Shravasti News: बार्डर पर मनाया गया रक्षाबंधन का त्यौहार, बहनों ने भाइयों के कलाई पर राखी बांधकर दिलाया रक्षा का संकल्प

Shravasti News: जनपद में हर्षोल्लास के साथ भाई बहन के प्रेम का त्यौहार रक्षाबंधन पर्व मनाया गया। बार्डर पर तैनात सशस्त्र सीमा बल की महिला आरक्षियों ने भाईयों के लिए डाक से भेजी राखी।

Radheshyam Mishra
Published on: 19 Aug 2024 3:37 PM GMT
Rakshabandhan festival celebrated on the border , Sisters tied Rakhi on the wrists of their brothers and made them pledge to protect them
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 बार्डर पर मनाया गया रक्षाबंधन का त्यौहार, बहनों ने भाइयों के कलाई पर राखी बांधकर दिलाया रक्षा का संकल्प: Photo- Newstrack

Shravasti News: जिले भर में सोमवार को भाई और बहनों के रिश्तों के अटूट प्यार का पर्व रक्षाबंधन पूरे जोश और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। बहनों ने भाई की कलाई में रक्षा सूत्र बांधकर उनकी सुरक्षा का संकल्प लिया। आज जिला भर में रक्षाबंधन पर्व को लेकर खुशी का माहौल रहा। सोमवार को सावन के अंतिम सोमवार को रक्षाबंधन को लेकर बहनों के साथ भाइयों में भी गजब का उत्साह दिखा।

शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों ने धूमधाम से रक्षाबंधन पर्व मनाया। रक्षाबंधन का त्योहार जिला मुख्यालय भिनगा, तहसील इकौना, गिलौला, जमुनहा, लक्ष्मण नगर सहित विभिन्न क्षेत्रो में धूमधाम से मनाया गया।आज के दिन बहनों ने भाइयों के कलाई पर रक्षासूत्र बांधकर रक्षा का संकल्प दिलाया।


आरक्षी महिलाओं ने अपने भाइयों के लिए भेजा था डाक से राखी

इसी क्रम में इंडो-नेपाल सीमा पर सुरक्षा को लेकर तैनात सुरक्षा कर्मियों सशस्त्र सीमा बल की जिन महिला जवानों को अपने भाइयों को राखी बांधने के लिए अवकाश नहीं मिला।उन महिला सशस्त्र सीमा बल की आरक्षी महिलाओं ने अपने भाइयों के लिए डाक की राखी भेज कर ही रक्षाबंधन का त्यौहार मनाया। साथ ही ड्यूटी करके देश सेवा भी की है । उल्लेखनीय है कि भारत- नेपाल सीमा पर 24 घंटे सशस्त्र सीमा बल की निगरानी चल रही है ताकि कोई भी अवैध गतिविधि बॉर्डर क्षेत्र में न होने पाए। बता दें कि सशस्त्र सीमा बल के जवानों में महिला आरक्षी भी है ।

आज रक्षाबंधन के त्योहार पर भी जिन ज्यादातर सशस्त्र सीमा बल की महिला जवान अपने भाइयों को राखी बांधने नहीं जा पाई है । उन लोगों ने डाक से राखी भेजी है। हालांकि ज्यादातर त्योहारों पर महिला जवान की छुट्टियां मंजूर भी की जाती है लेकिन इस दौरान ड्यूटी पर भी जवानों का होना आवश्यक होता है उसी के अनुसार जहां कुछ को छुट्टी नहीं मिलती है तो इस तरह से महिला आरक्षी को रोस्टर के हिसाब से त्योहार में छुट्टी मिलती है जिन महिला आरक्षी को इस बार रक्षाबंधन में छुट्टी नहीं मिली थी उन लोगों ने समय पर डाक के द्वारा राखी भेज दिया हैं और ड्यूटी देकर देश के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभा रही है।

सोमवार को भद्रा होने के कारण रक्षाबंधन का पर्व दोपहर के 1:32 बजे से देर रात तक मनाया जा रहा है। सुबह लोगों ने स्नान आदि के बाद तैयार होकर बहनों से कलाई पर राखी बंधवाई और बहनों को उपहार भी दिये।

Shashi kant gautam

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