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Sitapur Murder Case: भाई ही निकला मां सहित छह लोगों का हत्यारा, पुलिस का खुलासा

Sitapur Murder Case: एक ही परिवार के छह लोगों की हत्या के मामले में पुलिस ने खुलासा किया है। पुलिस ने अजीत को ही मामले का आरोपी बताया है।

Sami Ahmed
Report Sami Ahmed
Published on: 16 May 2024 11:21 AM GMT
Sitapur News
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गिरफ्तार हत्यारोपी। (Pic: Newstrack)

Sitapur News: यूपी के सीतापुर में पल्हापुर गांव में एक ही परिवार के 6 लोगों की सामूहिक हत्याकांड का पुलिस ने आज खुलासा करने का दावा किया है। जिसमें पुलिस का दावा है कि इस सामूहिक हत्याकांड का मास्टरमाइंड कोई और नहीं बल्कि मृतक अनुराग ठाकुर का छोटा भाई अजीत सिंह है और उसी ने पूरे घटनाक्रम को अंजाम दिया है।

आईजी ने किया घटना का खुलासा

आज घटना का खुलासा करने आईजी तरुण गाबा सीतापुर पहुंचे। उन्होंने प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि अनुराग ठाकुर और उसके भाई अजीत सिंह के बीच कुछ पैसों और जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। उसके भाई और भाभी द्वारा उसे प्रताड़ित महसूस कर रहा था। उसे लग रहा था कि उसके भाई और भाभी उसके साथ बेईमानी कर रहे हैं। आईजी तरुण गाबा ने बताया कि 24 लाख का केसीसी लोन था। इसके भाई और भाभी ने लोन चुकाने का वादा किया था। लेकिन बाद में भाई और भाभी ने लोन चुकाने से इनकार कर दिया गया। घटना वाले दिन भी दोनों के बीच विवाद हुआ था। जिसके बाद अजीत सिंह ने इस पूरी घटना को अंजाम दिया। एक सवाल के जवाब में आईजी ने दावे के साथ कहा कि पहले अजीत सिंह ने अपने आप को चश्मदीद गवाह बताया। लेकिन जब पूरे मामले की गहनता से छानबीन की गई और जो साक्ष्य घटनास्थल से मिले थे उससे यह स्पष्ट हुआ कि अभियुक्त अजीत ने ही इस पूरे सामूहिक हत्याकांड को अंजाम दिया है।

अजीत ने दिया हत्या को अंजाम

अजीत ने ही पूरे घटनाक्रम को सिलसिलेवार ढ़ग से अंजाम दिया। जिसमें अजीत ने सबसे पहले अपनी भाभी की हत्या की और उसके बाद नीचे आकर मां और भाई पर वार किया एक-एक करके बाकी बच्चों को भी इस घटना का अंजाम बनाया। आईजी तरुण गाबा ने दावा किया कि अभियुक्त अजीत सिंह के पास से 315 बोर का तमंचा, आठ जिंदा व पांच खोखा कारतूस के साथ एक हथौड़ा बरामद किया गया है। बताते चलें कि इस पूरे सामूहिक हत्याकांड को लेकर पुलिस अधीक्षक चक्रेश मिश्रा के द्वारा घटना के तुरंत बाद एक बयान जारी किया गया था जिसमें एसपी ने मृतक अनुराग ठाकुर को मानसिक रूप से विक्षिप्त बताया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पूरा मामला पुलिस के उल्टे ही पड़ गया था। आईजी तरुण गाबा के द्वारा पाल्हापुर में हुए सामूहिक हत्याकांड खुलासे को लेकर किए गए दावों को अगर देखें तो तमाम ऐसे सवालिया निशान सामने आ रहे हैं जो पुलिस के इस खुलासे को हवा हवाई साबित कर रहे हैं।

पुलिस के खुलासे पर भी उठ रहे सवाल

जैसे की क्या एक आदमी एक साथ 6 लोगों की हत्या कर सकता है। जबकि आरोपी बाईपास सर्जरी करवा चुका है। हत्याकांड को जिस तरह से अंजाम दिया गया है उसे साफ जाहिर होता है की गोली मारने का तरीका शार्प शूटर से कम नहीं है। पुलिस द्वारा घटनास्थल का बैलेस्टिक जांच के लिए टीम को ना बुलाना। वही पुलिस यह भी नहीं बता सकी की अजीत के पास असलहा और कारतूस कहां से आया। क्या कोई एक व्यक्ति दो बच्चों को गोद में उठाकर एक साथ दो मंजिला छत से नीचे फेंक सकता है। जबकि पीएम रिपोर्ट में मृतक अरना और अद्विक के पैर टूटे पाए गए। पुलिस की अगर माने तो पुलिस तीनों बच्चों को छत से नीचे फेंका जाना स्वीकार कर रही है जो कि अपने आप में एक बड़ा सवालिया निशान है। वही पीएम रिपोर्ट में मृतक अनुराग ठाकुर की बड़ी बेटी आश्वी को गोली और हथौड़े से प्रहार पर करके हत्या किया जाना बताया गया है। कुल मिलाकर ऐसे तमाम अनसुलझे सवाल है जो कि इस पुलिस के खुलासे को हवा हवाई साबित कर रहे हैं। बताते चलें बीती 10/11 की रात को पाल्हापुर गांव में अनुराग ठाकुर के द्वारा अपनी मां पत्नी और तीन मासूम बच्चों की हत्या करने के बाद खुद को गोली मारकर आत्महत्या किए जाने की घटना सामने आई थी।

Sidheshwar Nath Pandey

Sidheshwar Nath Pandey

Content Writer

मेरा नाम सिद्धेश्वर नाथ पांडे है। मैंने इलाहाबाद विश्विद्यालय से मीडिया स्टडीज से स्नातक की पढ़ाई की है। फ्रीलांस राइटिंग में करीब एक साल के अनुभव के साथ अभी मैं NewsTrack में हिंदी कंटेंट राइटर के रूप में काम करता हूं। पत्रकारिता के अलावा किताबें पढ़ना और घूमना मेरी हॉबी हैं।

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