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यह कश्मीर नही, बहराइच है जनाब, देखें शानदार बर्फबारी
किसानोे व ईंट भट्ठा मालिकों को ओले गिरने से काफी नुकसान हुआ है। मौसम वैज्ञानिक डॉ. एमवी सिंह बताते है कि ओले गिरने से दलहनी, तिलहनी व सब्जी की फसलों को नुकसान हुआ है।
बहराइच: अगर आपको कश्मीर जैसा आनन्द लेना हो तो बहराइच आइए। जी हां, इस समय बहराइच का मौसम बिल्कुल कश्मीर की याद दिला रही है। यहाँ पर सड़को पर ओले की चादर बिछी हुई है।
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सड़को पर दिख रहे ओले कश्मीर जैसी है। तेज बारिश के साथ जबरदस्त ओले गिरे रहे है। बहराइच में 25 से 50 ग्राम तक ओले गिरे है। माैसम के अचानक बदले मिजाज से पूरे वातावरण में ठंड घुल गया है। तराई का तापमान लुढ़क कर सात डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया है।
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गुरूवार की रात व शुक्रवार की सुबह कैसरगंज, पयागपुर, विशेश्वरगंज, रामगांव, बिछिया व अन्य इलाकों में बारिश के साथ जमकर ओले गिरे। इससे खेतों में चना, मटर, मसूर, राई, सरसों व लाही की फसलों को नुकसान हुआ है। आम की बौर भी बर्बाद हुई है। पयागपुर की सड़कों पर तो बिछे आेले कश्मीर की बर्फबारी जैसे रहा। पयागपुर-इकौना मार्ग ओलो से ढक गया।
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घरों व आंगन में सफेद चादर बिछ गई। किसानोे व ईंट भट्ठा मालिकों को ओले गिरने से काफी नुकसान हुआ है। मौसम वैज्ञानिक डॉ. एमवी सिंह बताते है कि ओले गिरने से दलहनी, तिलहनी व सब्जी की फसलों को नुकसान हुआ है। माैसम साफ न हुआ तो गेहूं की बढ़वार रूक जाएगी। उत्पादन प्रभावित होगा। चार दिनों से हो रही बारिश से आमजन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।