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Sitapur News: मृत बच्चे का तीन दिन तक डॉक्टर्स करते रहे इलाज, परिजनों ने किया हंगामा
जिले में एक प्राइवेट नर्सिंग होम के डॉक्टर पर मृत बच्चे का इलाज करने का आरोप लगा है। परिजनों ने डॉक्टर पर 3 दिन तक अपने मरे हुए बच्चे का इलाज डॉक्टरों द्वारा किए जाने का आरोप लगाया है।
Sitapur News: जिले में एक प्राइवेट नर्सिंग होम के डॉक्टर पर मृत बच्चे का इलाज करने का आरोप लगा है। जिसमें परिजनों ने डॉक्टर पर 3 दिन तक अपने मरे हुए बच्चे का इलाज डॉक्टरों द्वारा किए जाने का आरोप लगाया है। बच्चे की मौत के बाद पीड़ित परिजनों ने नर्सिंग होम के बाहर जमकर हंगामा काटा। नर्सिंग होम के बाहर हंगामा होता देख भारी संख्या में लोगों का हुजूम एकत्र हो गया। सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पीड़ित पिता का आरोप है कि डॉक्टरों ने उसके मृत बच्चे के इलाज के नाम पर एक लाख रुपए की धनराशि वसूल कर ली। वही नर्सिंग होम के संचालक डॉक्टर इम्तियाज बाग का कहना है कि जो परिजनों द्वारा आरोप लगाए जा रहे हैं। वह सारे आरोप निराधार है। मामला लहरपुर तहसील के कस्बे का है।
बताते चलें कि हरगांव थाना क्षेत्र के प्यारापुर कोर्रैया गंगदासपुर कर रहने वाला अमर सिंह ने अपने 6 वर्ष के बच्चे को 21 नंबर को लहरपुर कोतवाली क्षेत्र के छावनी पुलिया स्थित बाग हॉस्पिटल में भर्ती कराया था। जिसमें अमर सिंह के मासूम बच्चे की मौत हो गई। मौत के बाद परिजनों ने नर्सिंग होम पर जमकर हंगामा काटा। नर्सिंग होम के बाहर हंगामा होता देख भारी संख्या में लोग एकत्र हो गए। सूचना मिलते ही भारी पुलिस बल भी मौके पर पहुंच गया और पीड़ित परिवार को समझा बूझकर शांत कराया।
पीड़ित पिता अमर सिंह का आरोप है कि नर्सिंग होम के डॉक्टर रूपयों की खातिर उसके मरे हुए बच्चे का 3 दिन तक इलाज करते रहे। अमर सिंह का आरोप है कि नर्सिंग होम के डॉक्टर ने उसे आश्वासन दिया था कि उसके बच्चे की जो सांस चली गई है वह वापस आ जाएगी। पीड़ित पिता अमर सिंह का आरोप है कि डॉक्टरों ने तीन दिन तक उसके बेटे को वेंटिलेटर पर रखा और उसके बदले उससे 300 रुपए प्रति घंटे के हिसाब से करीब 1 लाख रुपए जमा कराया। अमर सिंह का आरोप है कि उसके बच्चे की 21 नवंबर को ही मौत हो गई थी बावजूद इसके डॉक्टर लगातार उसके मरे हुए बच्चे का इलाज करते रहे और आज वेंटिलेटर हटते ही उन्होंने उसके बच्चे को मृत घोषित कर दिया।
पुलिस के समझाने के बाद पीड़ित अमर सिंह ने बच्चे का अंतिम संस्कार किया। अभी तक मामले को लेकर अमर सिंह द्वारा कोई तहरीर नहीं दी गई है। सीएससी अधीक्षक डॉक्टर आनंद मित्र का कहना है बच्चों को बेहोशी की हालत में भर्ती कराया गया था। नर्सिंग होम के डॉक्टर से मामले की जानकारी की गई है तो उनका कहना है कि बच्चे का ब्रेन डेथ हुआ था। प्रकरण उच्च अधिकारियों के संज्ञान में है। उच्चस्तरीय जांच कराई जाएगी। बच्चा खत्म नहीं हुआ था। नर्सिंग होम के डॉक्टर के मुताबिक उसकी पल्स भी सही चल रही थी सभी रिकॉर्ड लिए जा रहे हैं। जांच कर उच्च अधिकारियों को अवगत कराया जाएगा।