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UP: ये समाज सेविका बनी प्रेरणा, कमजोर तबको के बच्चों को दे रही निःशुल्क शिक्षा
जाति-मजहब से परे अगर दिल में देश और समाज की सेवा के लिए लगन है तो कोई भी बाधा उसे डिगा नहीं सकती। ऐसा ही जज्बा रखने वाली गोरखपुर शहर की सपना पांडेय ने गरीब और असहाय बच्चों को शिक्षा देकर उन्हें समाज की मुख्य धारा में जोड़ने का काम कर रही है।
गोरखपुर: अगर जाति-मजहब से परे दिल में देश और समाज की सेवा के लिए लगन है तो कोई भी बाधा उसे रोक नहीं सकती। ऐसा ही जज्बा रखने वाली गोरखपुर की सपना पांडेय ने गरीब और असहाय बच्चों को शिक्षा देकर उन्हें समाज की मुख्य धारा में जोड़ने का काम कर रही है।
सपना ने नि:स्वार्थ भावना से बिना किसी जाति भेदभाव के बच्चों को शिक्षा दे रही है। गरीब तबके के बच्चों को शिक्षित कर रही और लोगों के सहयोग से उन्हें आर्थिक मदद कर रही है। साथ ही समाज के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने की प्रेरणा दे रही है। सपना के इस प्रयास ने उन्हें समाज सेविका बना दिया है।
बचपन से ही था पढ़ाने का शौक
गोरखपुर के रुस्तमपुर स्थित मानस पुरम कॉलोनी में रहने वाली सपना का बचपन उनके गगहा स्थित गांव कोहड़ा में गुजरा। उनके पिता शशिकांत पांडेय और कुसुम लता की दुलारी बिटियां की प्रारम्भिक शिक्षा गांव में हुई और उच्च शिक्षा ग्रहण करने वे शहर में आ गई। सपना को बचपन से ही पढ़ने और पढ़ाने का शौक था। शुरू से ही वे अपने नीचे के क्लास के बच्चों को पढ़ाती रही। जिसे वह भविष्य में भी करते हुए वही कारवां आगे बढ़ाती गई। वे समाज के उन बच्चों को शिक्षा देने लगी जो समाज के लिए अभिशाप व अछूत समझे जाते है।
परिजन भी दें बच्चों पर ध्यान
अपने पिता को आदर्श मानने वाली सपना पांडेय का मानना है कि अगर अभिभावक अपने बच्चों पर ध्यान दे, तो वो दिन दूर नहीं जब पूरा जिला प्रदेश और देश साक्षर रहेगा। उन्होंने कहा कि शिक्षित समाज से ही देश का विकास हो सकता है।
इसलिए अपने बच्चों को शिक्षा जरूर दिलाए और उन्हें समाज को शिक्षित रूप से आगे बढ़ाए।