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बिजली उपभोक्ता ध्यान दें, स्मार्ट मीटर से कई गुना ज्यादा आ रही बिजली बिल
उप्र. राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद ने पूरे प्रदेश में भारत सरकार की कम्पनी एनर्जी एफिशिएन्सी सर्विसेज लि. (ईईएसएल) द्वारा लगाये जा रहे स्मार्ट मीटर...
लखनऊ। उप्र. राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद ने पूरे प्रदेश में भारत सरकार की कम्पनी एनर्जी एफिशिएन्सी सर्विसेज लि. (ईईएसएल) द्वारा लगाये जा रहे स्मार्ट मीटर में अधिकतम भार का पैरामीटर बड़े पैमाने पर जम्प करने की शिकायत पावर कार्पोरेशन के निदेशक वाणिज्य व मध्यांचल के निदेशक वाणिज्य से करते हुए पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही करने और साथ ही घटिया मीटर निर्माता कम्पनियों को ब्लैक लिस्ट करने की मांग की हैं।
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उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने खुलासा करते हुए कहा कि यूपी में अब तक लगभग सात लाख से ज्यादा स्मार्ट मीटर लग चुके हैं। उन्होंने बताया कि वाराणसी, प्रयागराज गोरखपुर और राजधानी लखनऊ में उपभोक्ताओं के घर में लगे स्मार्ट मीटर अधिकतम भार का पैरामीटर बड़े पैमाने पर जम्प कर रहा है।
भार जम्प करके कहीं 65 किलोवाट, कहीं 55 हो रही है
एक किलोवाट भार वाले उपभोक्ता का भार जम्प करके कहीं 65 किलोवाट, कहीं 55 तो कहीं 60 किलोवाट तक पहुंच गया, जिससे बिजली का बिल कई गुना अधिक तक बन गया। इन शहरों में ऐसे स्मार्ट मीटरों की संख्या लगभग 2600 के ऊपर पहुंच गयी है। केवल राजधानी लखनऊ में ही ऐसे स्मार्ट मीटरों की संख्या 500 से अधिक है।
यूपी पावर कार्पोरेशन ने इस खामी को स्वीकार की है
वर्मा ने बताया कि यूपी पावर कार्पोरेशन ने इस खामी को स्वीकार करते हुए ईईएसएल को पत्र लिख कर जवाब तलब किया है। कार्पोरेशन ने अपने पत्र में लिखा है कि वाराणसी, प्रयागराज और गोरखपुर में लगभग 2012 नग मीटर का भार अत्यधिक जम्प किया है, जिसमें जेन मेक मीटरों की संख्या 242 है और जीनस मेक मीटर की संख्या 1770 है।
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उपभोक्ता परिषद अध्यक्ष ने कहा कि जब भार पैरामीटर जम्प कर रहा है तो साफ है कि मीटर में मैनुफैक्चरिंग डिफेक्ट है। ऐसे में यूनिट के भी जम्प करने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है। इस संबंध में यूपी पावर कार्पोरेशन के निदेशक वाणिज्य एके श्रीवास्तव ने कहा कि जल्द ही कंपनी को नोटिस भेजकर जरूरी कार्यवाही की जायेगी।