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Siddharthnagar News: विभिन्न कार्यक्रमों के बीच सराही गई स्कूली बच्चों की प्रस्तुति
Siddharthnagar News: बुद्ध विद्यापीठ इंटर कॉलेज बर्डपुर की स्वेता त्रिपाठी एंड टीम की सरस्वती वंदना की प्रस्तुति से कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ।
Siddharthnagar News: सिद्धार्थनगर महोत्सव के दूसरे दिन भी सांस्कृतिक कार्यक्रम में विविध प्रस्तुतियों के बीच बच्चों की प्रस्तुतियां सराही गई। सामूहिक नृत्य, एकल नृत्य में बच्चों ने बेहतरीन प्रस्तुति देकर सर्वाधिक वाहवाही बटोरी। शानदार प्रस्तुतियों से बच्चों ने स्थान पाने के लिए मंच पर धमाल मचाया। उनके थिरकते कदम पर अतिथियों से लगायत दीर्घा में बैठे दर्शकों ने एक स्वर से तालियां बजाकर उत्साह वर्धन किया।
जनपद स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में शहर के बीएसए ग्राउंड में शुरू हुए पांच दिवसीय सिद्धार्थनगर महोत्सव के दूसरे दिन आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में स्कूली बच्चियों ने शानदान प्रस्तुति दी। इस मौके पर 30 विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने संस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लिया। बुद्ध विद्यापीठ इंटर कॉलेज बर्डपुर की स्वेता त्रिपाठी एंड टीम की सरस्वती वंदना की प्रस्तुति से कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। दुल्हन चली देश भक्ति पर अंशिका जायसवाल एंड टीम, बुद्धा सांग की प्रस्तुति जीजीआईसी तेतरी बाजार की नैना एंड टीम की रही। जीआईसी नौगढ़ की मंतशा एंड टीम ने ओ रे चिरैया पर समूह नृत्य की प्रस्तुति खूब सराही गई। विभिन्न विद्यालयों से चयनित अभिमन्यु, शेजल, दक्षिता, निकिता, श्रेया, आस्था यादव, सैय्यदा फिजा, अर्चना, आंचल गुप्ता, वंदना, शगुन, अजय, शिखा पांडेय, निधि, उदिता, सोनम साहनी, रिया, पल्ल्वी, प्रियांशी पाल, शुहानी, खुशी, नेहा, प्रियंका, शिवांशु मणि त्रिपाठी, मंजू एंड टीम की ओर से लोकगीत घूमेलू सारा जहां, महाभारत नृत्य, शिव तांडव, झांकियों सा देश मेरा, शिव स्तृति, नच पंजाबी मैसम सांग, आऐ गिरि नंदिनी, जय हो भारती, वॉलीवुड मैसप, गरबा मैपस, बेटी बचाओ सांग, नमाति गंगे, लावनी नृत्य की मनमोहन प्रस्तुतियां रही।
लक्खा के भजनों पर झूमे बुद्धभूमि के वासी
शहर के बीएसए ग्राउंड में बने पंडाल में सिद्धार्थनगर महोत्सव की शाम भजन गायक लखबीर सिंह लक्खा के नाम रही। लक्खा के भजनों पर बुद्धभूमि के लोग झूम उठे। सिद्धार्थनगर महोत्सव में पहली बार आए लक्खा के भजनों को सुनने श्रोताओं की भीड़ उमड़ पड़ी। कोई लक्खा को देखने पहुंचा तो बड़ी संख्या में लोग भजनों को सुनने देर रात तक जमे रहे। ठंड ने भी अपना असर दिखाया। बावजूद इसके बड़ी संख्या में लोगों ने भजनों का आनंद लिया। लक्खा ने प्यारा सजा है मैया का द्वार गीत से शुरुआत की। इसके बाद लक्खा के आवाज की जादू शुरू हुई तो देररात तक बिखरती ही रही। लखबीर सिंह लक्खा ने मैया का चोला है रंगदा, तेरे भक्तों की लगी है कतार भवानी सहित कई भजन प्रस्तुत किए। लक्खा ने श्रीराम जानकी रहते हैं मेरे सीने में, जय हो पवन कुमार, मैं वारी जाऊं बालाजी और अरे द्वारपालो कन्हैया से कह दो गीत गाए तो लोग झूम उठे। समापन अवसर पर डीएम डॉ. राजा गणपति आर ने लक्खा समेत उनकी टीम का स्मृति चिन्ह और कालानमक चावल का पैकेट उपहार स्वरूप देकर सम्मानित किया।