TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

Siddharthnagar: कुआनो नदी के पानी में डूबा अंत्येष्टि स्थल, निर्माण सामग्री पानी में बही

Siddharthnagar: राप्ती के बाद कुआनों के जलस्तर में भी इजाफा हुआ है, जिसके चलते घाट पर अर्धनिर्मित अंत्येष्टि स्थल पानी में डूब गया तथा निर्माण सामग्री भी बह गई है।

Intejar Haider
Published on: 14 Oct 2022 5:52 PM IST
Siddharthnagar News
X

Siddharthnagar: कुआनो नदी के पानी में डूबा अंत्योष्टि स्थल

Siddharthnagar: राप्ती के बाद कुआनों के जलस्तर में भी इजाफा हुआ है, जिसके चलते घाट पर अर्धनिर्मित अंत्येष्टि स्थल पानी में डूब गया तथा निर्माण सामग्री भी बह गई है।

जनवरी 2020 में रखी गई थी इस अंत्योष्टि स्थल की आधारशिला

डुमरियागंज तहसील क्षेत्र (Dumariaganj Tehsil Area) के बायताल गांव स्थित कुआनो नदी तट के चन्द्रदीप घाट पर करीब दो दर्जन से अधिक गांव के लोग शव का अंतिम संस्कार करने के लिए आते हैं, लेकिन बाढ़ के चलते उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। डुमरियागंज विधायक राघवेंद्र सिंह ने उक्त स्थान पर अंत्योष्टि स्थल बनाए जाने के लिए पंचायती राज विभाग से स्वीकृति दिलाई, जिसकी आधारशिला जनवरी 2020 को रखी गई। निर्माण कार्य प्रारंभ हुआ।

पिछली बार कुआनो नदी में आई बाढ़ अपने साथ हजारों रुपये के बालू, मोरंग व मिट्टी बहा ले गई, काम वर्षा बाद शुरू हुआ। अभी तक दाह स्थल, शौचालय व भंडार गृह बन चुका है, शांतिगृह की छत लदने व बाउंड्री वाल बनाने के लिए आया मोरंग, बालू व सीमेंट इस बार आई बाढ़ की भेंट चढ़ गई। लगभग लाखों का सामान पानी में बहने से काफी नुकसान उठाना पड़ा। बीडीओ अमित सिंह ने बताया कि दो बार आई बाढ़ से लाखों का नुकसान हुआ है, पानी कम होने पर अधूरा कार्य पूरा किया जाएगा।

बांध कटवा के खौफ में रतजगा

राप्ती नदी का जल स्तर खतरे के निशान के ऊपर इतना हो गया है की पानी बंधे का उपरी भाग छूने को आतुर है। जगह जगह रिसाव होने से दशकों पूर्व निर्मित बंधा कब कट जाए पता नहीं। भय से डुमरियागंज नगरवासियों ने रात भर रिसाव होने वाले स्थानों की रखवाली की। इस दौरान उनके संग सिंचाई विभाग के अवर अभियंता भी मौजूद रहे।

ये युवा करते हैं बांध की पूरी रात देख रेख

कस्बा निवासी अतीकुर्रहमान की अगुवाई मे जनरेटर लगवाकर कृष्णा, मोहब्बत अली, राम लौट, मोहम्मद अफ़ज़ल, मकसूद अली, सिकंदर, रवि, शिवा आदि युवाओं ने रोडवेज से लेकर खीरामंडी तक बांध की पूरी रात देख रेख करते रहे। आपात स्थित से निपटने के लिए बोरियों में मिट्टी, मोरंग, गिट्टी ,रोड़ा आदि रिसाव वाले स्थलों पर डाला और यह भरी देखते रहे कि नेबुआ आदि गांव के लोग बांध न काट सकें।

लोगों की मदद से बांध की निगरानी की जा रही है: अवर अभियंता

सिंचाई विभाग के अवर अभियंता ज्ञान शंकर ने कहा कि स्थानीय लोगों की मदद से बांध की निगरानी की जा रही है, ताकि कटान होने पर तत्काल व्यवस्था की जा सके।



\
Deepak Kumar

Deepak Kumar

Next Story