अभियानों में जालसाजी और लोकतांत्रिक प्रक्रिया की रक्षा के बारे में जागरूक करना रहा है।
जनपद न्यायधीश ने बताए एआई के जोखिम
इस दौरान जनपद न्यायाधीश ने कहा कि इस वर्कशॉप का आयोजन प्रशासनिक और पुलिस व्यवस्था को सक्रिय करने के लिए किया जा रहा है, जो चुनावी प्रक्रिया की शुद्धता को बनाए रखने के लिए कदम उठा रहे हैं। डीपफेक डिटेक्शन कार्यशाला से तकनीकी, कानून से सम्बन्धित काफी बातें साझा हुई, जिससे जिला प्रशासन, न्याय विभाग और पुलिस विभाग का ज्ञानवर्धन हुआ है। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि यह कार्यशाला उत्तर प्रदेश में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बढ़ते और तेजी से बदलते परिदृश्य में गलत सूचनाओं के जोखिम, अपराध को पहचानने और नियंत्रित करने के लिए सहायक होगी। जन-वातावरण को सक्रिय बनाने, एआई-डीपफ़ेक मामलों का अध्ययन करने और वास्तविक प्रदर्शनों के माध्यम से, प्रतिभागियों को गहरे झूठ की पहचान करने और उसके प्रभाव सामने आने के लिए प्रैक्टिकल रणनीतियों और उपकरणों के साथ सशक्त किया गया है। उन्होने कहा कि डीपफेक तकनीक के द्वारा विभिन्न प्रकार के वित्तीय धोखाधड़ी की जा रही है। और चुनावी प्रक्रिया भी प्रभावित हो रही है। श्रावस्ती जनपद इंडो -नेपाल की सीमा से जुड़ा हुआ है। इसलिए प्रशासन द्वारा इस वर्कशॉप का आयोजन आगामी चुनाव में फर्जी एआई कन्टेण्ट, डीपफेक को पहचानने में मदद मिलेगी।
एआई अपराध है चुनाव में चुनौती
इस दौरान पुलिस अधीक्षक ने कहा कि डिजिटल मीडिया और तेजी से बढ़ती तकनीक की युग में, गलत सूचनाओं का खतरा और एआई(आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) अपराध चुनावी प्रक्रिया के लिए एक महत्वपूर्ण चुनौती प्रस्तुत करता है। इस वर्कशॉप जैसी पहलों के माध्यम से सहयोग और ज्ञान-साझा करके, हम जनतंत्र के उन सिद्धांतों को बेहतर ढंग से संरक्षित करने के लिए सशक्त हैं, जिन पर हमारे राष्ट्र की नींव रखी गई है। उन्होने कहा कि आम जनमानस को जागरूक करने, एआई-डीपफेक मामलों का अध्ययन करने, वास्तवित प्रदर्शनों के माध्यम से, प्रतिभागियों को गहरे झूठ की पहचान करने और उसके प्रभाव सामने आने के लिए प्रैक्टिकल रणनीतियों और उपकरणों के साथ सशक्त किया जा रहा है।
एआई के गलत प्रभावों से बचें
उन्होंने कहा कि भारत सरकार के स्टार्टअप विभाग से मान्यता प्राप्त स्टार्टप नेतृत्वशाला तथा एआई के नीति, नियमन एवं प्रचार पर काम करने वाली संस्था “INCLUSIVE AI” द्वारा, श्रावस्ती पुलिस के निर्देश पर कार्यशाला का आयोजन हुआ है जिसमें अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञ जुड़े हैं। उन्होंने कहा कि एआई के कुशल नेतृत्वशाला टीम ने डीप फेक डिटेक्शन के बारे में प्रयोगात्मक रूप से बताया तथा एआई के हानिकारक प्रभावों से बचने के तरीकों को बताया गया है। साथ ही किसी प्रकार के फोटो,वीडियों,लिंक का फैक्ट चेक करने के लिए सर् च इंजन गूगल पर मौजूद फ्री टूल्स के बारे में बताया और उपस्थित सभी अधिकारी/कर्मचारियों को इस टूल्स की मदद से अफवाहों फेक न्यूज सूचनाओं की सत्यता की जाँच करते हुए अफवाहों को रोकने में सहायक रहेगी। आज के परिवेश में एआई अच्छे कार्यों के साथ गलत कार्यो जैसे वीडियो एडिटिंग,फेस एडिटिंग,वॉइस क्लोनिंग,ब्लैक मेल,सेक्सटॉर्सन,डेटाफिशिंग आदि इससे बचने व जागरूक होने की आवश्यकता है। इस कार्यशाला के माध्यम से सीख कर गलत प्रभावों से बचा जा सकता। इस वर्कशॉप के आयोजन में विशेषज्ञों की टीम क्रमशः सागर विश्नोई, भरत नायक, शुभम सिंह और प्रणव द्विवेदी तथा अमिय कृष्ण उपाध्याय द्वारा प्रतिभाग किया गया, इनके द्वारा कार्यशाला में एआई व फीपफेक मामलों की पहचान तथा इनके फायदे व नुकसान के बारे में विस्तारपूर्वक बताया गया।
इनकी रही उपस्थिति
कार्यशाला का संचालन अपर पुलिस अधीक्षक प्रवीण कुमार यादव द्वारा किया गया। आयोजित कार्यशाला में एसएसबी कमाण्डेंट आरके राजेश्वरी, अपर जिलाधिकारी अमरेन्द्र कुमार वर्मा, उपजिलाधिकारी भिनगा पीयूष जायसवाल, उपजिलाधिकारी जमुनहा एसके राय, क्षेत्राधिकारी भिनगा अतुल कुमार चौबे, क्षेत्राधिकारी जमुनहा सतीश कुमार शर्मा, क्षेत्राधिकारी इकौना संतोष कुमार, क्षेत्राधिकारी साइबर संदीप कुमार वर्मा, न्याय विभाग से जेडी, एसपीओ, एपीओ, प्रभारी निरीक्षक साइबर थाना, प्रतिसार निरीक्षक, समस्त थाना प्रभारीगण, प्रभारी यातायात, थानों पर नियुक्त कम्प्यूटर ऑपरेटर, साइबर हेल्प डेस्क कर्मी, पुलिस कार्यालय में नियुक्त कर्मचारी सहित काफी संख्या में अधिकारी/कर्मचारीगण उपस्थित रहे।