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Shravasti News: श्रावस्ती को धारा 116 के वादों के निस्तारण में मिला प्रदेश में प्रथम स्थान

Shravasti News: राजस्व वाद का समयबद्ध व गुणवत्तापूर्ण निस्तारण शासन की शीर्ष प्राथमिकता है। सोमवार को शासन की ओर से राजस्व न्यायालय कंप्यूटरीकृत प्रबंधन प्रणाली पोर्टल पर फरवरी की रिपोर्ट दी गई।

Radheshyam Mishra
Published on: 10 March 2025 4:54 PM IST
Shravasti News: श्रावस्ती को धारा 116 के वादों के निस्तारण में मिला प्रदेश में प्रथम स्थान
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Shravasti News: राजस्व वाद का समयबद्ध व गुणवत्तापूर्ण निस्तारण शासन की शीर्ष प्राथमिकता है। सोमवार को शासन की ओर से राजस्व न्यायालय कंप्यूटरीकृत प्रबंधन प्रणाली पोर्टल पर फरवरी की रिपोर्ट दी गई। इसमें श्रावस्ती धारा 116 के वादों के निस्तारण के मामलों में प्रदेश में पहले स्थान पर रहा।

टॉप-10 जनपदों की प्रदेश स्तरीय रैंक जारी की

डीएम अजय कुमार द्विवेदी ने बताया है कि राजस्व वादों का समयबद्ध एवं गुणवत्तापूर्ण निस्तारण शासन की प्राथमिकता है। इस सम्बन्ध में शासन द्वारा राजस्व वादों के समयबद्ध एवं गुणवत्तापूर्ण निस्तारण की निरन्तर समीक्षा की जा रही है। जिसके तहत राजस्व न्यायालय कम्प्यूटरीकृत प्रबन्धन प्रणाली (RCCMS) पोर्टल पर मासान्तः फरवरी, 2025 की रिपोर्ट की समीक्षा के उपरान्त उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री कार्यालय शासन ने बीती रात 7 को विभिन्न धारावार टॉप-10 जनपदों की प्रदेश स्तरीय रैंक जारी की गयी है।

श्रावस्ती को चौथा स्थान प्राप्त हुआ

डीएम अजय कुमार द्विवेदी ने बताया कि मुख्यमंत्री कार्यालय ने प्रदेश स्तरीय जारी रैंक के अनुसार धारा-116 यूपी राजस्व संहिता के वादों (निजी भूमियों के आपसी बंटवारे का वाद) में फरवरी 2025 में कुल लम्बित विचाराधीन वादों की संख्या के सापेक्ष कम वाद लम्बित होने के कारण टॉप-10 जनपदों की सूची में जनपद श्रावस्ती को प्रथम स्थान मिला है। इसी प्रकार धारा-67 उ0प्र0 राजस्व संहिता के वादों (सार्वजनिक व ग्राम समाज भूमि से बेदखली के वाद) में माहः फरवरी 2025 में कुल लम्बित विचाराधीन वादों की संख्या के सापेक्ष कम वाद लम्बित होने के कारण टॉप-10 जनपदों की सूची में जनपद श्रावस्ती को चतुर्थ स्थान प्राप्त हुआ है।

निस्तारण करने के निर्देश दिए गए हैं

डीएम ने बताया कि उनके द्वारा राजस्व वादों के निस्तारण की प्रतिदिन समीक्षा करते हुए समस्त राजस्व पीठासीन अधिकारीगण को शासन के निर्देशानुसार अभियान चलाकर गुणदोष के आधार पर वादों का समयबद्ध रूप से निस्तारण करने के निर्देश दिए गए हैं एवं समस्त राजस्व पीठासीन अधिकारियों द्वारा निर्देशों के क्रम में नियमित रूप से वादों का गुणदोष के आधार पर त्वरित निस्तारण सुनिश्चित किया जा रहा है, जिसके कारण राजस्व वादों के निस्तारण में प्रगति परिलक्षित हुई है। डीएम ने कहा कि

टीम भावना से काम करने के कारण ही यह संभव हुआ है। इसके लिए सभी अधिकारी व कर्मचारी बधाई के पात्र हैं। हमें और खामियां सुधारने की जरूरत है। ताकि हम टाॅपटेन में बने रहें।

Ragini Sinha

Ragini Sinha

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