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Siddharthnagar News: गंगा दशहरा से पहले राप्ती तट सफाई अभियान, 30 मई को मां अचिरावती गंगा आरती का होगा आयोजन
Siddharthnagar News: इसका आयोजन धर्म रक्षा मंच के संरक्षक, पूर्व विधायक व हिंदू युवा वाहिनी के प्रदेश प्रभारी राघवेंद्र प्रताप सिंह के नेतृत्व में किया गया।
Siddharthnagar News: गंगा दशहरा के अवसर पर होने वाले मां अचिरावती गंगा आरती, भजन संध्या व प्रसाद वितरण कार्यक्रम को लेकर रविवार को राप्ती तट की साफ-सफाई का अभियान चलाया गया। इसका आयोजन धर्म रक्षा मंच के संरक्षक, पूर्व विधायक व हिंदू युवा वाहिनी के प्रदेश प्रभारी राघवेंद्र प्रताप सिंह के नेतृत्व में किया गया।
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धार्मिक आयोजन की बनाई गई रूपरेखा
घाट की साफ-सफाई के अलावा इस दौरान कार्यक्रम की भव्यता प्रदान करने पर विस्तृत चर्चा की गई। यहां पहुंचने के बाद सभी लोगों ने तट के आसपास की जगह को साफ-सुथरा किया तथा कार्यक्रम की सफलता को लेकर रूपरेखा तैयार की। बताते चलें कि डुमरियागंज राप्ती नदी के तट पर इस बार गंगा दशहरा के पर्व का विहंगम नजारा दिखेगा। राप्ती नदी के तट पर शंखों की गूंज के बीच सामूहिक आरती की जाएगी। धर्म रक्षा मंच के पदाधिकारी महापर्व की तैयारी को लेकर जोरशोर से जुटे हुए हैं।
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बैठक में धर्म रक्षा मंच के पदाधिकारियों ने गंगा राप्ती आरती कार्यक्रम को लेकर व्यवस्थाओं को बनाए रखने पर चर्चा की। इस दौरान कार्यक्रम संयोजक पूर्व विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि डुमरियागंज में गंगा दशहरा पर्व की शुरूआत वर्ष 2012 में हुई थी। उस समय 501 दीप राप्ती तट पर जलाए गए थे। हर साल पर्व की भव्यता बढ़ती गई। इस बार 30 मई मंगलवार को गंगा दशहरा का पर्व है। इस बार गंगा दशहरा को और भी भव्यता देने की कोशिश की जा रही है। हर बार की तरह इस बार भी भारी संख्या में लोग दीपदान करेंगे। जिससे राप्ती नदी का तट व शिव मंदिर परिसर का कोना-कोना दीपों से जगमग होगा। इसके लिए उन्होंने लोगों से भारी संख्या में सम्मलित होकर दीपदान करने का आवाहन किया गया। राप्ती नदी तट को आकर्षक लाइटिंग और गुब्बारों से सजाया जाएगा। उन्होंने आगे बताया कि मां गंगा की सामूहिक महाआरती शंखों की गूंज के बीच होगी। महोत्सव में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए प्रसाद वितरण की व्यवस्था की गई हैं।
कार्यक्रम में ये रहे उपस्थित
इस दौरान धर्म रक्षा मंच के अध्यक्ष विनोद श्रीवास्तव उर्फ पप्पू, नरेन्द्र मणि त्रिपाठी, समाजसेवी रमेश लाल श्रीवास्तव, मधुसूदन अग्रहरि, लवकुश ओझा, चन्द्र प्रकाश चौधरी, दिलीप पाण्डेय, लालजी शुक्ला, शत्रुहन सोनी, रमेश सोनी, टिहुल, राजीव कुमार अग्रहरि, कमलेंद्र त्रिपाठी, अवधेश चौधरी, बिहारीलाल, शैलेश सिंह, हरीश पाण्डेय आदि मौजूद रहे।