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Siddharthnagar News: शिद्दत एवं अकीदत के साथ मनाया गया मुहर्रम,हुसैन - या अली की सदाएं रही गुंजायमान

Siddharthnagar News: बुधवार को मुहर्रम पर डुमरियागंज तहसील मुख्यालय का लगभग बीस हज़ार से अधिक आबादी का शिया बाहुल्य कस्बा हल्लौर पूरी तरह शोकाकुल रहा

Intejar Haider
Published on: 17 July 2024 5:46 PM IST
Siddharthnagar News ( Photo-Newstrack)
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Siddharthnagar News ( Photo-Newstrack)

Siddharthnagar News: सिद्धार्थनगर के डुमरियागंज तहसील क्षेत्र में रोजे आशूरा (मोहर्रम) पूरी शिद्दत एवं अकीदत के साथ मनाया गया। फिज़ा में हर तरफ या हुसैन - या अली की सदाए गुंजायमान रही। जुलूस में शामिल हर व्यक्ति गमजदा था हुसैनी शैदाइयो की आंखो से निकल रहे आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे। मार्सियाज मजलिस के साथ नोहा - मातम होता रहा। मतमदारो ने जलते अंगारों पर नंगे पैर मातम किया, वहीं तीखी जंजीरों व कमा से अपने सिरों व जिस्म पर मातम कर खून से सराबोर हो गए।

बुधवार को मुहर्रम पर डुमरियागंज तहसील मुख्यालय का लगभग बीस हज़ार से अधिक आबादी का शिया बाहुल्य कस्बा हल्लौर पूरी तरह शोकाकुल रहा। यहां के लोगो का मुहर्रम मानने का अंदाज ही अलग अलग रहता है। मंगलवार की रात जहां पूरे कस्बे के घरों के सामने व चौक पर छोटे बड़े ताजिया रखे गए, तो वहीं बड़ा ताजिया इमाम बाड़े की चौक पर रखा गया। जहां पूरी रात हर वर्ग श्रद्धालु दर्शन व परिक्रमा करते रहे। अलख सुबह साढ़े चार बजे नमाज के बाद दरगाह प्रांगण पर आग के अंगारों पर मतमदारों ने मातम किया, नंगे पैर या हुसैन करते लोग आग पर तब तक चलते रहे जब तक आग अपना वजूद खोकर रख में तब्दील नहीं हो गई।


कर्बला के वाकए पर प्रकाश डाला

इसके उपरांत कस्बे की अंजुमनो में फरोग मातम व गुलदस्ता मातम के बैनर तले अलम, जुलजनाह के साथ मातमी जुलूस निकला। जो कस्बे में गश्त करता हुआ सुबह नौ बजे इमामबड़ा नादिर पर पहुंच कर खत्म हो गया। यहां से सभी शोकाकुल लोगो ने कस्बे के उत्तर पुला की बाग में जाकर यौमे आशूरा की विशेष नमाज अदा की। नमाज के बाद दोनो अंजुमने मुख्य चौराहा पर पहुंची। यहां आयोजित मजलिस को जाकिर जमाल हैदर, अजीम हैदर आदि ने कर्बला के वाकए पर वृहद रूप से प्रकाश डाला। मजलिस के उपरांत नोहा - मातम व जंजीर, कमा का मातम हुआ। थोड़ी देर में सड़के मतमदारो के खून से लाल हो गई।


दोपहर बाद दफन किया ताजिया

दोपहर दो बजे के बाद तजियादारो ने अपने अपने ताजियों को सिर पर उठाकर पश्चिम स्थित कर्बला ले जाकर दफन किया। डुमरियागंज, बैदोला, सेमुआडीह, बनगवा, भटंगवा, सिकहरा, तिलगड़िया, बेवां, वासा, जमौतिया आदि क्षेत्र में मोहर्रम श्रद्धा एवं परंपरागत तरीके से मनाया गया। डीएम व एसपी ने भ्रमण कर सुरक्षा व्यवस्था का जायज़ा लिया।

Shalini Rai

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