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Shravasti News: लगातार हो रही बारिश से राप्ती का जलस्तर बढ़ा,दर्जनों गांवों में घूसा पानी

Shravasti News: पहाड़ों पर हो रही भारी बरसात के कारण राप्ती नदी शनिवार दोपहर बाद खतरे का निशान पार कर गई है

Radheshyam Mishra
Published on: 6 July 2024 8:00 PM IST
Shravasti News - Photo- Newstrack
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Shravasti News - Photo- Newstrack

Shravasti Nepal: नेपाल सहित पहाड़ों पर हो रही भारी बरसात के कारण राप्ती नदी शनिवार दोपहर बाद खतरे का निशान पार कर गई है। ऐसे में संभावित बाढ़ की संभावनाओं को लेकर डीएम अजय कुमार द्विवेदी ने शनिवार को अधिकारियों को निर्देश दिया है । साथ ही डीएम के निर्देश पर बाढ़ कंट्रोल रूम की स्थापना भी की गई है। ताकि बाढ़ की हर स्थिति से निपटा जा सके।

जिलाधिकारी अजय कुमार द्विवेदी ने बताया कि राप्ती नदी का जलस्तर घट-बढ़ रहा है। शनिवार को राप्ती बैराज लक्ष्मनपुर में राप्ती खतरे का निशान 127.70 सेंटीमीटर पार कर 128.50 0सेंटीमीटर पहुंच गई। जो खतरे के निशान से 70 सेंटीमीटर अधिक है। इसी के साथ राप्ती ने अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है। जिले के तटवर्ती


इलाके लौकिहवा और असरफ नगर गांव के अंदर पानी पहुंच चुका है। इस साल आई पहली बाढ़ मे मल्हीपुर-भिनगा मार्ग पर स्थित नवनिर्मित पुलिया का एक पाइप बाढ़ के पानी के दबाव में है। नतीजतन तटवर्तीय वीरपुर लौकिहा, कथरा, शिकारी चौड़ा, सलारूपुरवा, हरिहरपुर करनपुर, पिपरहवा, जोगिया, लक्ष्मनपुर सेमरहनिया, पोंदला, पोंदली, दुर्गापुर सहित दर्जनो गांवो मे बाढ़ का पानी घुस रहा है। जिससे लोगों का जनजीवन अस्त व्यस्त होता जा रहा है।वही जिला प्रशासन राप्ती नदी के घटते-बढ़ते जल स्तर पर निगरानी रखे हुए है। इसके साथ ही जिलाधिकारी ने सभी बाढ़ चौकी प्रभारियों एवं चौकी पर तैनात अधिकारियों एवं कर्मचारियों को सक्रिय रहने का निर्देश दे दिया है। साथ ही सभी नोडल अधिकारी एवं उपजिलाधिकारियो को भी अपने क्षेत्रों में निगरानी रखने के निर्देश दिए गये हैं।

डीएम ने बताया है कि राप्ती नदी के घटते-बढ़ते जल स्तर पर निगरानी रखी जा रही है। सभी बाढ़ चौकी प्रभारियों एवं चौकी पर तैनात अधिकारियों-कर्मचारियों को अलर्ट रहने का निर्देश दिया गया है। सभी उपजिलाधिकारियों को भी अपने-अपने क्षेत्रों में व्यापक निगरानी रखे जाने के निर्देश दिये गये है। यदि किसी भी गांव में पानी बढ़ने की सूचना प्राप्त होती है, तो तत्काल गांव को खाली कराकर ग्रामीणों को चिन्हित बाढ़ चौकियों में सुरक्षित भेजने के निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दिये गये है। इसके अलावा जनपद स्तर पर बाढ़ एवं अन्य आपदाओं के प्रबन्धन एवं सूचनाओं के त्वरित सम्प्रेषण हेतु कलेक्ट्रेट स्थित जिलाधिकारी कार्यालय कक्ष के पास इमरजेंसी आपरेशन सेन्टर आपदा कार्यालय में संचालित है।


उल्लेखनीय है कि शुक्रवार देर रात से ही रूक रूक कर बारिश हिमाचल की तलहटी में बसे श्रावस्ती के जंगली इलाके समेत सभी क्षेत्रों में जारी है। हालांकि सुबह कुछ घंटों के लिए बरसात रूक गई थी किन्तु शनिवार दोपहर 12:30 बजे के बाद से लगातार झमाझम बरसात जारी है जिससे नदी नाले सभी उफान पर पहुंच चुके हैं। साथ ही चारों तरफ जल ही जल दिखाई दे रहा है। अत्यधिक बरसात के चलते किसान भी परेशान में पड गए हैं,ऐसी स्थिति में जहां किसान अपने धन की फसल की रोपाई को लेकर लेट हो रहे हैं ,वही पर जिन किसानों ने धान के फसल की रोपाई कर दी थी वह बाढ़ और अत्याधिक पानी के चलते गलने की संभावना भी बढ़ गई है।यही नहीं तमाम किसानों का खाद्य और रोपाई का पोध भी खराब होने की संभावना बनी है।इस कारण तमाम किसानों के माथे पर चिंता साफ देखी जा रही है। इसके अलावा तेज हवा के चलते भारी मात्रा में मक्के, सब्जी और आम की फसल की संभावना बढ़ गई है।


दुसरी तरफ जिलाधिकारी अजय कुमार द्विवेदी ने संभावित बाढ़ के मद्देनजर सरयू नहर खण्ड-6 के अंतर्गत राप्ती बैराज का निरीक्षण किया। निरीक्षण के समय अधिशासी अभियंता द्वारा अवगत कराया गया कि इस समय राप्ती बैराज का जल स्तर 128.500 मीटर एवं डिस्चार्ज 73289.00 क्यूसेक है नेपाल राष्ट्र में स्थित जल स्तर गेज के अनुसार राप्ती बैराज का जल स्तर 129.900 तक हो सकता है।इस दौरान जिलाधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया कि राप्ती नदी का पानी समय-समय पर राप्ती नहर में भी छोड़ा जाए, जिससे राप्ती नदी के डिस्चार्ज को कुछ कम किया जा सके। इसके साथ ही उन्होने यह भी निर्देश दिया कि सभी अधिकारीगण नजदीकी जिलों के अधिकारियों से सम्पर्क बनाये रखें तथा 24 घण्टे राप्ती नदी के घटते-बढ़ते जलस्तर पर पैनी नजर बनायें रखें।इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक घनश्याम चौरसिया, विकास शिरोमणि सिंह अधिशासी अभियंता सरयू नहर खण्ड 6, सहायक अभियंता सरयू नहर खण्ड 6 अशोक कुमार, जूनियर इंजीनियर सरयू नहर खण्ड 6 रवि कुमार यादव उपस्थित रहे।

Shalini Rai

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