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Shravasti News: गर्मी से टूटा 34 साल का रिकार्ड, 45 डिग्री पहुंचा पारा
Shravasti News: भीषण गर्मी ने पिछले 34 साल का रिकार्ड तोड़ दिया है। गर्मी से तापमान 45 डिग्री के पार पहुंच गया है।
Shravasti News: हिमालय की तलहटी में तपिश से लोगों का हाल- बेहाल है। बृहस्पतिवार को तापमान में दो डिग्री अधिकतम और एक डिग्री न्यूनतम पारा बढ़ गया। आसमान से बरस रही आग लोगों के शरीर को झुलसा रही है, तो उमसभरी गर्मी बेचैन कर रही है। पारे में वृद्धि और तेज धूप की वजह से लोग गमछा बांधकर बाहर निकले। करीब 34 साल बाद तराई में तापमान 45 डिग्री तक पहुंच गया। वहीं न्यूनतम 27 डिग्री दर्ज किया गया।
अभी राहत की उम्मीद नहीं
भीषण गर्मी के बीच लगातार तराई क्षेत्र का तापमान बढ़ता जा रहा है। लू और गर्मी ने लोगों के जनजीवन को अस्त व्यस्त कर दिया है। एसी और कूलर के बाद भी पसीना छूट रहा था। वहीं, बाहर कड़ी धूप शरीर को झुलसाती रही। दोपहर में शहर में सन्नाटा जैसी स्थिति दिखी। धूप से बचने के लिए लोग गमछा व छतरी का सहारे लेते हुए दिखे। बाजार में सन्नाटा छाया रहा। शाम पांच बजे के बाद ही लोग घरों से निकलते दिखे। आपदा विशेषज्ञ का कहना है कि तराई क्षेत्र में इस बार बढ़ते तापमान ने करीब तीन दशक से ज्यादा का रिकार्ड तोड़ दिया है। बताया कि इससे पहले 1990 में मई के महीने में पारा 44 डिग्री पहुंचा था। उन्होंने ने बताया कि अभी लोगों को गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है।
गर्मी से अस्पतालों में बढ़ी भीड़
जिले में दोपहर दो बजे तो गर्मी की हालत 49 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया था किन्तु शाम चार बजे तक पारा 44 और 45 के बीच रहा है। इस तरह से तराई में बृहस्पतिवार का तापमान 45 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 27 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जिला संयुक्त अस्पताल भिनगा के सीएमएस डा रामगोपाल ने बताया कि गर्मी के चलते अस्पतालों में मरीजों की भीड़ बढ़ रही है। जिला अस्पताल में रामेश बुखार, सिरदर्द के अलावा कब्ज और उल्टी दस्त से पीड़ित मिले। चिकित्सक मरीजों को समय से दवा और पानी पीने के साथ धूप में बाहर नहीं निकलने की सलाह दे रहे हैं। लक्ष्मण नगर बाजार की रेखा देवी ने बताया कि उसे दो दिनों से उल्टी हो रही है। वहीं जिला प्रशासन ने लू से बचाव के लिए एडवाइजरी जारी किया है। डॉ. रामगोपाल ने बताया कि गैस और ब्लड प्रेशर कम और अधिक गर्मी की वजह से हो रहा है। बहुत जरूरी न हो तो कतई धूप में न निकलें। शरीर में पानी कमी न होने दें। हल्का भोजन करें और हरी सब्जी खाएं।
लगातार हो रही बिजली कटौती
शहर हो या ग्रामीण क्षेत्र बिजली की आवाजाही थम नहीं रही है। वीर विनय चौराहा हो या फिर भगवतीगंज दिन में कई बार बिजली कटी। इससे लोग बिलबिला उठे। वहीं ओवरलोड़ से शहर के घुसाह, तुलसीपार्क समेत कई मोहल्लों में बिजली कटौती से लोग परेशान दिखे। ललिया, महराजगंज तराई, उतरौला में भी बिजली कटौती की शिकायतें मिलीं। वहीं बिजली विभाग के कर्मी भी बिजली दुरूस्त करने में जुटे रहे, लेकिन हर घंटे आ रही छोटी- छोटी फाल्ट से वह भी परेशान दिखे। एक्सईन बालकृष्ण ने कहा कि बड़ी दिक्कत तो बुधवार को नहीं रही, कुछ शिकायतें मिलीं। जिसे ठीक कराया गया।
गर्मी से बढ़ रही मानसिक परेशानी
सीएमएस डा रामगोपाल ने बताया कि गर्मी से मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है। मेंटल एडजेस्टमेंट की समस्या लोगों में बढ़ रही है, इससे बेचैनी और घबराहट, बदन दर्द आदि की समस्या से लोग परेशान हैं। उन्होंने बताया कि पहले जहां मानसिक रोग पीडितों की संख्या 4 या 5 थी, अब यह हर दिन 15 से 20 हो गई है। बृहस्पतिवार को ही 18 लोगों मानसिक परेशानी से पीड़ित मिले। गर्मी से लोग डिप्रेशन व बाइपोलर डिस्आर्डर जैसी बीमारी से प्रभावित हो रहे हैं। उनको सिर भारी लगता है और आंखों में जलन होने से बैचनी लगती है। बीपी व हाइपरटेंशन से भी लोग परेशान हैं, चिंता व घबराहट बढ़ रही है।
मौसमी फलों को खाने की सलाह
डा रामगोपाल ने जनपद वासियों को सलाह दिया है कि मौसम से लोगों को एडजस्ट करना चाहिए। घर से निकलें तो छतरी रखें, सफेद सूती गमछा का प्रयोग करें। इसके अलावा रसीले मौसमी फल का प्रयोग करें, जिसमें खरबूज, तरबूज को भरपूर खाएं और खूब पानी पीयें। एसी से तत्काल धूप में न निकलें और धूप से आने पर पानी थोड़ा रुक कर पीयें। इससे मानसिक शांति मिलेगी।